वर्ल्ड। मुंबई आतंकी हमले के मुख्य सरगना और जमात-उद-दावा प्रमुख हाफ़िज़ सईद ने आरोप लगाया कि अमेरिका ने उनके संगठन की तरफ से किए जा रहे चैरिटी के काम के खिलाफ साजिश की है, इसलिए पाकिस्तानी सरकार उनके खिलाफ कार्रवाई करने को मजबूर है।
पेरिस में वित्तीय कार्रवाई कार्य बल (एफएटीएफ) की बैठक से कुछ दिन पहले पाकिस्तान ने राष्ट्रपति के एक अध्यादेश के जरिए आतंकवाद निरोधक कानून में संशोधन किया था, ताकि संयुक्त राष्ट्र द्वारा लिस्टेड सभी लोगों और समूहों को प्रतिबंधित संगठनों और व्यक्तियों की राष्ट्रीय सूची में शामिल किया जा सके।
पाकिस्तान ने एफएटीएफ की बैठक में आतंक का वित्तपोषण करने वाली निगरानी सूची में खुद का डाला जाना टाल दिया था। सईद ने कहा कि राष्ट्रपति के अध्यादेश को मुझे लाचार करने के लिए पारित किया गया, क्योंकि अमेरिका और कई अन्य बाहरी शक्तियां अपने शैक्षणिक संस्थानों, एंबुलेंसों और अस्पतालों के जरिए पाकिस्तान में मेरे काम से खुश नहीं हैं।
उसने कहा, हमने अमेरिका के खिलाफ राष्ट्र को एकजुट किया। इसलिए अमेरिकी प्रशासन साजिश कर रहा है। बता दें कि सईद को नवंबर में पाकिस्तान में नजरबंदी से रिहा किया गया था। उसके सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम था। उसने कहा, अगर पाकिस्तान अमेरिका की मांगों के आगे आत्मसमर्पण करता रहेगा तो वह समय दूर नहीं, जब ये शक्तियां उसे अपना परमाणु कार्यक्रम वापस लेने को मजबूर कर देंगी।
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