डॉ. कल्ला ने अपने संदेश में कहा कि आज इस राष्ट्रीय पर्व के मौके पर आजादी के आंदोलन में अपने प्राणों की बाजी लगाने वाले देश के अनगिनत अमर शहीदों और स्वाधीनता सेनानियों के संघर्ष को याद करते हुए हमारा शीष उनके सम्मान में श्रद्धा से झुक जाता है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद 73 सालों के गौरवमयी सफर में हमारे मुल्क ने सभी क्षेत्रों में चहुंमुखी विकास और तरक्की की मिसाल कायम करते हुए पूरी दुनियां में अपने पुरुषार्थ, साम्थर्य और ताकत का लोहा मनवाया है। आज विश्व पटल पर भारत की जो अलग पहचान है, उसके मूल में स्वतंत्रता संग्राम में निःस्वार्थ भाव से मातृभूमि के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले लोगों का त्याग, बलिदान और समर्पण है।
जलदाय एवं ऊर्जा मंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता के बाद हमारे स्वर्णिम सफर में देश का अग्रिम मोर्चे से नेतृत्व करते हुए प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री, पूर्व प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जैसे महान नेताओं ने मुल्क में विकास और प्रगति के नए आयाम स्थापित किए। इन्होंने हर क्षेत्र में तरक्की की नई इबारत लिखते हुए सदैव लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा के लिए भी अहम योगदान दिया। कृतज्ञ राष्ट्र आज ऐसे महान नेताओं के साथ ही उन व्यक्तियों के योगदान का स्मरण कर रहा है, जिन्होंने भारत को एक महान और शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में स्थापित करने में अपनी भूमिका निभाई हैं।
डॉ. कल्ला ने कहा कि मुल्क की सीमाओं की रक्षा के लिए वीर जवानों का त्याग और समर्पण हम सबको अपने कर्मक्षेत्र में देश के लिए सदैव कुछ नया कर गुजरने की प्रेरणा देता है। मुश्किल और चुनौतीपूर्ण स्थितियों में सीमाओं के प्रहरी के रूप में रात-दिन मुस्तैदी से डटे जांबाज सैन्य बलों के प्रति भी आज कृतज्ञजा व्यक्त करने का दिन है।
उन्होंने कहा कि आजादी के इस पावन पर्व पर हम सभी अपने कर्मक्षेत्र में देश की सेवा और मानव मात्र के कल्याण के भाव से निःस्वार्थ कार्य करने और भारत माता के गौरव को बढ़ाने के लिए सदैव तत्पर रहने का संकल्प लें।
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