रायपुर(जी.एन.एस) अब देश में बायोफ्यूल की मदद से विमान उड़ान भरेंगे। इस दिशा में पहला कदम उठाया जा चुका है। 27 अगस्त को स्पाइसजेट की फ्लाइट ने देहरादून से दिल्ली तक की सफल उड़ान भरी थी। इस दौरान प्लेन में 25 लोग सवार थे। विमान के बायोफ्यूल से उड़ान भरने का श्रेय छत्तीसगढ़ के किसानों को जाता है। यहां किसान एक दशक से अधिक समय से बायोफ्यूल के लिए जेट्रोफा की खेती में जुटे हैं।
बायोफ्यूल के लिए छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में स्थित घाटबेहरा गांव चर्चा में है। यह गांव बायो डीजल बनाने के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। इस गांव में जेट्रोफा की खेती एक दशक से की जा रही है। जेट्रोफा के बीज रायपुर स्थित बायोफ्यूल प्लांट को दिए जाते हैं। यह प्लांट बायो-डीजल अथॉरिटी (सीबीडीए) द्वारा लगाया गया है जहां जेट्रोफा के बीज से तेल निकालकर उन्हें देहरादून के इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ पेट्रोलियम (आईआईपी) भेजा जाता है।
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