हनुमानगढ़. सीएचसी गोलूवाला में डॉक्टर द्वारा अभद्र व्यवहार करने व सरकार द्वारा दी जाने वाली राशि से वंचित करने के विरोध में बुधवार को चक 28 एलएलडब्ल्यू पक्का भादवा के वकील भाट ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया है कि 31 अक्टूबर 2017 को उसकी पत्नी को वह गोलूवाला सीएचसी में ले गया जहां उसने एक बेटी को जन्म दिया। 3 नवंबर को उसकी पत्नी को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया।
इसके बाद डॉक्टरों ने कागजात पूरे करने के लिए कहा लेकिन किसी कारणवश वह कागजता मैं पूरे नहीं कर पाया। क्यों कि मेरा बेटा बीमार था। 15 दिन बाद जब मैं वापस डॉक्टर के पास पहुंचा तो उन्होंने कह दिया कि देखेंगे और टालमटोल करने लगे। 11 जुलाई के दिन मैं फिर से गोलूवाला सीएचसी में डॉक्टर स्वप्लिन राजवंशी से मिला और कहा कि आप हमारा काम क्यों नहीं कर रहे तो उन्हें गुस्सा आ गया।
मैंने कहा कि आपकी शिकायत उच्चाधिकारियों से की जाएगी। ऐसे में उन्होंने गुस्सा व्यक्त करते हुए धक्का मुक्की की और मुझे धक्के मारकर बाहर निकाल दिया तथा तमाम कागजाद वापस लौटा दिए। अत : डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
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