Friday, 1 February 2019

Home
Education
Hindi News
jodhpur
Rajasthan
Rajasthan News
जोधपुर जेएनवियू में महात्मा गांधी पुण्यतिथि पर विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन
जोधपुर जेएनवियू में महात्मा गांधी पुण्यतिथि पर विभिन्न प्रतियोगिता का आयोजन
जोधपुर(किरण राजपुरोहित) यहां जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के ललित कला व चित्रकला विभाग की ओर से कमला नेहरू महिला महाविद्यालय में 30 जनवरी, 2019 को महात्मा गाँधी की पुण्यतिथि के अवसर पर ग्रीन इंडिया क्लीन इंडिया, फेस्टिवल एवं मेक इन इंडिया विषयक चित्रात्मक पोस्टर सृजन प्रतियोगिता का आयोजन हुआ।
इस अवसर पर के.एन. काॅलेज के विद्यार्थियों ने उत्साह से भाग लिया।
के.एन. काॅलेज निदेषक प्रो. बीना भाटिया ने विद्यार्थियों के पोस्टर सृजन का अवलोकन किया। ललित कला एवं चित्रकला विभागाध्यक्ष डाॅ. ऋतु जौहरी ने विभाग की अन्य गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि छात्र-छात्राओं द्वारा छात्र कला प्रतियोगिता (ललित कला अकादमी, जयपुर) में प्रविष्टियाँ भेजी गई है।
डाॅ. ऋतु जौहरी, डाॅ. रेनु शर्मा और डाॅ. नम्रता स्वर्णकार ने निर्णायक की भूमिका अदा की। इस प्रतियोगिता में बी.ए. द्वितीय वर्ष की वर्षा गुर्जर प्रथम, बी.ए. तृतीय वर्ष की मिनाक्षी कच्छावा द्वितीय, बी.ए. तृतीय वर्ष की रागिनी भाटी तृतीय स्थान पर रही।
वहीं बी.ए. द्वितीय वर्ष की वर्षा यादव और बी.ए. प्रथम वर्ष से मेघा व्यास व आफरीन टाक को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। डाॅ. रेनु शर्मा ने विभाग की ओर से उपस्थित विद्यार्थियों और अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।
Tags
# Education
# Hindi News
# jodhpur
# Rajasthan
# Rajasthan News
Share This
About Report Exclusive
Rajasthan News
लेबल:
Education,
Hindi News,
jodhpur,
Rajasthan,
Rajasthan News
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
आपके सुझाव आमंत्रित
क्या कॉरपोरेट घरानों द्वारा चलाए जा रहे या पारिवारिक विरासत बन चुके मीडिया संस्थानों के बीच किसी ऐसे संस्थान की कल्पना की जा सकती है जहां सिर्फ पत्रकार और पाठक को महत्व दिया जाए? कोई ऐसा अखबार, टेलीविजन चैनल या मीडिया वेबसाइट जहां संपादक पत्रकारों की नियुक्ति, खबरों की कवरेज जैसे फैसले संस्थान और पत्रकारिता के हित को ध्यान में रखकर ले, न कि संस्थान मालिक या किसी नेता या विज्ञापनदाता को ध्यान में रखकर. किसी भी लोकतंत्र में जनता मीडिया से इतनी उम्मीद तो करती ही है पर भारत जैसे विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में मीडिया के वर्तमान माहौल में संपादकों को ये आजादी बमुश्किल मिलती है. वक्त के साथ-साथ पत्रकारिता का स्तर नीचे जा रहा है, स्थितियां और खराब होती जा रही हैं. अब हम निष्पक्ष व् स्वतंत्र रूप से जुड़ने का काम करने का प्रयास कर रहे हैं.
No comments:
Post a comment
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे