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मेडिकल नशा कारोबार बदस्तुर जारी!पुलिस की छोटी-मोटी कार्रवाई तो औषधि विभाग बेपरवाह!

रिपोर्ट एक्सक्लूसिव की खबरों पर मोहर जीले भर में फैला मकड़जाल

मेडिकल नशे की लगातार पकड़ी जा रही खेप

हनुमानगढ़।(कुलदीप शर्मा)  जिले भर में चाहे कितने ही दावे नशीली दवाओं के रोक के कर लिए जाए लेकिन सभी फैल नज़र आ रहे है। आपको जानकर हैरानी होगी कि पिछले काफी समय से रिपोर्ट एक्सक्लूसिव मेडिकल नशे के खिलाफ जोरदार मुहिम चलाई हुए हैं। उस मुहिम के तहत काफी बड़े-बड़े खुलासे कर चुका हैं। सदर पुलिस द्वारा 11 फरवरी को पकड़े गए अधेड़ ने वो सभी खुलासे किये हैं जो रिपोर्ट एक्सक्लूसिव पहले भी बता चुका है कि शहर में इन-इन जगहों से सरेआम मेडिकल नशे की सप्लाई पूरे शहर से लेकर जिले भर में कई जाती हैं। ये बात ओर हैं कि पुलिस व औषधि विभाग ने इन बातों को गम्भीरता से ना लेते हुए ढुल-मूल रवैया अपनाये रखा। लेकिन इन दिनों जिले भर में पुलिस द्वारा की गई नशीली दवाई सप्लायर पर कार्रवाई ने सभी खबरों पर मोहर लगा दी हैं। शहर से लेकर जिले भर में नशीली दवाओं ने जहां शहर के युवाओं को मौत के मार्ग पर ला कर खड़ा कर दिया हैं तो वहीं शहर को भी पंगु बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी हैं। अब महज़ चन्द मामूली कार्रवाई से पुलिस अपनी पीठ थपथपा रही हो तो ये उनकी बड़ी भूल होगी! अभी भी अगर औषधि विभाग व पुलिस महकमे ने निरन्तर कार्रवाइयां जारी नहीं रखी तो वो दिन दूर नहीं जब शहर में युवाओ की संख्या महज़ गिनती की ही रह जायेगी।

हनुमानगढ़ को बना दिया मेडिकल नशे का खरीद बिक्री केंद्र!
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प्रतिबंधित,नशीली तथा नकली दवाओं के खरीद-बिक्री का केंद्र बन रहा है हनुमानगढ़। धंधेबाजों के लिए जहां यह काली कमाई का स्त्रोत बना हुआ है वहीं इसकी जद में आने वाले लोगों को आर्थिक, मानसिक एवं शारीरिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। बताया जाता है कि ऐसे दवाओं के लिए एक बड़ा रैकेट कार्यरत है जो इन दवाओं को काल्पनिक नाम देकर हनुमानगढ़ व अन्य इलाकों में खपाने का काम कर रहे हैं। बाजारों में पूरी तरह प्रतिबंधित दवा आक्सीटासीन को भी बेचने का काम वर्षो से जारी है। वही नकली एवं नशीली दवाओं खरीद-फरोख्त में भी इलाका प्रसिद्धी पाने लगा है। जहां नशीली दवाओं के जद में आकर खासकर युवा वर्ग गुमराह हो रहे हैं। वहीं नकली दवाओं के कारण मरीजों के जीवन पर भी आफत मंडराता है। हनुमानगढ़ क्षेत्र में पिछले कई बार नशीली दवाओं का खेप पकड़ाने के मामले सामने आते रहे हैं। हाल ही में पीलीबंगा पुलिस व सदर पुलिस ने नशीली दवाओं के साथ सप्लायरों को पकड़ा हैं। जिनसे हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं।  हनुमानगढ़ जिले भर में कई स्थानों पर धंधेबाजों को इन दवाओं के साथ पकड़ा जा चुका है। इसके बावजूद यह धंधा आज भी बदस्तूर जारी है। ताजा मामले में बीते रविवार को सदर पुलिस की कार्रवाई के बाद नशीली सप्लायर के पकड़े जाने पर उसके पास से 200 शीशी व 1500 टेबलेट पकड़ी गई थी जिसके बाद सूत्र बताते हैं कि काफी खुलासे सामने आ सकते हैं। लगातार जिले भर में पुलिस द्वारा की जा रही कार्रवाईयों से क्षेत्र में अपना पाव जमा रखे मेडिकल दवाई कारोबारियों की पोल खोलकर रख दी है। सूत्र बताते हैं कि अजीबो-गरीब डब्बों में रखकर स्टाक कर खपाने के गोरखधंधे ने जहां प्रशासन को सोचने पर मजबूर कर दिया है, वहीं आमजनों को भी हिला दिया है।

