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'मरण मनसा सूरयां हक है जो होए मरण परवानो गुरू अर्जुन देव जी के शहीदी पर्व का समारोहपूर्वक समापन हुआ।


श्रीगंगानगर, 17 जून। पदमपुर रोड स्थित गुरूद्वारा धन धन बाबा दीप सिंह में आज  गुरू अर्जुन देव जी के शहीदी पर्व के तहत 51 दिनों से चल रहे सुखमनी साहिब के पाठों का समापन श्रद्धापूर्वक हुआ। रविवार को छुट्टी का असर रहा कि कार्यक्रम के शुरू होने से पहले ही संगत के आने का सिलसिला शुरू हो गया, जो समापन तक जारी रहा। इस अवसर पर 'गुरू अर्जन विटहो कुर्बानी, 'जपयो जिन अर्जन देव गुरू, फिर संकट जोन गर्भ ना आयो, 'तेरा कीया मीठा लागे, हर नाम पदार्थ नानक मांगे, 'मरण मनसा सूरयां हक है जो होए मरण परवानो, शबद गायन किया गया।  स्त्री सत्संग सभा द्वारा 51 दिनों तक रोजाना शाम दो घण्टे तक सुखमनी साहिब के पाठ किए गए। आज समापन अवसर  सुखमनी साहिब जी के सहज पाठ का भोग भी डाला गया। इस अवसर पर हजूरी रागी भाई सुखविंदर सिंह रतन,  गंगा नगर के सभी गुरद्वारों के रागी व रागी ग्रंथी सभा के सभी रागियों ने सामूहिक रूप से कीर्तन किया। शहीदी पर्व के समापन अवसर पर उमड़ी भीड़ के लिए ठण्डे मीठे जल की छबील लगाई गई। गुरू का अटूट लंगर भी वितरित किया गया। समारोह के दौरान सेवादारों की टोलियों ने अपनी-अपनी जिम्मेदारी संभाले रखी।छोटे छोटे बच्चों से लेकर बड़ों तक ने अपनी सेवा बखूबी निभाई।हर आने जाने वाले राही को रोक रोक कर जहाँ मीठा शर्बत पिलाया वहीं रास्ते के लिए भी बोतलें भर भरकर दी।सारा दिन श्रद्धा भावना से गुरबाणी कथा कीर्तन के साथ साथ सेवा का प्रवाह भी चलता रहा।संगतों ने गुरु चरणों मे लीन रहकर खूब आनन्द लिया।वीर हरप्रीत सिंह बबलू,अरविंदर सिंह शिप्पू,देवेंद्र छाबड़ा जी,हरसिमरन सिंह अप्पू,भाई जगदेव सिंह,भाई जसवीर सिंह,रागी सुखविंदर सिंह रत्न,हरनाम सिंह सहित सभी ने बखूबी सेवा निभाई।



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