आत्मा परियोजना के शासकीय परिषद की बैठक सम्पन्न
336.37 लाख रूपये की वार्षिक योजना का अनुमोदन
श्रीगंगानगर/ जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि किसानों की आवश्यकता, जरूरत एवं कृषि को नई तकनीक की ओर ले जाने वाले क्षेत्रा का भ्रमण करवाना चाहिए।
जिला कलक्टर मंगलवार को कलैक्ट्रेट सभाहॉल में आत्मा परियोजना की शासकीय परिषद की बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होने कहा कि किसानों को नई तकनीक बताने तथा नवीन तकनीक का अधिक से अधिक उपयोग कर अपनी आय मे बढोत्तरी करे, ऐसे अन्तराज्यीय, राज्यीय व जिला भ्रमणों की सार्थकता है।
जिला कलक्टर ने कहा कि किसानों को अन्तराज्यीय भ्रमण के लिए आईआरआई दिल्ली, पटियाला कृषि विश्वविद्यालय, हिसार कृषि विश्वविद्यालय का भ्रमण करवाया जाए। किसानों का चयन प्रत्येक कृषि सुपरवाइजर के माध्यम से इच्छुक व प्रगतिशील किसानों के आवेदन पत्रा लेकर, उनमे से चसन किया जाए।
बैठक में आत्मा परियोजना की वार्षिक कार्य योजना 336.37 लाख रूपये की राशि का अनुमोदन किया गया। बैठक में बताया कि जिले में 1050 कृषक मित्रा है, जिन्हे प्रतिवर्ष 12 हजार रूपये की राशि दी जाती है। प्रगतिशील किसानों के 3 फार्म स्कूल किसानों की जागरूकता के लिए प्रदर्शनी व किसान मेलों का आयोजन किया जाता है। कृषि प्रदर्शन के लिए 4 हजार रूपये, कृषक अभिरूचि समूहों के गठन व क्रियाशील के लिए 5 हजार रूपये तथा प्रति समूह20 हजार रूपये की राशि देने का प्रावधान है। प्रत्येक पंचायत समिति स्तर पर 5-5 किसानों को 10 हजार रूपये, जिला स्तर पर 25 हजार रूपये तथा राज्य स्तर पर 50 हजार रूपये की राशि कृषक पुरस्कार दिया जाता है।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सौरभ स्वामी, आत्मा के परियोजना निदेशक श्री सतीश शर्मा, संयुक्त निदेशक कृषि श्री आनन्द स्वरूप छिंपा, क्षेत्राय संयुक्त निदेशक श्री यू.एस. शेखावत, उपनिदेशक कृषि श्री जी.आर. मटोरिया, सहायक निदेशक उद्यान श्रीमती प्रीति गर्ग, नाबार्ड के क्षेत्राय प्रबन्धक , डीआर सहकारिता श्री दीपक कुक्कड, सहायक निदेशक कृषि श्री पृथ्वीराज, संयुक्त निदेशक पशुपालन डॉ0 हुकमाराम, महिला अधिकारिता के सहायक निदेशक श्री विजय कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
336.37 लाख रूपये की वार्षिक योजना का अनुमोदन
श्रीगंगानगर/ जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि किसानों की आवश्यकता, जरूरत एवं कृषि को नई तकनीक की ओर ले जाने वाले क्षेत्रा का भ्रमण करवाना चाहिए।
जिला कलक्टर मंगलवार को कलैक्ट्रेट सभाहॉल में आत्मा परियोजना की शासकीय परिषद की बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होने कहा कि किसानों को नई तकनीक बताने तथा नवीन तकनीक का अधिक से अधिक उपयोग कर अपनी आय मे बढोत्तरी करे, ऐसे अन्तराज्यीय, राज्यीय व जिला भ्रमणों की सार्थकता है।
जिला कलक्टर ने कहा कि किसानों को अन्तराज्यीय भ्रमण के लिए आईआरआई दिल्ली, पटियाला कृषि विश्वविद्यालय, हिसार कृषि विश्वविद्यालय का भ्रमण करवाया जाए। किसानों का चयन प्रत्येक कृषि सुपरवाइजर के माध्यम से इच्छुक व प्रगतिशील किसानों के आवेदन पत्रा लेकर, उनमे से चसन किया जाए।
बैठक में आत्मा परियोजना की वार्षिक कार्य योजना 336.37 लाख रूपये की राशि का अनुमोदन किया गया। बैठक में बताया कि जिले में 1050 कृषक मित्रा है, जिन्हे प्रतिवर्ष 12 हजार रूपये की राशि दी जाती है। प्रगतिशील किसानों के 3 फार्म स्कूल किसानों की जागरूकता के लिए प्रदर्शनी व किसान मेलों का आयोजन किया जाता है। कृषि प्रदर्शन के लिए 4 हजार रूपये, कृषक अभिरूचि समूहों के गठन व क्रियाशील के लिए 5 हजार रूपये तथा प्रति समूह20 हजार रूपये की राशि देने का प्रावधान है। प्रत्येक पंचायत समिति स्तर पर 5-5 किसानों को 10 हजार रूपये, जिला स्तर पर 25 हजार रूपये तथा राज्य स्तर पर 50 हजार रूपये की राशि कृषक पुरस्कार दिया जाता है।
बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सौरभ स्वामी, आत्मा के परियोजना निदेशक श्री सतीश शर्मा, संयुक्त निदेशक कृषि श्री आनन्द स्वरूप छिंपा, क्षेत्राय संयुक्त निदेशक श्री यू.एस. शेखावत, उपनिदेशक कृषि श्री जी.आर. मटोरिया, सहायक निदेशक उद्यान श्रीमती प्रीति गर्ग, नाबार्ड के क्षेत्राय प्रबन्धक , डीआर सहकारिता श्री दीपक कुक्कड, सहायक निदेशक कृषि श्री पृथ्वीराज, संयुक्त निदेशक पशुपालन डॉ0 हुकमाराम, महिला अधिकारिता के सहायक निदेशक श्री विजय कुमार सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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