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मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने वीसी के माध्यम से दिए निर्देश, मजदूरों का पलायन, आवागमन इस क्षेत्र की समस्या: जिला कलक्टर

  • मुख्यमंत्री एवं वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों ने वीसी के माध्यम से दिए निर्देश
  • मजदूरों का पलायन, आववागमन इस क्षेत्रा की समस्या: जिला कलक्टर
  • एप के उपयोग को लेकर जिला कलक्टर की हुई सराहना

श्रीगंगानगर,। जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद एम. नकाते ने कहा कि कोविड-19 के दौरान गंगानगर जिला पंजाब से लगा होने के कारण खेतीहर मजदूरों के पलायन व आवागमन की समस्या मुख्य रूप से है।
जिला कलक्टर शुक्रवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत, विभिन्न मंत्रीगणों व विभिन्न विभागों के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की विडियोकांफ्रेसिंग के दैरान ये बात कही। उन्होने कहा कि रबी फसल पकाई पर होने के कारण बीकानेर, जैसलमेर से मजदूर गंगानगर जिले में एवं आगे पंजाब में मजदूरी करने जाते है। इसी प्रकार हनुमानगढ क्षेत्र से भी मजदूरों का आवागमन रहता है। आवागमन का साधन न होने के बाद भी पैदल रास्तों से भी मजदूर आ जाते है, जो एक समस्या है। उन्होने बातया कि पंजाब क्षेत्रा से खाली नहर के माध्यम से भी मजदूर आ रहे थे। नहर में आवागमन न हो इसके लिए पानी छोडा गया है तथा विभिन्न पक्के व कच्चें रातों पर चैक पोस्ट बनाई गई है। 
उच्च अधिकारियों ने वीसी के माध्यम से बताया कि भारत सरकार की गाईड लाईन की पालना की जाए तथा जल्द ही एक दूसरे राज्यों के नागरिकों एवं श्रमिकों संबंधी दिशा निर्देश मिलने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी। वीसी में बताया गया कि लाॅकडाउन की कडाई से पालना सुनिश्चित की जाए तथा सार्वजनिकि स्थलों पर बिना मास्क के कोई नागरिक नही रहे। किराणा स्टोर, एवं आवश्यक वस्तुओं के डिपो होल्डर बिना मास्क वालों को सामान की आपूर्ति न करे। 
20 अप्रैल के बाद ग्रामीण क्षेत्रा में रोजगार के अवसर बढाने के लिए महात्मा गांधी नरेगा, सिंचाई, फूड संरक्षण इत्यादि कार्यो में श्रमिकों को एवं ग्रामीण क्षेत्र की औद्योगिक इकाईयों, रीको में ऐसी आवश्यक इकाईयों को प्रारम्भ कर रोजगार दिया जा सकता है। ऐसी इकाईयों में श्रमिकों की निगरानी के साथ प्लांट तक ले जाए तथा इस बात का ध्यान रखा जाए कि वे अन्य नागरिकों में सम्मलित न हो। कूटिर एवं खादी के कार्यो को प्राथमिकता दी जा सकती है तथा सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कडाई से की जाए।
वीसी में बताया कि केाविड-19 के दौरान राजस्थान में मृत्यु दर सबसे कम है। रेपिड टेस्ट के बारे में बताया कि बम्फर जोन, आईएलआई, फ्रंट लाईन वर्कर्स, जिला चिकित्सालय में आईएलआई के रोगियों, कंटेनमेन्ट जोन तथा सुपर स्प्रेडर, फल सब्जी, दवा, किराणा व डोर-डू-डोर डिलीवरी वालों का किया जाए। वीसी में बताया कि श्रमिकों के रोजगार के लिए शर्तो के साथ जो अनुमत है,कार्य किया जा सकता है। शर्तो की पालना नही करने पर मुदकमा दर्ज कर कार्यवाही होगी। केन्द्र व राज्य सरकार के आदेशों की पालना सुनिश्चित करने के लिए जिला स्तर पर टीम बनाई जाए। गुड्स के वाहन अनुमत है। पास के लिए आॅनलाईन प्रक्रिया अपनाई जाए।
ग्रामीण क्षेत्र में सड़क निर्माण, भवन, जल संसाधन, एमपी लैड, विधायक विकास योजना, पीएम आवास, से संबंधित कार्य प्रारम्भ किए जा सकते है। इस बात कर ध्यान रखा जाए कि निर्माण स्थल से श्रमिकों का मूवमेंट नही हो। खाद्य प्रस्ंकरण इकाईयां, चावल मिल, दाल, तेल, आटा मिल, पशु पक्षी फीड, मेडिकल फार्मा, मशीनरी उपकरण, ईंट भट्टे, कूटिर उद्योग तथा पैकेजिंग से संबंधित कार्य प्रारम्भ कर रोजगार के अवसर पैदा किए जा सकते है। 
राज कनेक्ट एप
एप के उपयोग को लेकर जिला कलक्टर की हुई सराहना
कोविड-19 राजस्थान एप का उपयोग हो
वीसी में राज कनेक्ट एप के बारे में जानकारी देते हुए गंगानगर के जिला कलक्टर की सराहना की गई। गंगानगर कलक्टर श्री श्विप्रसाद एम. नकाते ने कोविड-19 के दौरान राज कनेक्ट एप का अन्य जिलों की तुलना में अधिकतम उपयोग करने में सफलता प्राप्त की है। इसी प्रकार कोविड-19 राजस्थान डाॅट जीओवी डाॅट इन एप को भी अधिक से अधिक नागरिक डाउनलोड कर उपयेाग करे। वीसी में गौशालाओं को दिए गए अनुदान एवं चारे के संबंध में भी जिलेवार आवश्यकताओं पर चर्चा हुई।
वीसी में पुलिस अधीक्षक श्री हेमन्त शर्मा, एडीएम प्रशासन डाॅ0 गुंजन सोनी, एडीएम सतर्कता श्री अरविन्द जाखड, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी श्री मोहम्मद जुनैद, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री महावीर सिंह राजपुरोहित, न्यास सचिव डाॅ0 हरीतिमा, जिला आबकारी अधिकारी प्रतिष्ठा पिलानिया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ0 गिरधारी लाल, आरसीएचओ डाॅ0 एच.एस. बराड, पीएमओ डाॅ0 के.एस. कामरा, डाॅ0 पवन सैनी, जिला रसद अधिकारी श्री राकेश सोनी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। 

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