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सेम्पल की सूचना ऐप पर अपलोड करें


श्रीगंगानगर,। कोविड-19 की जांच के लिये जा रहे सेम्पल का सम्पूर्ण डाटा सेम्पल लेने वाले कार्मिक द्वारा आरटीपीसीआर ऐप पर सीधे ही अपलोड किये जाने हेतु पूर्व में राज्य सरकार द्वारा निर्देश दिये जा चुके है। समीक्षा करने पर सरकार को पाया गया कि अभी भी राज्य में काफी संख्या में सेम्पल्स लिये जाते समय उनका डाटा आरटीपीसीआर ऐप पर अपलोड किये जाने के स्थान पर फिजिकल फार्म भरा जाकर लैब में भेजा जा रहा है। डाटा को आईसीएमआर पोर्टल पर अपलोड करना होता है, जिसमें काफी समय अनावश्यक व्यय होता है। डाटा की आरटीपीसीआर एक्ट एवं आईसीएमआर पोर्टल पर माॅनिटरिंग किया जाना भी संभव नही हो पाता है। 
जिला कलक्टर श्री शिवप्रसाद एम नकाते ने इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये है कि मरीज से संबंधित डाटा सेम्पल लेते समय ही आरटीपीसीआर ऐप पर अपलोड किया जावें। किसी भी स्थिति में डाटा फिजिकल फार्म में नही लिया जावे। आरटीपीसीआर ऐप पर डाटा अपलोड करने के उपरांत प्रत्येक सेम्पल की एक यूनिक आईडी जनरेट होती है। उपरोक्त यूनिक आईडी का अंकन संबंधित सेम्पल के वीटीएम पर भी किया जावे। 
सेम्पल के वीटीएम पर मरीज का नाम एवं यूनिक आईडी का अंकन स्पष्ट हस्तलिपि से अंकित किया जावे, ताकि टेस्टिंग लैब में उपरोक्त यूनिक आईडी एवं नाम के आधार पर संबंधित सेम्पल के मरीज की आसानी से पहचान की जा सकें। सेम्पल लेने के उपरांत उपरोक्त वीटीएम बाॅक्स को संबंधित लैब में जांच हेतु भेजा जाता है। बाॅक्स में भेजी जा रही वीटीएम के बारे में मरीज का नाम, यूनिक आईडी एवं मोबाईल नम्बर आरटीपीसीआर ऐप पर अपलोड डाटा से प्रिन्ट कर बाॅक्स के साथ भेजा जावें। 
सभी सेम्पल लेने वाले कार्मिक को आरटीपीसीआर ऐप यूज करने हेतू डाटा चार्ज एवं स्वयं के मोबाईल का उपयोग करने के एवज में रूपये 500 प्रतिमाह प्रदान करने का चिकित्सा विभाग जयपुर द्वारा निर्णय लिया गया है। सम्पूर्ण व्यवस्था एवं शत-प्रतिशत अनुपालना सुनिश्चित करावें। 

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