रिपोर्ट एक्सक्लूसिव,बीकानेर(जयनारायण बिस्सा)। धुलण्डी से शुरू होने वाले गणगौर उत्सव को लेकर शहर में गणगौर प्रतिमाओं को कलात्मक रूप से सजाने-संवारने का शुरू हो गया है। भुजिया बाजार स्थित महात्मा चौक सहित कई बाजारों में गणगौर प्रतिमाओं की बिक्री भी शुरू हो गई है। महिलाएं और युवतियां गणगौर पूजन उत्सव के लिए नई प्रतिमाएं खरीद कर रही हैं। वे पुरानी प्रतिमाओं को रंगवाने के साथ नए वस्त्रों और आभूषणों से शृंगारित भी करवा रही हैं। गणगौर पूजन उत्सव को लेकर महात्मा चौक स्थित घरों तथा दुकानों में गणगौर प्रतिमाओं की बिक्री बढ़ गई है।
इस कार्य से जुड़े लोगों का कहना है कि गणगौर उत्सव परवान चढऩे के साथ ही गणगौर प्रतिमा, उनके वस्त्र, आभूषणों की बिक्री तथा सजाने का कार्य बढ़ता जाएगा। गणगौर प्रतिमाओं को पार परिक चटकीले रंगों से रंगा जा रहा है। साथ ही ठेठ राजस्थानी पर परा और संस्कृति के तहत गौर को घाघरा, ओढ़णा पहनाकर कलात्मक आभूषणों से सजाया जा रहा है। गणगौर को सजाने संवारने के कार्य में इस व्यवसाय से जुड़े परिवारों की महिलाएं और युवतियां जुटी हुई हैं। महिलाएं गौर को सजाते हुए दुल्हन सा रूप दे रही हैं। इस कार्य में महिलाएं और युवतियां अपने मन के भावों को साकार रूप दे रही हैं।
शहर में गत वर्ष की तुलना में करीब बीस फीसदी तक गणगौर प्रतिमाओं की बिक्री बढ़ी है। इस व्यवसाय से जुड़े आसू महात्मा ने बताया कि इस वर्ष गणगौर प्रतिमाओं की कीमतें तुलनात्मक रूप से कुछ कम चल रही हैं। इससे लोगों में नई प्रतिमाओं को खरीदने का रुझान अधिक है। उन्होंने बताया कि इस बार गणगौर का जोड़ा दो सौ रुपए से पांच सौ रुपए तक कम बिक रहा है।
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