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अब दिल्ली के 13 जोनल से जारी होगी तिपहिया और हल्के वाहनों का फिटनेस!


दिल्ली सरकार ने बुराड़ी ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी में जाने वाले लोगों की परेशानियां कम करने के प्लान को लागू करना शुरू कर दिया है। बुराड़ी से वाहनों की फिटनेस जांच के काम को शिफ्ट किया जा रहा है। अक्टूबर के पहले हफ्ते से दिल्ली में चलने वाले ऑटो रिक्शा की फिटनेस के काम को 13 जोनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी में शिफ्ट किया जा रहा है। बुराड़ी में हर रोज 400-500 ऑटो की फिटनेस जांच होती है और सर्टिफिकेट इशू किया जाता है। 13 जोनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी में फिटनेस का काम शिफ्ट करने का प्रपोजल ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने सरकार को भेजा था और सरकार ने इसे मंजूर कर लिया है।source Report Exclusive
अगले महीने से बुराड़ी में ऑटो फिटनेस व परमिट रिन्युअल का काम नहीं होगा और ऑटो ड्राइवर अपने घर के पास के जोनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी में ऑटो फिटनेस जांच करवा सकेंगे। एक साल में एक बार ऑटो फिटनेस जांच होती है और पांच साल में परमिट रिन्यू करवाना होता है। दिल्ली में 95 हजार से ज्यादा ऑटो चलते हैं और बुराड़ी में फिटनेस जांच के लिए मारामारी देखने को मिलती है।
यह भी बताया जा रहा है कि ऑटो के परमिट ट्रांसफर की प्रक्रिया को भी सरल बनाया जा रहा है और परमिट ट्रांसफर के काम को भी जोनल ऑफिस में शिफ्ट किया जा सकता है। हाल ही में ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने अथॉरिटीज में पिन कोड को नये सिरे से तय करने के लिए एक कमिटी बनाई है, जो तय करेगी कि किन-किन अथॉरिटीज में लर्निंग लाइसेंस, परमानेंट ड्राइविंग लाइसेंस जैसे कामों को शिफ्ट किया जा सकता है। इसके अलावा ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट ने ऑटो ड्राइवरों की समस्या को कम करने के लिए 60 से ज्यादा जगहों पर ऑटो जीपीएस सिम दिए जाने का प्लान फाइनल किया है। 495 रुपये और टैक्स के साथ जीपीआरएस डेटा प्लान दिया जाएगा।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने इसी साल जुलाई महीने में बुराड़ी अथॉरिटी में इंस्पेक्शन किया था और वहां पर ऑटो रिक्शा ड्राइवरों ने अपनी परेशानियां उन्हें बताई। सीएम के इंस्पेक्शन के बाद अब बड़े बदलावों का खाका तैयार किया गया है। बुराड़ी से ऑटो के साथ-साथ टैक्सी, ग्रामीण सेवा, मिनी बसों की फिटनेस के काम को भी दूसरी जगह शिफ्ट किया जाएगा। हालांकि दिल्ली ऑटो रिक्शा संघ के महामंत्री राजेंद्र सोनी का कहना है कि जोनल ऑफिसों में स्टाफ व जगह की कमी है। द्वारका, सराये काले खां और शेख सराय अथॉरिटी में ऑटो के लिए फिटनेस जांच के काम में मुश्किलें हो सकती हैं।

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