मेडिकल नशो ने बढ़ाई अपराधिक घटनाएं
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शहर से लेकर जिले भर में हर रोज अपराधों की संख्या में निरन्तर बढ़ोतरी हो रही हैं। जिसके ताज़ा उदारहण आप रोज के समाचार पत्रों में पढ़ सकते हो व टीवी चैनलों में देख सकते हो। जानकारों की माने तो मेडिकल नशे की वजह से कोई भी व्यक्ति मानसिक सन्तुलन खो देता हैं जिसकी वजह से वो आपराधिक गतिविधि करते हुए बिल्कुल भी नहीं सोच पाता हैं। वहीं सूत्र की माने तो जिले भर की सभी मुख्य सड़कों पर चलने वाले ढाबों व होटलों पर जहां एक ओर नशे का अवैध कारोबार फल फूल रहा है। वहीं क्षेत्र में लूट व चोरी की वारदात भी काफी घटित हुई है। लगातार हो रही तस्करो की गिरफ़्तारी से ये तो तय हो गया है कि जिले में तस्करी के तार गहराई में है हालांकि मौजूदा पुलिस कप्तान हनुमानगढ़ ने इन दिनों में जिले के सभी पुलिसकर्मियों दिए निर्देशो के बाद कई जगहों पर नशीली दवाओं, शीशियों, पोस्त जैसे नशे के अवैध कारोबार पर सिकंजा कसकर तस्करो की कमर तोड़ने का भरसक प्रयास किया है लेकिन हनुमानगढ़ जंक्शन और टाऊन के आस पास के बाजारों में बिक रही नशीली दवाओं तथा मुख्य सड़कों के किनारे चल रहे होटलो और ढाबो पर हो रही शराब,दवाओं,नकली शराब जैसी जहरीली चीज़ों पर भी कड़ी कार्यवाही की आवश्यकता हैं। अब देखने वाली बात रहेगी कि कब तक कार्रवाई करते हैं।

दिल दहला देने वाले आंकड़े लेकिन बेपरवाह सिस्टम!
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काफी खोजबीन करने के बाद मीडिया रिपोर्ट्स के आंकड़ों की माने तो एक तरफ भारत को गर्व के साथ युवा-शक्ति के तौर पर पेश किया जा रहा है, लेकिन, इस सच्चाई को तब धक्का पहुंचता है जब हमें यह पता चलता है कि इस समय हमारा मुल्क दुनिया में नशाखोरी के मामले में दूसरे स्थान पर है। इस समय भारत में 10.80 करोड़ युवा आबादी धूम्रपान की गिरफ्त में है। देश में प्रतिवर्ष धूम्रपान की वजह से दस लाख लोगों की मौत होती है। यह आंकड़ा देश में होने वाली कुल मौतों का दस फीसदी है। भारत में उन्नीस साल पहले धूम्रपान करने वाले पुरुषों की संख्या 7.9 करोड़ थी। इसमें 2.9 करोड़ का इजाफा सन 2016 में  हुआ बताया जाता है। देश में धूम्रपान करने वाली महिलाओं की संख्या 1.1 करोड़ है। शोध के अनुसार भारत में पिछले डेढ़ दशक में सिगरेट पीने वालों की तादाद काफी बढ़ी है। 15 से 29 वर्ष तक की आयु वर्ग के लोगों में धूम्रपान की लत में जबर्दस्त वृद्धि हुई है। शहरों में धूम्रपान करने वालों की संख्या में 68 और ग्रामीण क्षेत्रों में 26 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। सिगरेट पीने के मामले में आज भारत पूरी दुनिया में दूसरे स्थान पर है। अभी तक वह सिर्फ चीन से पीछे है। जिस रफ्तार से भारतीय युवाओं में सिगरेट पीने का चलन बढ़ रहा है, अगर यही गति बनी रही तो जल्द ही वह चीन को भी पीछे छोड़ देगा। हाल ही में टोरंटो विश्वविद्यालय में हुए एक अध्ययन में खुलासा हुआ है कि भारत में अठारह साल की उम्र में धूम्रपान करने वाले पुरुषों की संख्या में छत्तीस फीसदी का इजाफा हुआ है। यानी सिगरेट और बीड़ी पीनेवालों की संख्या 10.80 करोड़ पहुंच गई है। यह वृद्धि 1998 से 2015 के बीच दर्ज की गई है। 15 से 29 आयुवर्ग में धूम्रपान की लत में जर्बदस्त वृद्धि पाई गई है। नशे को हमेशा से विनाशकारी चीजों में शुमार किया जाता रहा है। लेकिन इतने तमाम आंकड़ो के बाद भी सिस्टम जिस तरह से बेरुखी व्यक्त कर रहा हैं जो चौंकाने वाला हैं।

पुलिस की लगातार कार्रवाई परन्तु औषधि विभाग बेशर्म!
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लगातर जिले भर की पुलिस द्वारा नशे के विरुद्ध मुहिम चलाने से जहां मेडिकल नशा सप्लायरों को पकड़ा जा रहा हैं तो वहीं औषधि विभाग महज़ बेशर्मी की चादर ताने ना जाने किस गुमनाम गली में सोई हुई हैं। पुलिसिया कार्रवाईयों ने जहां जिले में नशे की धड़ल्ले से बिक्री की पोल खोल कर रख दी हैं तो वहीं औषधि विभाग को भी सोचने पर मजबूर कर दिया हैं कि आखिर इतना नशा जिले भर में कैसे पहुंच रहा हैं जो कि बहुत ही चिंता का विषय हैं। पुलिस विभाग द्वारा की जा रही कार्रवाई पर आज भी सवाल खड़े होते है कि जब रिपोर्ट एक्सक्लूसिव पिछले काफी समय से शहर में मेडिकल नशे से को लेकर स्थानों का खुलासा करता आया है लेकिन पुलिस व औषधि विभाग ने इस ओर कोई ध्यान नही दिया था। लेकिन हाल ही में।सदर पुलिस द्वारा पकड़े गए सप्लायर ने जहां ठिकाने व व्यक्ति का नाम पुलिस को भी चौकाने का काम किया हैं तो वहीं रिपोर्ट एक्सक्लूसिव की खबरों पर मुहर लगा दी हैं। अब देखने वाली बात रहेगी कि आखिर कब तक इन सभी बड़े मगरमच्छो को पकड़ने में पुलिस व औषधि विभाग को बड़ी सफलता मिल पाती हैं। रिपोर्ट एक्सक्लूसिव अपनी मुहिम को निरन्तर जारी रखे हुए हैं।

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