नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नई दिल्ली के डॉ अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में दो दिनों से चल रही पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक के आखिरी दिन समापन सत्र को को संबोधित किया। पार्टी कार्यकर्ताओं के परिश्रम की चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जिस दल के पास परिश्रम की पराकाष्ठा पार करने वाले कार्यकर्ताओं का समर्पण भाव हो, उस दल को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता.
अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा कि अटल जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी एक संगठन, एक विचार, एक कार्यकर्ता और अपने कार्यपद्धति से हर स्तर पर एक तेजस्वी तारे के रूप में चमक रही है। अटल जी को भी यह विश्वास निश्चित रूप से होगा कि जिस सपने को लेकर भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई थी, उस सपने को पूरा कर देश को विश्व गुरु के रूप में पुनः प्रतिष्ठित करने का सामर्थ्य पार्टी के कार्यकर्ताओं में है, हमें उन आशाओं व आकांक्षाओं को पूरा करना है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि पार्टी की कई पीढ़ियों ने ‘भारत माता की जय’ के लिए और देश की एकता एवं अखंडता को अक्षुण्ण रखने के लिए अपना सर्वस्व अर्पण कर दिया, हमें भी इसी तरह देश के लिए निरंतर काम करते रहना है. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं को ‘अजेय भारत, अटल भाजपा’ का नारा देते हुए कहा कि हम इसी विश्वास के साथ एकजुट हो आगे बढ़ते रहना है. उन्होंने कहा कि हमें इस बात का पूर्ण विश्वास है कि आने वाले दिन अधिक उज्जवल रहने वाले हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि हम सार्वजनिक जीवन में बदलाव के लिए जीने वाले लोग हैं, हम देश के परिवर्तन के लिए, देश के पुनर्निर्माण के लिए जीने वाले लोग हैं, हम अपने संस्कारों के बल पर संकल्प की पूर्ति के लिए जीने वाले लोग हैं, इसलिए हमारे पास नीति भी है और रणनीति भी. उन्होंने कहा कि हम अपने आप को जनता के प्रतिनिधि के रूप में देखते हैं और जब तक यह मनोभाव बना रहेगा, तब तक किसी में भी हमारे आचार और विचार को चुनौती देने का सामर्थ्य नहीं है.
विपक्ष पर करारा प्रहार करते हुए मोदी ने कहा कि जो लोग शासन में भी विफल रहे हैं, वे विपक्ष की भूमिका का निर्वहन करने में भी विफल रहे हैं. उन्होंने विपक्ष को चुनौती देते हुए कहा कि आप चाहे मिलकर आयें या अकेले आयें लेकिन कम से कम ये तो बताएं कि आप किस आधार पर चुनाव में हमारे सामने आना चाहते हैं – वैचारिक धरापटल के आधार पर या सरकार के कामकाज के आधार पर? उन्होंने कहा कि हम हर विषय पर विपक्ष सामना करने के लिए तैयार हैं – एक तरफ 48 माह का भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व में केंद्र की राजग सरकार के कार्यों की उपलब्धियां हैं तो दूसरी तरफ देश पर 48 साल का एक परिवार का शासन.
उन्होंने कहा कि विपक्ष न तो विचार के आधार पर चुनाव लड़ना चाहता है, न कामकाज के आधार पर और आचार पर तो उनमें चुनाव लड़ने का साहस ही नहीं है. इसलिए विपक्ष अब झूठ की राजनीति पर उतर आया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष का अब एक ही काम रह गया है – हर दिन एक नया झूठ बोलो और उसी झूठ को बार-बार बोलो. हमें विपक्ष के हर झूठ का सटीक जवाब देना है. उन्होंने कहा कि विपक्ष अपने पाप को भी हमारे सिर मढ़ने की साजिश कर रहा है. उन्होंने कहा कि हमें विपक्ष के दुष्प्रचार से अत्यधिक सतर्क रहने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि हमें अपनी उपलब्धियों और ‘सबका साथ, सबका विकास’ के एजेंडे पर अडिग रहना है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 1975 में ‘गरीबी हटाओ’ का नारा दिया था लेकिन उन्होंने इस दिशा में 2014 तक क्या किया और केंद्र की भाजपा-नीत राजग सरकार ने इन साढ़े चार सालों में इस दिशा में कितना काम किया है – इस पर तुलनात्मक अध्ययन के द्वारा कांग्रेस को बेनकाब किया जाना चाहिए. उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं का आह्वान करते हुए कहा कि एक तरफ तो हमें विपक्ष के झूठे दुष्प्रचार के खिलाफ लड़ना है तो दूसरी ओर सरकार की उपलब्धियों को गाँव-गाँव, घर-घर तक पहुंचाना है.
विपक्ष द्वारा महागठबंधन की कवायद पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि साढे चार वर्षों के कार्यकाल में हमने विकास को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने का कार्य किया है जिसके कारण 2014 के बाद से देश में हुये हर चुनाव में देश की जनता ने भारतीय जनता पार्टी को ऐतिहासिक जनादेश दिया है. देश की जनता अडिग भाव से भाजपा और राजग के साथ है. यही कारण है कि जो पार्टियां एक-दूसरे को देखना भी पसंद नहीं करती थी, आज साथ आने को मजबूर हो गये हैं
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