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आपदा की घड़ी में प्रदेश के निजी अस्पतालों को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी - चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री

श्रीगंगानगर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. रघु शर्मा ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी के बीच प्रदेश के निजी अस्पतालों को अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभानी होगी। उन्होंने कहा कि मरीजों का इलाज नहीं करने वाले कुछ निजी अस्पतालों को आज नोटिस दिया गया है।  
 डाॅ0 शर्मा ने कहा कि प्रदेश के कई हिस्सों से यह बात सामने आई थी कि कुछ निजी अस्पताल मरीजों के इलाज में असर्मथता दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि निजी हो सरकारी सभी अस्पतालों में आने मरीजों के उपचार को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। मरीजों का उचित उपचार उनकी जिम्मेदारी है, सरकार यह सुनिश्चित भी करेगी।
 चिकित्सा मंत्री ने कहा कि कोरोना के कुचक्र को तोड़ने में सैंपलिंग की अहम भूमिका है। जितने ज्यादा सैंपल लिए जाएंगे उतने की वास्तविक केस सामने आएंगे और हम समय रहते ऐसे लोगों का उपचार कर कोरोना को कम्यूनिटी स्प्रेड होने से रोक पाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में अब तक लगभग 35000 सैंपल लिए जा चुके हैं। अधिकारियों से बात कर क्वारेंटाइन और आइसोलेशन की सुविधा और बढ़ाने पर विभाग काम कर रहा है। 
 उन्होंने कहा कि जयपुर सहित राज्य की सभी मेडिकल काॅलेजों में 3000 जांचें प्रतिदिन की जा सकती हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जयपुर सहित कुछ जिलों को छोड़कर कही भी पाॅजीटिव केसेज के बढ़ने की सूचना नही है। उन्होंने कहा कि अब तक 147 लोग पाॅजीटिव से नेगेटिव हुए हैं, जिनमें से 74 को डिस्चार्ज भी कर दिया गया है। स्थिति पूरी तरह नियंत्राण में है। 
 डाॅ0 रघु नेे कहा कि सरकार आमजन के घर-घर जाकर सूखी भोजन सामग्री और खाने के पैकिट पहुंचा रही है। क्षेत्रा में कोरोना के प्रकोप को कम करने के लिए हाॅट स्पाॅट चिन्हित कर क्लस्टर बेस्ड और काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग बेस्ड दोनों तरह के सैंपल लिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रामंगज में 418 सैंपल में से 345 सैंपल पाॅज़िटिव आए हैं

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