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मजबूत रिश्तों में धोखे, दागदार होती दोस्ती! अर्धांगिनी बनी जान की दुश्मन, दोस्त ने ही दोस्त का कर लिया शिकार


राजेन्द्र सिंघल
सादुलशहर । आजकल लोग जहां अपनों पर भरोसा कम और दोस्ती पर ज्यादा करते है, उनके लिये इस घटना ने एक नया सबक दिया है। इस घटना में दोस्ती तो दागदार हुई, एक अर्धांगिनी भी पति के दोस्त के प्रेमजाल में अंधी होकर अपने ही पति को मौत के घाट उतारने की मास्टर माइण्ड बनी।
घटना सादुलशहर के वार्ड संख्या 07 की है। खाटसजवार निवासी भंवर लाल पुत्र लाल चंद वर्मा की शादी करीब 16 वर्ष पूर्व  पंजाब की सुनीता से हुई। इस दौरान सुनीता ने दो पुत्रों को जन्म दिया जिनमें बड़ा करीब 15 वर्ष व छोटा करीब 12 वर्ष का है। करीब 10 वर्ष पूर्व भंवर लाल ने सादुलशहर के वार्ड 7 में प्लॉट लेकर मकान बनाया और पत्नी व बच्चों के साथ आकर इसमें बसेरा किया। वह खुद स्टील बैल्डिंग का कारीगर था और उसने शहीद मार्ग पर दुकान कर रखी थी। पिछले दो-तीन वर्षों से भंवर लाल के पास दो गाड़ियां भी थी जो टैक्सी के रूप में भेजता था। इस दौरान धिगतानियां का अविवाहित धर्मपाल पुत्र जसवंत बेनीवाल भंवर लाल के सम्पर्क में आया। उसके पास भी गाड़ी थी और वह भी उसे टैक्सी चलाता था। भंवर लाल और धर्मपाल की जानपहचान गहरी दोस्ती में बदल गई। उसके बाद दोनों का अकसर मिलना होने लगा और दोस्ती भंवर लाल के घर पहुंच गई। घर आना जाना शुरू हुआ तो भंवर लाल की पत्नी सुनीता और धर्मपाल के बीच अनैतिकता पनपने लगी। दोनों के संबंध प्रगाढ़ हुए पर भंवर लाल दोस्त धर्मपाल और अर्धांगिनी सुनीता को शायद समझ नहीं पाया। आखिर दोनों की साजिश का शिकार हो गया। इस मामले में सादुलशहर पुलिस साधुवाद जिसने मृतक के परिजनों को साथ लेकर गंभीरता से कार्यवाही की और घटनाकारित तीनो को गिरफ्तार किया।

यूं दिया घटना को अंजाम
सुनीता पत्नी भंवर लाल वर्मा और धर्मपाल बेनीवाल की आपसी योजनानुसार 28 मार्च 2017 को सायं धर्मपाल अपने दोस्त भंवर लाल को किसी कार्य का कहकर अपनी ही गाड़ी में हिसार जाने का बोलकर दुकान से साथ ले गया। साथ में उसने अपने चचेरे भाई शंकर लाल पुत्र कृष्ण लाल बेनीवाल को ले लिया। भंवर लाल से घर सुनीता को फोन करवाया ताकि वे चिंतित न हो। सादुलशहर से संगरिया, तलवाड़ा होते हुए मसीतांवाली से पहले ही कच्चे मार्ग पर चल पड़े। रास्ते में भंवर लाल को अत्यधिक शराब पिलाई ताकि वह होश में न रहे। जब शराब का नशा भंवर लाल पर हावी हुआ तो कच्चे रास्ते पर ही उसे गाड़ी से उतारा और उसके सर पर ईंट से दो-तीन वार कर उसे इंदिरा गांधी नहर में गिरा दिया। रात्रि करीब 11 बजे भंवर लाल को ठिकाने लगाने के बाद धर्मपाल सादुलशहर आया और शंकर लाल को गांव धिगतानियां भेज दिया और स्वयं रात को सुनीता के पास रुका। घटनाकारित के दौरान धर्मपाल और सुनीता का मोबाइल सम्पर्क बना रहा।

