ग्राम स्तर तक के स्वास्थ्य केन्द्र आमजन को बताए बचाओं के तरीके : जिला कलक्टर
श्रीगंगानगर। जिला कलक्टर ज्ञानाराम ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया है कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए गांव-गांव में सेवारत स्वास्थ्य केन्द्रों के माध्यम से जन जागृति पैदा की जाए। आमजन को यह बताया जाए कि सावधानियां बरतने से भी मौसमी बीमारियों से बचा जा सकता है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ0 नरेश बंसल ने बताया कि मलेरिया, डेंगू फैलाने वाला मच्छर ठहरे हुए साफ पानी में पैदा होता है तथा घर का प्रत्येक सदस्य अपने आपको स्वास्थ्यकर्ता समझते हुए अपने-अपने घरों में लगे कूलर का पानी खाली कर पूरी तरह सुखायें क्योंकि सर्दी का मौसम आ रहा है, कूलर इत्यादि का प्रयोग लगभग बन्द हो गया है। उन्होने कहा कि घरों में लगे फ्रिज के पीछे की ट्रे जिसमें बून्द-बून्द पानी इक्टठा होता है, इस ट्रे में मलेरिया डेंगू का मच्छर पैदा होता है तथा इसे सप्ताह में एक बार साफ जरूर करें। घरों में पीने के पानी की टंकियों को ढक कर रखे तथा छत पर या आंगन में बनी पानी की टंकियों को भी ढक कर रखे। घर के ड्रईंग रूम में रखे मनीप्लान्ट, कैक्ट्स की बोतलों में भरे पानी को भी सप्ताह में एक बार खाली करें।
उन्होने कहा कि आमजन अपने घरों के आस-पास गढड़ों, नालियों में पानी इक्टठा न होने दे।। कही भी अनावश्यक पानी इक्टठा होने पर उसमें जला हुआ तेल या मिट्टी का तेल का छिड़काव करे। पानी से भरे हुए गढडों को मिट्टी से भरे। घर के अन्दर व बाहर टूटे बर्तनों, टायरों, नारियल के खोल, आदि में पानी जमा न होने दे। मच्छरदानी का प्रयोग करे तथा पूरी बांह के कपडे पहने या मच्छर निवारक क्रीम, सरसों का तेल, मच्छर भगाने वाली कॉयल, टिकीया का प्रयोग करे।
0 टिप्पणियाँ
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे