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पीएनबी महाघोटला:-मुख्य आर्थिक सलाहकार सुब्रह्मण्यम ने उर्जित पटेल पर साधा निशाना


व्यापार। मोदी सरकार के शासनकाल में हुए सबसे बड़े पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मामले में पहली बार सरकार के किसी वरिष्ठ अधिकारी ने सीधे रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल पर हमला बोला है। केंद्र सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविंद सुब्रह्मण्यम ने कहा कि किसी केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता सिर्फ कानून से नहीं हासिल हो सकती,बल्कि यह कार्रवाई और अच्छे निर्णय से आती है। उन्होंने कहा कि लगातार हो रहे खराब निर्णय से रिजर्व बैंक की विश्वसनीयता पर असर पड़ सकता है।

 अग्रेंजी अखबार की खबर के अनुसार,कुछ दिनों पहले ही रिजर्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल ने पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मामले में कहा था कि वे सार्वजनिक बैंकों से निपटने के मामले में असहाय हैं। सार्वजनिक बैंकों के निगरानी एवं प्रबंधन के लिए रिजर्व बैंक के पास पर्याप्त कानूनी अधिकार न होने की वजह से उनके हाथ बंधे हुए हैं। 

दिल्ली के एक कॉलेज में व्याख्यान देने पहुंचे अरविंद सुब्रह्मण्यम ने छात्रों के सवाल पर कहा,स्वायत्तता कानून से हासिल नहीं की जा सकती, इसका काफी हिस्सा प्रतिष्ठा से और अच्छे एवं प्रभावी निर्णय क्षमता के इतिहास से मिलता है। जब आप किसी केंद्रीय बैंक की विश्वसनीयता की बात करते हैं तो यह विश्वसनीयता सिर्फ इससे नहीं बनती है कि उस आजादी मिली हुई है। आप यदि स्वतंत्रत हैं और लगातार कई खराब निर्णय लेते हैं,

तो आपकी विश्वसनीयता खत्म हो जाती है। इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि सिर्फ इसके लिए कानून न हो,बल्कि केंद्रीय बैंक उसका पालन भी करें। इसके पहले उर्जित पटेल ने अपने हाथ बंधे होने का संकेत देते हुए कहा था कि रिजर्व बैंक सार्वजनिक क्षेत्र के किसी बैंक के डायरेक्टर या प्रबंधन को हटा नहीं सकती,जो कि सरकार द्वारा नियुक्त होते हैं। उन्होंने कहा था कि रिजर्व बैंक किसी सरकारी बैंक को विलय या हिस्सेदारी बेचने के लिए भी मजबूर नहीं कर सकता। 

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