सुनीता ने ही गुमशुदगी दर्ज कराई
सादुलशहर थाना प्रभारी भूपेन्द्र सोनी ने बताया कि कस्बे में रहने वाली सुनीता वर्मा ने गत 30 मार्च को गुमशुदगी दर्ज करवाई थी कि 42 वर्षीय उसका पति भंवरलाल वर्मा 28 मार्च घर से दुकान पर जाने का कहकर गया था, जिसके बाद से वह वापिस नहीं आया। उसके बाद से ही पुलिस ने दो टीमें उप निरीक्षक सुरेश क़स्बा व हवलदार गुरचरण सिंह के नेतृत्व में गठित की। पुलिस टीम में एचसी गुलाब सिंह, राजेन्द्र कॉन्सटेबल आदि और भंवर लाल के परिजन उसकी तलाश कर रहे थे। मृतक के भाई दलीप व परिजनों की शंका पर सुनीता, धर्मपाल पर भी निगरानी जारी रखी। भंवर लाल की तलाश करते पुलिस को आखिरकार गुरुवार सायं लखूवाली के पास इन्दिरा गांधी नहर की 49-50 आरडी के बीच एक व्यक्ति का शव मिला था। पुलिस ने शव मिलने के बाद जानकारी जुटाई तो उसका हुलिया और कपड़ों के आधार पर उसकी शिनाख्त भंवरलाल के रूप में हो गई। उन्होंने बताया कि घटना के दिन से ही सुनीता पर संदेह था कि उसके किसी अन्य के साथ अवैध सम्बन्ध हो सकते हैं और इसी के चलते योजनाबद्ध तरीके से भंवरलाल की हत्या करवाई गई है। मृतक के शव को हनुमानगढ़ के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाकर शुक्रवार को पोस्टमार्टम करवाया।

थानाप्रभारी सोनी ने बताया कि शव मिलने के बाद मृतक के छोटे भाई दलीप कुमार पुत्र लालचंद वर्मा निवासी खाटसजवार ने मुकदमा दर्ज करवाया है कि काफी समय से उसका भाई भंवरलाल अपनी पत्नी सुनीता व बच्चों के साथ सादुलशहर कस्बे में रहता था। उसी दौरान सुनीता की धिंगतानिया निवासी धर्मपाल नामक व्यक्ति के साथ जान-पहचान हो गई और यह प्यार के रूप में बदल गई। प्यार परवान चढऩे पर वह अपने पति भंवर लाल को उसकी राह में रोड़ा समझने लगी। उसके बाद उसने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। उसका आरोप है कि गत दिनों धर्मपाल और उसका चचेरा भाई शंकरलाल सुनीता के घर जीप लेकर आए और भंवरलाल को अपने साथ ले गए। इस मामले में दलीप की रिपोर्ट पर इन सभी के खिलाफ हत्या करने का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। तीनों को राउंडअप कर प्रारम्भिक पूछताछ की तो उन्होंने अपराध स्वीकार किया। थानाप्रभारी के मुताबिक तीनों के फोन नम्बर की कॉल डिटेल्स निकलवाई जाएगी। लगभग इस मामले का खुलासा कर दिया गया है। घटना स्थल का पुलिस उपाधीक्षक सहित अनेक अधिकारियों ने
निरीक्षण किया है। हत्या में इस्तेमाल जीप को भी बरामद किया जाएगा। इस मामले में इन तीनों के साथ और कौन लिप्त रहा है, इसकी भी जानकारी प्राप्त की जा रही है। थानाप्रभारी भूपेन्द्र सोनी ने बताया भंवर लाल की मौत के कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही लग पाएगा।

छोटे भाई दलीप का सवाल-
इस नारी के बारे में क्या कहेगा समाज! क्या सबक मिलेगा?
अपने भाई की मौत की जिम्मेदार भाई की पत्नी को मानते हुए छोटे भाई दलीप ने कहा कि आज हम नारी को बराबरी के दर्जे की बात करते है! बेटियों को पढ़ाने की बात करते है! हर बात में उनको आगे रखने की बात करते है! सुनीता की इस करतूत पर समाज क्या कह रहा है?ऐसी महिला को कौन दर्जा देगा समाज? क्या इस घटना से समाज या प्रेमजाल में फंसी महिलाये कोई सबक लेगी। एक बसे बसाये घर की खुशियां रौंद डाली सिर्फ अपने अनैतिक सपने को पूरा करने के लिये। सुनीता न तो पति की हुई, न ही बच्चों की। और किसी से वफ़ा की उम्मीद लगाना दिन में सपने देखने जैसी बात है।

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