उत्साह और धूमधाम से मनाया जाएगा राष्ट्रीय मतदाता दिवस
चिन्हित दिव्यांग, सेवानियोजित और सहस्त्राब्दी मतदाता होंगे सम्मानित
जयपुर, 23 जनवरी। राज्य में 25 जनवरी को आठवां राष्ट्रीय मतदाता दिवस उत्साह और धूमधाम से मनाया जाएगा। जयपुर में होने वाला राज्य स्तरीय मुख्य समारोह हरिश्चंद्र माथुर राजस्थान राज्य लोक प्रशासन संस्थान के भगवत सिंह मेहता सभागार में प्रातः 11 बजे आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य निर्वाचन आयोग के आयुक्त श्री प्रेम सिंह मेहरा रहेंगे वहीं अध्यक्षता एच.सी.एम, रीपा की अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं पदेन महानिदेशक सुश्री गुरजोत कौर करेंगी। गौरतलब है कि भारत निर्वाचन आयोग की स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में यह दिवस पूरे देश में मनाया जाता है। इस बार के कार्यक्रम की थीम ‘सुगम निर्वाचन‘ (Accessible Elections) रहेगी।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी श्री अश्विनी भगत ने कहा कि राज्य में राष्ट्रीय मतदाता दिवस पर वातावरण निर्माण के लिए सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों में निर्देशानुसार रचनात्मक गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। 25 जनवरी को मतदाताओं को जागरूक करने के उद्देश्य से आयोजित होने वाले समारोह में मतदान के प्रति जागरुकता के लिए प्रतिभागियों को शपथ दिलाई जाएगी, प्रदर्शनियां लगाई जाएगी। इस मौके विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम-2018 के दौरान चिन्हित किए गए सेवा नियोजित मतदाता, दिव्यांग मतदाता और सहस्त्राब्दी (जिनका जन्म 1 जनवरी, 2000 को हुआ है) मतदाताओं को भी मतदान केन्द्र स्तर, जिला स्तर पर मतदाता फोटो पहचान पत्र एवं बैज प्रदान कर सम्मानित किया जाएगा।
श्री भगत ने बताया कि राज्य निर्वाचन विभाग के प्रयासों तथा जिला स्तर पर जिला निर्वाचन अधिकारियों के सक्रिय सहयोग से संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के दौरान 14 लाख 41 हजार 946 मतदाताओं के नाम जोडे़ गए और 9 लाख 22 हजार 536 मतदाताओं के नाम हटाए गए। इस प्रकार अभियान के दौरान 5 लाख 19 हजार 410 मतदाताओं के नाम मतदाता सूचियों में शामिल किए गए। उन्होंने बताया कि राज्य में 200 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में मतदाता सूचियों के अन्तिम प्रकाशन के बाद प्रदेश में 4 करोड़ 72 लाख 56 हजार 247 मतदाता हैं, जिसमें 2 करोड़ 47 लाख 6 हजार 888 पुरूष और 2 करोड़ 25 लाख 49 हजार 359 महिला मतदाता हो गए हैं। उन्होंने कहा दिन को उत्साहपूर्वक मनाने के पीछे आमजन को मतदान प्रक्रिया के बारे में जागरूक करना और नए मतदाताओं का ज्यादा से ज्यादा पंजीकरण करवाना है।
सन 2011 से हुई शुरुआत
भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूचियों में नए मतदाताओं तथा महिलाओं के नाम जुड़वाने तथा मतदान करने के प्रति आमजन का रुझान बढ़ाने के लिए ही अपनी 60 वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 25 जनवरी, 2011 से ‘राष्ट्रीय मतदाता दिवस‘ मनाए जाने की नई शुरुआत की थी। सन् 1950 में स्थापित हुए भारत निर्वाचन आयोग की इस अभिनव पहल से आज देश में होने वाले सभी चुनाव लोकतंत्र का पावन पर्व बन गए हैं।
0 टिप्पणियाँ
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे