रिपोर्ट एक्सक्लूसिव,बीकानेर(जयनारायण बिस्सा)। पीबीएम अस्पताल में नियमित सफाई नहीं होने से कचरा फैला है तो परिसर में बदबू से लोग परेशान है। अस्पताल परिसर के कुछ हिस्सों सीवरेज का गंदला पानी फैला है। जिसके चलते यह स्थिति है कि बदबू से परेशान कई मरीज नाक पर कपड़ा रखकर निकलते हुए दिखाई देते है। अस्पताल में मरीज स्वस्थ होने के लिए आते है। ऐसे में समय पर सफाई नहीं होने से जनाना,मर्दाना वार्ड आदि इलाका गंदगी के तालाब के रूप में विकसित हो रहा है। जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ा रहा है।
पीबीएम अस्पताल स्थित प्रसव कक्ष एवं प्रसूति वार्ड के बाहर सीवरेज के गंदले पानी का यह आलम है कि अगर कोई नवजात संक्रमित होकर बीमार हो जाए तो आश्चर्य की बात नहीं। स्थिति यह है कि वहां पिछले कई दिनों से गंदे पानी का भंडारण हो रहा है। उसमें गंदगी किस किस्म की और किस हद तक है बताना संभव नहीं है। यह स्थिति दो-चार दिन से नहीं है बल्कि लंबे समय से बनी हुई है। उधर से होकर आने जाने वाली प्रसूताओं के साथ साथ उनके परिजनों व भर्ती अन्य रोगियों को कठिनाई हो रही है।
करोड़ों खर्च फिर भी फैल रही गंदगी
सरकार और प्रशासन के तमाम प्रयासों के बावजूद पीबीएम अस्पताल की सफाई व्यवस्था पटरी पर नहीं आ रही है। हर साल सफाई व्यवस्था पर करोड़ों रुपए खर्च होने के बावजूद हालात सुधर नहीं रहे हैं। गौर करने वाली बात यह है कि शहर में कचरा संग्रहण करने के लिए पीबीएम अस्पताल को स्वच्छ रखने के लिए दो करोड़ 72 लाख रुपए खर्च कर रही है।
पीबीएम में जिन फर्मों को सफाई कार्य का जिम्मा सौंपा जा रहा है, उनकी निगरानी उचित तरीके से नहीं होने और अस्पताल प्रशासन की उदासीनता के चलते परिसर पूरी तहत साफ- सुथरा नहीं रह पाता। इस कारण मरीज व उनके परिजनों को गंदगी से दो-चार होना पड़ता है और उनके स्वास्थ्य पर भी विपरीत असर पड़ता है।
जुर्माने का भी नहीं है डर
हर माह डेढ़ लाख जुर्माना
पीबीएम अस्पताल ने दिल्ली की जिस कंपनी को सफाई का ठेका दे रखा है,उसका दिल नहीं पसीज रहा है और कंपनी को सफाई व्यवस्था दुरस्त नहीं करने पर दो बार लाखों रूपये का जुर्माना भी लगा दिया। फिर भी कंपनी सुचारू सफाई व्यवस्था करने को तैयार नहीं है।
जहां नजर दौड़ाओं वहीं गंदगी
अस्पताल में लोग अपना इलाज करवाने के लिए आते हैं, लेकिन अस्पताल की हालात इस क दर बिगड़ी है कि यह आने वाला इलाज करवाने की बजाय और अधिक बीमार हो जाए। वहीं, अस्पताल में बने शौचालय की बहुत खराब हैं। यहां पर भी पाइप से पानी लीकेज करता रहता है। पानी की लीकेज इतनी अधिक है कि फर्श पर पानी गिरने से कोई भी फिसल सकता है। अस्पताल में जहां भी नजर दोड़ाओ, वहीं गंदगी नजर आती लोगों को डर रहता है कि कहीं इलाज करवाने के चक्कर में कहीं बीमारी अधिक न फैल जाए।
मैंने भी दौरा किया था, गंदगी पसरी मिली
मैंने भी वार्ड का दौरा किया था। वार्ड में गंदगी फैली हुई थी। सफाईकर्मी को बुलवाकर तत्काल सफाई करने के निर्देश दिए है। जल्द ही सभी व्यवस्था दुरुस्त हो जाएंगी-डॉ. पी के बेरवाल,अधीक्षक पीबीएम अस्पताल
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