गुवाहाटी(वेबवार्ता)। नागरिकता संशोधन विधेयक के मुद्दे पर भारतीय जनता पार्टी की सरकार से समर्थन वापस लेकर पिछले दिनों गठबंधन तोड़ चुके असम गण परिषद (अगप) द्वारा फिर से भाजपा के साथ गठबंधन होने के साथ ही अगप कोटे के तीनों मंत्रियों ने बुधवार को अपना-अपना कार्यभार संभाल लिया। ये मंत्री हैं- अगप अध्यक्ष अतुल बोरा, केशव महंत और फणीभूषण चैधरी।
उल्लेखनीय है कि गठबंधन टूटने के बाद तीनों नेताओं ने अपना इस्तीफा मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल को सौंप दिया था। लेकिन मुख्यमंत्री ने इस्तीफा राज्यपाल को नहीं भेजा था, जिसके चलते यह शुरू से ही कयास लगाया जा रहा था कि आज नहीं तो कल फिर से भाजपा-अगप में गठबंधन हो जाएगा, जो अंततः सही साबित हुआ। पदभार संभालने के बाद अगप अध्यक्ष अतुल बोरा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ऐसा उन्होंने मुख्यमंत्री के आह्वान पर किया है।
नागरिकता संशोधन विधेयक के मुद्दे पर बातचीत के जरिए समाधान निकालने की बात उन्होंने कही है। अतुल बोरा ने एक प्रश्न के उत्तर में यह भी कहा कि लोकसभा चुनाव के दौरान भाजपा के साथ सीटों के तालमेल पर बातचीत हो चुकी है। उसे 16 मार्च को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ होने वाली बैठक के बाद अंतिम रूप दिया जाएगा। अब दोनों दलों के बीच किसी भी मुद्दे को लेकर कोई गतिरोध नहीं है।
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