श्रीगंगानगर,। जिला कलक्टर श्री महावीर प्रसाद वर्मा की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक आयोजित हुई। श्रीगंगानगर जिला जल जीवन मिशन में प्रदेश भर में प्रथम रहा है। मुख्य सचिव श्री निरंजन आर्य के निर्देशानुसार श्रीगंगागनर जिले को अपना निर्धारित लक्ष्य हासिल करने के लिये और प्रयत्न करने होंगे ताकि श्रीगंगानगर देश में भी अपनी पहचान सिद्ध कर सके। जिला कलक्टर श्री वर्मा ने ब्लाॅक विकास अधिकारियों को निर्देश दिये कि ब्लाॅक श्रीगंगानगर, श्री करणपुर, पदमपुर, सूरतगढ़, श्री विजयनगर, रायसिंहनगर, घड़साना व अनूपगढ़ में संधारित जनता जल योजनाओं पर कार्यशील जल संबंधों की सूचियां काफी बड़ी संख्या में उपलब्ध हो सकती है अतः वे शीघ्र अधिकाधिक जल संबंधों की सूचियां उपलब्ध करवायें ताकि निर्धारित लक्ष्य शत-प्रतिशत प्राप्त करना संभव हो और श्रीगंगानगर जिला ग्रेड में भी ए बना रहे। जिला कलक्टर ने श्रीगंगानगर जिले को लगातार प्रदेश में प्रथम स्थान पर रहने के लिये बधाई दी।
18 फरवरी 2021 से 18 मार्च 2021 तक विभाग की योजनाओं में 619 कनेक्शन दिये गये है। विभाग द्वारा संधारित योजनाओं पर नये जल संबंधों की प्रगति अगले वित्तीय वर्ष में नई स्वीकृत योजनाओं के क्रियान्वयन के साथ-साथ आना प्रारम्भ होगी जिसमें जनसहभागिता की राशि जमा होने पर निर्भर करेगी। पीएचईडी के अधीक्षण अभियंता श्री बलराम शर्मा ने वीडब्ल्यूएससी के गठन की प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जनसंख्या अनुसार ग्राम 2191 के विरूद्ध 2063 व एससीएसटी बाहुल्य में 235 के विरूद्ध 188 वीडब्ल्यूएससी का गठन किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 18 मार्च तक वीडब्ल्यूएससी के 1187 बैंक खाते खुलवाये गये हैं और करीबन 250 खाते बैंक में दस्तावेज प्रस्तुत करने के उपरांत खुलने की प्रक्रियाधीन हैं।जिला कलक्टर श्री वर्मा ने इस प्रगति पर संतोष व्यक्त किया व कहा कि शेष बैंक अकांउट्स खुलवाये जायें ताकि लक्ष्य पूर्ति हो सकें। जिले में गठित वीडब्ल्यूएससी को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिये मुख्यालय से 31 मार्च तक 96 वीडब्ल्यूएससी को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य प्राप्त हुआ था। इसके लिये निविदाएं आमंत्रित कर फर्म आरआईडीएस बांसवाड़ा को अनुबंधित किया गया था। संबंधित फर्म ने सभी वीडब्ल्यूएससी को प्रशिक्षण देने का कार्य 8 मार्च तक ही पूरा कर दिया जो कि विभाग की शत-प्रतिशत उपलब्धि है। जिला कलक्टर ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता व्यक्त की।
बैठक में आईएसए (क्रियान्वयन सहयोगी ऐजेंसी ) द्वारा किये जाने वाले मुख्य कार्यों पर चर्चा की गई, जिनमें समस्त गांव में वीडब्ल्यूएससी के गठन उनका ग्राम सभा में अनुमोदन करवाना, समस्त गठित वीडब्ल्यूएससी के अलग बैंक खाते खुलवाना, समस्त ग्राम के वीएपी तैयार करना, जिसमें वीडब्ल्यूएससी के सुझावों को समावेशित करना, जन सहयोग राशि योजना के संचालन व संधारण तथा जल शुल्क के भुगतान हेतु आमजन को प्रेरित कर ऐसा करवाने की सुनिश्चितता करना, वीडब्ल्यूएससी के लेखेजोखे संधारण करने हेतु उनको पूर्ण रूप से प्रशिक्षित करना एवं सुचारू लेखेजोखे संधारित करने की सुनिश्चितता करना रहा। जिला कलक्टर ने कहा कि इन सभी कार्यों को पूरा किया जाये।
श्री बलराम शर्मा ने बताया कि ग्रामीण जल योजनाओं पर संधारण के लिये वीडब्ल्यूएससी की सहायतार्थ प्लम्बर, फीटर व इलैक्ट्रिशियन को तीन दिवसीय प्रशिक्षण देने के लिये मुख्यालय से 1190 लोगों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य प्राप्त हुआ था। सरस्वती विधा मंदिर संस्थान चुरू द्वारा आरएसएलडीसी की देखरेख व दिशा निर्देशाुनसार लगातार प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। इस संस्थान द्वारा 18 मार्च तक 660 लोगों को प्रशिक्षण दिया जा चुका हैं तथा अन्य का इसी माह प्रशिक्षण पूर्ण कर दिया जायेगा।
जिला कलक्टर श्री वर्मा ने कहा कि जिन स्कूलों व आंगनबाड़ियों में टैप वाॅटर नहीं है वहां चिन्हित कर तुरन्त पाईपलाईन से पानी देने की व्यवस्था की जाये। जिन स्थानों पर पाईप द्वारा पानी पहुंचाना संभव नहीं हो, वहां रूफ टाॅप पर रेन हार्वेस्टिंग वाॅटर सिस्टम विकसित किये जायें व तुरन्त प्रस्ताव बनाकर भेजे जायें। श्री बलराम शर्मा ने बताया कि अब तक 197 स्कूल व 103 आंगनबाड़ियां चिन्हित की गई है तथा शीघ्र ही जिला कलक्टर के निर्देशानुसार कार्य सम्पन्न किया जायेगा।
इस बैठक में जोधपुर विधुत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता श्री जे.एस.पन्नू, जल संसाधन विभाग के श्री प्रदीप रूस्तगी, समस्त ब्लाॅक विकास अधिकारी एवं अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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