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जिले में टीबी खोज अभियान जारी

हनुमानगढ,  जिले में शनिवार से टीबी रोगी खोज अभियान शुरु कर किया गया है। आशा सहयोगिनें टीबी रोगियों की पहचान के लिए घर-घर जाकर सर्वे कर रही हैं व प्रपत्र भी भरवा रही हैं। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. रविशंकर शर्मा ने बताया कि आशा सहयोगिनियों ने अपने गांव में टीबी रोग से ग्रसित एवं उपचार ले रहे प्रत्येक टीबी रोगी की पहचान करने के लिए घर-घर सम्फ करना शुरु कर दिया है। अभियान की मोनिटरिंग कर रहे पीपीएम समन्वयक बलविंदर सिंह पीएचसी इंचार्ज एवं आशा कार्यकर्ताओं की हरसम्भव मदद कर रहे हैं व रोजाना अभियान के बारे में जानकारी ले रहे हैं। आज उन्होंने उत्तरादाबास, अनूपशहर, शेरपुरा, मिर्जावाली मेर, तलवाडा झील, सिलवाला, टिब्बी व आरपीपी कॉलोनी की अर्बन यूनिट से अभियान के संबंध में सर्वे व स्क्रीनिंग के बारे में जानकारी ली। भादरा में आयोजित आशा मीटिंग में जिले से शंकरलाल व राजेश कुमार ने अभियान के बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश दिए तथा 25 मार्च से पहले सही तरीके से प्रपत्र भरकर जमा करवाने की बात कही। कल मंगलवार को उन्होंने रावतसर में एएनएम स्टाफ की मीटिंग ली। उन्होंने कहा कि वे आशा कार्यकर्ताओं का सहयोग करें व एमओ भी अभियान को सफल बनाने के लिए यथासंभव योगदान देवें। इसके अलावा नोहर में भी चल रही आशा ट्रेनिंग में आशा कार्यकर्ताओं को दिशा-निर्देश दिए गए। डॉ. शर्मा ने बताया कि सभी बीसीएमओ को निर्देश दिए गए हैं कि टीबी रोग की पहचान के लिए आशाओं की मोनिटरिंग करते रहें। उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति जिसे दो हफ्ते से ज्यादा की खांसी, शाम के समय बुखार आना, खांसी के साथ खून आना, छाती में दर्द होना या सांस फूलना, गर्दन या बगल में गांठ होना, वजन घटना, भूख कम लगने जैसा लगे, तो वह तुरंत नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर जांच करवा सकता है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के वर्ष 2025 तक टीबी रोग की समाप्ति के लक्ष्य के मद्देनजर यह अभियान किया गया है, जो पूरे राज्य में चलेगा।


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