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Sri GangaNagar - बच्चों को संस्कारित बनाने पर बल,आरोग्य भारती की प्रांत स्तरीय बैठक


श्रीगंगानगर। आरोग्य भारती के संस्था के जिलाध्यक्ष डॉ दर्शन आहूजा ने बच्चों को संस्कारित बनाने पर बल दिया है। उन्होंने सुझाव दिया है कि घर में बच्चों  से ही बड़े बुजुर्गों को भोजन करवाएं। बुजुर्ग सदस्यों के लिए भोजन की थाली बच्चों के को देकर भेजें। इससे बुजुर्गों के प्रति बच्चों में सम्मान ही नहीं बढ़ेगा बल्कि दोनों में आत्मीयता भी बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि रोजाना सुबह बड़े बुजुर्गों के पांव छूने की आदत है बच्चों में डालनी चाहिए। आरोग्य भारती संस्था की जोधपुर में हुई प्रांतीय बैठक में डॉ दर्शन आहूजा ने यह सुझाव दिया। उन्होंने कहा की गर्भ गृह संस्कार गर्भवती महिलाओं को दिए जाने से होने वाले बच्चे पर इसका अच्छा प्रभाव पड़ता है। अपने घर परिवार अथवा अड़ोस पड़ोस में कोई गर्भवती मिले, उसे गर्भ गृह संस्कार अवश्य दिया जाए। 


प्रांतीय बैठक में श्रीनिवास मूर्ति अखिल भारतीय संयोजक  मधुमेह रोग प्रबंध,शिव लहरी क्षेत्रीय सेवा प्रमुख,लक्ष्मण प्रांत प्रचारक, डॉ प्रेम प्रकाश व्यास आयुर्वेद विश्वविद्यालय, रतनलाल श्रीवास्तव सेवानिवृत्त  रेलवे स्टेशन अधीक्षक (उत्तर रेलवे) ,महेंद्र प्रकाश गगड़ सेवानिवृत्त अधिकारी, माधवी श्रीवास्तव गृहणी महिला प्रमुख आरोग्य भारती जोधपुर, सुरेश शाह प्रांत कोषाध्यक्ष , एडवोकेट संजय जोधपुर, आदि प्रांत, जिला और विभाग से आए प्रतिनिधियों ने भाग लिया। बैठक में वक्ताओं ने लोगों के जीवन को स्वस्थ बनाने के लिए जीवनशैली में बदलाव लाने, योग का अधिकाधिक प्रचार करते हुए इससे लोगों को जोडऩे व घरेलू खानपान को जीवन शैली में अपनाने पर बल दिया गया।


सभी तरह की चिकित्सा पद्धतियों में समन्वय बनाने का भी इस बैठक में सुझाव आया। वक्ताओं ने कहा कि जहां भी जाएं लोगों में मेलजोल बढ़ाएं। अपने आसपास के हर व्यक्ति के सुख दुख में शामिल होकर समाज को आंतरिक रुप से मजबूत बनाए रखने पर भी जोर दिया गया। आहार नियंत्रण के संबंध में विशेषज्ञ वक्ताओं ने कहा कि सुबह भारी नाश्ता,  दोपहर को हल्का भोजन और रात्रि को और भी ज्यादा हल्का भोजन करना सेहत के लिए फायदेमंद रहता है। इससे मोटापा नहीं आता। बच्चों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता लाने के लिए सभी पदाधिकारियों से  कहा गया  कि वे स्कूलों में जाकर प्रबोधन दे।उन्होंने कहा कि खानपान स्वच्छ और शुद्ध होना चाहिए।तनाव से बचे रहेंगे तो बीमारियों से भी दूर रहेंगे।

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