Advertisement

Advertisement

किसानों के लिये खुशखबरी,लम्बित कृषि के विधुत कनेक्शन फरवरी तक दे दिये जायेंगे

जिला कलक्टर ने विधुत विभाग को 15 फरवरी तक का दिया समय

श्रीगंगानगर। जिले में कृषि कार्यों के लिये विधुत कनेक्शन के लिये लम्बे समय से इंतजार कर रहे किसानों के लिये अब खुशखबरी का अवसर आ गया है। जिन्होंने कृषि कनेक्शन के लिये आवेदन कर रखा है, उन्हें माह फरवरी 2018 तक दे दिया जायेगा। 



जिला कलक्टर श्री ज्ञानाराम ने मुख्यमंत्री विधुत सुधार जिला स्तरीय समिति की गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभाहॉल में आयोजित बैठक में ये जानकारी दी। उन्होंने विधुत विभाग को निर्देशित किया है कि 15 फरवरी 2018 तक शेष सभी किसानों को विधुत कनेक्शन दे दिये जायें। उन्होंने बताया कि जिले में 1785 किसान विधुत कनेक्शन के लिये प्रतिक्षा में बैठे थे, जिसमें सामान्य अनुसूचित जाति, जनजाति तथा ड्रिप सिंचाई वाले किसान शामिल है। इस सूची में से 984 किसानों को विधुत कनेक्शन दे दिये गये, जबकि 801 किसान आज भी विधुत कनेक्शन के इंतजार में है। जिला कलक्टर ने ऐसे सभी किसानों को 15 फरवरी 2018 तक विधुत उपलब्ध करवाने के निर्देश दिये है। इस कार्य के लिये संबंधित विधुत खण्ड में खम्बे तार ट्रांसफार्मर की आपूर्ति करने के निर्देश दिये है। 




जिला कलक्टर ने बताया कि ऐटा सिंगरासर क्षेत्र के किसानों को भी विधुत कनेक्शन देने के कार्य में तेजी लाई जा रही है। ऐटा सिंगरासर क्षेत्र में 1021 किसानों ने आवेदन किया है, जिसमें से 700 का डिमांड नोटिस जारी कर दिया गया है। 176 किसानों को विधुत कनेक्शन दे दिये गये है तथा 321 स्वीकृति के लिये विचारनीय है। इस क्षेत्र में विधुत सुदृढ़ीकरण के लिये 33 केवी के 5 जीएसएस का निर्माण किया जायेगा। इसके लिये भूमि आवंटित कर दी गई है। पीपेरन क्षेत्रा में लॉ वोल्टेज की समस्या का समाधान आगामी 7-8 दिनों में हो जायेगा। 



जिला कलक्टर ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण विधुत योजना में तेजी लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि कार्यकारी ऐजेंसी को नोटिस जारी किया जाये। जिले में लगभग 2500 ढ़ाणियों को सर्वें में शामिल किया गया है। जिले में विभिन्न स्थानों पर 11 ओर जीएसएस स्थापित किये जायेंगे, जिसके लिये भूमि आवंटन की प्रक्रिया जारी है। जिला कलक्टर ने कहा कि विधुत छिजत रोकने में करणपुर, अनूपगढ़ व विजयनगर को अधिक ध्यान देने की जरूरत है। जिले में 35 प्रतिशत से उपर छिजत वाले 5 फीडर है। जीरों से 15 प्रतिशत की छिजत में 184 तथा 15 से 25 की छिजत में 41 फीडर शेष रहे है। विधुत चोरी व छिजत में काफी सुधार हुआ है। 



जिला कलक्टर ने औद्योगिक क्षेत्र में छिजत की समीक्षा करते हुए बताया कि घड़साना औद्योगिक क्षेत्र में सर्वाधिक छिजत व एटी एण्ड सी लॉस है। विभाग को इस तरफ ध्यान केन्द्रित करना चाहिए तथा घड़साना औद्योगिक क्षेत्र में छिजत जीरो की जाये। 



बैठक में अधीक्षण अभियंता डॉ. संजय बाजपेयी, अधीशाषी अभियंता श्री के.के.कस्वा, अधीशाषी अभियंता श्री जे.एस.पन्नू, अधीशाषी अभियंता श्री के.एस.सन्धू, अधीशाषी अभियंता रायसिंहनगर श्री अनिल सिंगल सहित जिले में सेवारत विधुत अभियंताओं ने भाग लिया।


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Advertisement

Advertisement