सभी लोग जीवन में सुखी रहने के लिए धन संपदा चाहते हैं पर कई बार हमारी ही कुछ छोटी-छोटी बातों के कारण हमें वो सब नहीं मिल पाता जिसके लिए प्रयास करते हैं। फिर चाहे वह वास्तु दोष हो या कुछ और।
हमारी भारतीय परंपरा में कुछ ज्ञान की बातें पीढ़ी दर पीढ़ी आती रही हैं। इन बातों की सत्यता पर संदेह हो सकता है लेकिन इन्हें मानने में किसी प्रकार की हानि भी नहीं है। आखिर यह हमारे सुखमय जीवन से जुड़ी है।
मान्यता के अनुसार
एक वस्त्र धारण करके न तो भोजन करें, न यज्ञ करें, न अग्नि में आहुति दें, न स्वाध्याय करें, न पितृ तर्पण करें और न पूजा ही करें।
धन की इच्छा रखने वाले को रात में दही और सत्तू नहीं खाना चाहिए।
जो मनुष्य प्रतिदिन प्रात:काल उठकर गाय, घी, दही, सरसों तथा राई का स्पर्श करता है, वह पाप से मुक्त हो जाता है। लक्ष्मी को चाहने वाला मनुष्य घी को जूठे हाथ न लगायें।
गौओं को सदा दान करना चाहिए। उनकी रक्षा करना चाहिए तथा उनका पालन-पोषण करना चाहिए। जो मनुष्य गौ की सेवा करता है, उसे गौ अत्यंत दुर्लभ वर प्रदान करती हैं। वह पुत्र धन, विद्या, सुख आदि जिस-जिस वस्तु की इच्छा करता है वह सब उसे प्राप्त हो जाती है।
गाय को कभी भी अस्वच्छ हाथों से स्पर्श न करें।
उपार्जित धन का दसवां भाग भगवान की प्रसन्नता के लिए किसी सत्कर्म में लगाना चाहिए। तीर्थक्षेत्र में जाने पर मनुष्य को सदैव स्नान, दान, जप आदि करना चाहिए अन्यथा वह रोग, दरिद्रता आदि दोषों का भागी होता है।
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