रिपोर्ट एक्सक्लूसिव,बीकानेर(जयनारायण बिस्सा)। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा अनुसूचित जाति-जनजाति के विरोध में दिए गए निर्णय पर रोष जताते हुए आज संविधान बचाओ अधिकार रैली निकाली गई। संविधान बचाओं संघर्ष समिति के सुनील जावा ने बताया कि गांधी पार्क से शुरू हुई रैली विभिन्न मार्गों से होती हुई कलेक्ट्रेट परिसर पहुंची। रैली के समापन मौके पर कर्मचारी मैदान में आमसभा का आयोजन किया गया।
सभा को संबोधित करते हुए विनोद चांवरिया ने आरोप लगाया कि अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 पर एक तरफा निर्णय दिया गया है। एससी एसटी एक्ट में बदलाव से अनुसूचित जाति व अनुसूचित जन जाति के खिलाफ अपराधों को बढ़ावा मिलेगा। एक्ट देश की सर्वोच्च संस्था पर एससी/एसटी जातियों के ऊपर बढ़ते अत्याचारों को ध्यान में रख 1989 में बनाया गया था। पार्षद नंदलाल जावा ने कहा कि कहा पिछले 30 साल में ग्रामीण व पिछड़े क्षेत्र में अत्याचार, दुष्कर्म, आगजनी व छेड़छाड़ की घटनाएं 90 प्रतिशत से ज्यादा एससी/एसटी समुदाय के लोगों के साथ हुई है।
उसके बाद कानून में बदलाव होगा,तो उत्पीडऩ के मामले न सिर्फ बढ़ेंगे। बल्कि अपराधियों को बल मिलेगा। महामंत्री चंद्रशेखर चांवरिया ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा संविधान के साथ छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। बाद में राष्ट्र्रपति और प्रधानमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया। सुनील जावा ने बताया कि इस संबंध में 2 अप्रैल को भारत बंद का आह्वान किया गया है। रैली में सुनील मेघवाल, सोहन लाल द्रविड़, जगदीश सोलंकी, रॉकी पडि़हार, सत्यनारायण देवड़ा, सतीश चांवरिया, राजेश, कैलाश, विकास, रामकुमार सहित बड़ी संख्या में युवा शामिल थे।
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