हनुमानगढ़। पल्स पोलियो महाअभियान प्रथम चरण के तहत 28 जनवरी 2018 को प्रातः 9 से सायं 5 बजे तक जिले भर में 1105 बूथों पर पल्स पोलियो की दवा पिलाई जायेगी। अभियान के तहत जिले के 265331 बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य रखा गया है। 0-5 वर्ष तक के सभी बच्चो को पोलियोरोधी दवा पिलाने के लिए जिले के ग्रामीण क्षेत्र में 861 व शहरी क्षेत्र में 244 बूथ बनाए गए हैंै। इन बूथों पर 4641 वैक्सीनेटर तथा उनके निरीक्षण के लिए 221 सुपरवाईजर लगाए गए है। 28 जनवरी को प्रातः 9 बजे संगरिया बाइपास पर स्थित सतीपुरा राजकीय विद्यालय में बच्चों को पोलियो ड्राॅप्स पिलाकर जिला स्तरीय कार्यक्रम का आगाज किया जाएगा।
सीएमएचओ डाॅ. अरूण कुमार ने बताया कि प्रथम दिवस यानि 28 जनवरी, 2018 को बूथ पर पोलियो की दवा पिलाई जायेगी तथा दूसरे व तीसरे दिन घर-घर जाकर बच्चों को दवा पिलाई जायेगी। इस वर्ष कार्यक्रम में घुमन्तु जातियां विषेष तौर पर गाड़िया लौहारों, मनिहारों, पत्थरों का कार्य करने वालों व गृह निर्माण व ईट भट्टों पर कार्य करने वाले श्रमिकों के बच्चों के लिए विशेष अभियान चलाकर पोलियो की दवा पिलाई जाएगी। सभी ब्लाॅक चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी प्रभारी लगातार अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमण करेंगे तथा सभी बच्चों को बूथ पर लाकर दवा पिलाने में सहयोग देंगे। साथ ही पल्स पोलियो अभियान की माॅनीटरिंग हेतु जिला स्तरीय अधिकारियों को विशेष चैक लिस्ट दी गई है, जो अपने-अपने क्षेत्रों का भ्रमण कर सभी बच्चों को दवा पिलाना सुनिश्चित करेंगे।
उन्होंने बताया कि बूथ कवरेज बढ़ाने के लिए सभी प्रभारियों व सुपरवाइजरों को अपने क्षेत्र में माइक से प्रचार-प्रसार करने व सभी आमजन के दृश्य स्थलों पर बैनर लगाने के निर्देश दिये गये है। इस कार्य को सफल बनाने में चिकित्सा विभाग के साथ महिला एवं बाल विकास विभाग में कार्यरत आषा, आंगनबाडी कार्यकर्ता, साथिन, जनमंगल जोड़ों, स्वयंसेवी संगठनो का भी सहयोग रहेगा। अभियान में शिक्षा विभाग का अहम योगदान रहेगा। जिसके तहत रविवार को उन सभी स्कूलों का,े जिनमे बूथ बनाये गयें है, उन्हे खुला रखेगें। साथ ही एनसीसी, एनएसएस व स्काउट के बच्चे भी छोटे बच्चों को बूथ पर लाकर दवा पिलाने में सहयोग करेंगे।
आरसीएचओ डाॅ. विक्रम सिंह ने बताया कि अफगानिस्तान, पाकिस्तान एवं नाइजीरिया के अतिरिक्त समस्त विश्व से पोलियो के वायरस का लगभग उन्मूलन हो चुका है पूरे देश में गत वर्षो से पोलियो रोग का एक भी रोगी नहीं पाया गया है। इसलिए इस बार भी 0-5 वर्ष के सभी बच्चों को एक साथ बूथ पर लाकर दवा पिलाना अति आवश्यक है। उन्होंने सभी माता-पिता एवं अभिभावको के साथ-साथ पंचायती राज संस्थाओं के चुने हुए प्रतिनिधियों, शिक्षकों, स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों व समाज के प्रबुद्व नागरिकों से अनुरोध है, कि अपने, आस-पड़ोस के गांव, मौहल्ले के सभी बच्चों को आज ही बूथ पर दवा पिलाने में अपना अमूल्य योगदान देवें, क्योंकि एक भी बच्चा छूट जाता है तो पोलियो रोग का खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि जिले के गणमान्य नागरिकों के सहयोग से पोलियो की बीमारी का पूर्ण रूप से उन्मूलन हो सके।
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