आजादी का अमृत महोत्सव
जिला कलक्टर ने हरी झण्डी दिखाकर शांति मार्च को किया रवानाजिला कलक्टर सहित अधिकारी व नागरिक आये निर्धारित वेशभूषा मेंश्रीगंगानगर। भारत सरकार व राज्य सरकार के निर्देशानुसार आजादी का अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को श्रीगंगानगर मुख्यालय पर दाण्डी मार्च का आयोजन किया गया। जिला कलक्टर श्री महावीर प्रसाद वर्मा ने शांति मार्च को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। शांति मार्च में भाग लेने वाले अधिकारियों व नागरिकों ने जिला कलक्टर श्री वर्मा द्वारा निर्धारित वेशभूषा का उपयोग किया।
जिला प्रशासन व महात्मा गांधी जीवन दर्शन जिला समिति के संयुक्त तत्वाधान में प्रातः 8 बजे महात्मा गांधी चैक पर आयोजन हुआ। जिला कलक्टर श्री महावीर प्रसाद वर्मा सहित अन्य अधिकारियों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किये। इसके पश्चात जिला कलक्टर ने शांति मार्च को रवाना किया। शांति मार्च महात्मा गांधी चैक से होते हुए मुख्य बाजार, मटका चैक, भगतसिंह चैक, राजकीय कन्या महाविधालय रोड से होते हुए नेहरू पार्क में सभा के रूप में परिवर्तित हुई।
शांति मार्च में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन श्री भवानी सिंह पंवार, एसडीएम श्री उम्मेद सिंह रत्नु, आयुक्त नगरपरिषद श्री सचिन यादव, सीईओ जिला परिषद श्री अशोक कुमार मीणा, एसीईओ श्री मुकेश बारेठ, जिला आबकारी अधिकारी प्रतिष्ठा पिलानिया, जिला रसद अधिकारी श्री राकेश सोनी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. गिरधारी लाल मेहरड़ा, विधुत विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री जे.एस.पन्नू, पेयजल के अधीक्षण अभियंता श्री बलराम शर्मा, जल संसाधन के अधीक्षण अभियंता श्री प्रदीप रूस्तगी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयोजक श्री प्रवीण गौड़, सह संयोजक राजकुमार जोग, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रशिक्षु जीएनएम एवं एएनएम की छात्राओं, स्काउट गाईड एवं एनसीसी के वाॅलेंटियर्स ने भाग लिया।
नेहरू पार्क में हुआ कार्यक्रम
शांति मार्च के विसर्जन के पश्चात नेहरू पार्क में कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें महात्मा गांधी जीवन दर्शन जिला समिति के संयोजक श्री प्रवीण गौड़ ने कहा कि भारत सरकार के निर्देशानुसार गांधी जी की 150वीं जयंती के संदर्भ में गत दो वर्षों से अनेक कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे हैं। इसी श्रृंखला में मुख्यमंत्री जी की प्रेरणा से 12 मार्च दाण्डी मार्च का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य दाण्डी यात्रा को स्मृति पटल पर जीवित रखना है। स्वतंत्रता आंदोलन में दाण्डी मार्च एक मील का पत्थर साबित हुआ। श्री गौड़ ने बताया कि 12 मार्च को गांधी जी 78 अनुयायियों के साथ लगभग 24 दिन पैदल यात्रा कर 390 किलोमीटर की यात्रा के पश्चात दाण्डी गांव पहुंचे। इसके पश्चात यह आंदोलन एक व्यापक रूप से फैला तथा जन-जन इस आंदोलन से जुड़े। उन्होंने बताया कि 23 मार्च को अहिंसा दिवस, 6 अप्रैल को दाण्डी मार्च का समापन तथा अम्बेडकर जयंती पर भी कई कार्यक्रम होंगे।
एसडीएम श्री उम्मेद सिंह रतनू ने कहा कि विभिन्न कार्यक्रमों की श्रृंखला में दाण्डी मार्च का आयोजन किया गया है। गांधी दर्शन में अहिंसा का संदेश मिलता है। गांधीजी ने ‘‘ईश्वर ही सत्य है तथा सत्य ही ईश्वर है‘‘, को लेकर आमजन को जोड़ा। गांधी जी के आधारभूत सिंद्धातों पर चलकर राष्ट्र विकास में सहयोग कर सकते है। इस अवसर पर राजकुमार जोग ने कहा कि गांधी जी ने कहा था कि अंग्रेजों भारत छोड़ों का नारा देकर देश के एक-एक नागरिक को आंदोलन में सम्मिलित किया। उन्होंने कहा था कि ‘‘बुरा मत देखो, बुरा मत सुनो तथा बुरा मत बोलो‘‘, की सार्थकता आज भी है। श्री सुरेन्द्र स्वामी ने भी महात्मा गांधी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम स्थल पर आयुर्वेद विभाग द्वारा स्टाॅल लगाकर उपस्थित नागरिकों को कोविड-19 बचाव के लिये काढ़ा पिलाया गया। नगरपरिषद के आयुक्त श्री सचिन यादव ने आगन्तुकों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन श्री लक्ष्मीनारायण पारीक ने किया तथा नगरपरिषद के श्री प्रेम चुघ व श्री अमन का भी सहयोग रहा।
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