रिपोर्ट एक्सक्लूसिव,बीकानेर/हनुमानगढ़। बीकानेर के मायड़ भाषा प्रेमियों ने राजस्थानी भाषा की संवैधानिक मान्यता हेतु राजस्थान विधानसभा के विधायकों से होली की गूंगी रामा-स्यामा कर राजस्थानी भाषा की मान्यता आंदोलन के लिए सहयोग मांगा।
मुलाकात के समय “म्हारी जुबान रो खोलो ताळो” नारे की मुंह पर पट्टी बांधकर कार्यकर्ताओं ने
राजस्थानी भाषा के मान्यता आंदोलन के लिए सहयोग व समर्थन मांगा।
राजस्थानी मोट्यार परिषद् के संभाग अध्यक्ष हरिराम विश्नोई ने बताया कि प्रतिनिधि मंडल ने राजस्थान विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर लाल डूडी,कोलायत विधायक भंवर सिंह भाटी,बीकानेर पश्चिम विधायक गोपाल जोशी,पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी के पोते को ज्ञापन सौंपकर राजस्थानी मान्यता के लिए समर्थन मांगा।
राजस्थानी मोट्यार परिषद,राजस्थान के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ.गौरीशंकर प्रजापत व राजस्थानी छात्र मोर्चा,राजस्थान के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ.नमामी शंकर आचार्य के नेतृत्व में विधायकों से मुलाकात की तथा विधानसभा में आवाज उठाने की पुरजोर मांग की।मायड़ भाषा प्रेमियों ने 19 मार्च को दिल्ली में होने वाले आमरण अनशन में शामिल होने के लिए विधायकों को न्यौता दिया।
प्रतिनिधिमंडल में छात्र मोर्चा के जिला संयोजक राजेश चौधरी राजस्थानी,साहित्यकार विनोद सारस्वत,जिला मंत्री प्रशांत जैन,जिला महामंत्री श्याम प्रजापत देसलसर, राजस्थानी मोट्यार परिषद के मुकेश रामावत, राजस्थानी छात्र मोर्चा आई टी सेल की प्रदेश मंत्री सुमन शेखावत, हरीश जालप, कैलाश बिश्नोई, मनीष,जुगल हर्ष,गजेंद्र जी सहित राजस्थानी छात्र कार्यकर्ता प्रतिनिधि मंडल में शामिल थे।
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