राजस्व अधिकारियों की बैठक सम्पन्न
कोविड-19 महामारी से बचाने के लिये संयुक्त अभियानपात्र किसानों को खातेदारी अधिकारी दिये जायेः जिला कलक्टर
श्रीगंगानगर। जिला कलक्टर श्री महावीर प्रसाद वर्मा ने कहा कि कोविड-19 संक्रमण एवं बचाव को लेकर सभी एसडीएम, संबंधित उपपुलिस अधीक्षक व अधीशाषी अधिकारी के साथ संयुक्त रूप से बाजार में जाकर गाईडलाइन की पालना सुनिश्चित करवायेंगे व किसी नागरिक द्वारा गाईडलाइन की अवहे्लना करने पर जुर्माना लगाया जाये। दुकानदारों को यह बताया जाये कि बिना मास्क वाले किसी नागरिक को सामान विक्रय न करें।
जिला कलक्टर श्री वर्मा बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाहाॅल में राजस्व अधिकारियों की बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर से आमजन को बचाने के लिये पूर्व की भांति एक अभियान के रूप में कार्य किया जाये। आमजन को बताया जाये कि भारत सरकार व राज्य सरकार की एडवाईजरी की अक्षरशः पालना सुनिश्चित की जाये। अधिक आवश्यकता होने पर ही घर से बाहर निकलें तथा मास्क लगाकर घर से बाहर जाये। एक दूसरे के मध्य 6 फीट की दूरी रखे, बार-बार साबुन से हाथ धोयें तथा अपने संस्थानों, कार्यालयों तथा अपने निवास स्थान को भी सेनेटाईज करते रहें।
कोविड-19 टीकाकरण के साथ-साथ जनजागरण जरूरी
जिला कलक्टर ने कहा कि कोविड-19 महामारी से आमजन को बचाने के लिये कोविड-19 टीकाकरण अभियान में तेजी लाई जाये। जो पात्रा नागरिक है, उन सभी का टीकाकरण किया जाये। 45 वर्ष से अधिक आयु के नागरिकों को कोविड-19 के टीके दिये जाये तथा इस महामारी से बचने के लिये आमजन में जन जागरण अभियान चलाया जाये। आमजन को बताया जाये कि कोविड-19 की दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक है तथा इससे बचने के लिये मास्क का उपयोग, सामाजिक दूरी, सेनेटाईजेशन तथा बार-बार हाथ धोने की आदत बनाये रखें। टीकाकरण अभियान सातों दिवस चलना चाहिए। जिला कलक्टर ने प्रत्येक उपखण्ड वार अब तक टीकाकरण की स्थिति तथा 45 वर्ष से ऊपर आयु के पात्र नागरिकों की संख्या पर विस्तृत चर्चा कर अभियान को गति देने के निर्देश दिये।
पात्रा किसानों को खातेदारी दी जाये
जिला कलक्टर श्री वर्मा ने जिले के राजस्व अधिकारियों को निर्देश दिये कि जिले में लगभग 7 हजार 782 ऐसे किसान है, जिनको खातेदारी दी जानी शेष है। सभी एसडीएम अपने-अपने क्षेत्र के किसानों को नियमानुसार खातेदारी जारी करें। उन्होंने कहा कि किसी भी छोटे किसान को खातेदारी मिलने पर उसकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहता, ऐसे में प्राथमिकता के आधार पर इस कार्य को पूरा किया जाये। बैठक में बताया कि श्रीगंगानगर उपखण्ड में 471, पदमपुर में 224, सादुलशहर में 334, करणपुर में 464, घड़साना में 2000, रायसिंहनगर में 1551 तथा विजयनगर में 670 सहित अन्य उपखण्डों में भी खातेदारी के प्रकरण लम्बित है। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप लम्बित खातेदारी किसानों को दी जाये। बैठक में जानकारी दी गई कि कस्टोडियन भूमि के अलावा कई प्रकरण विभिन्न न्यायालयों में भी विचाराधीन है तथा कुछ किसानों द्वारा किसी प्रकार की राशि जमा नहीं की गई है और न ही उनके पास किसी तरह का साक्ष्य है।
पर्याप्त जल भण्डारण के साथ-साथ पेयजल का सदुपयोग हो
जिला कलक्टर ने कहा कि इंदिरा गांधी नहर परियोजना तथा गंगनहर में प्रस्तावित नहरबंदी को देखते हुए पर्याप्त पेयजल के भण्डारण किये जाये। पेयजल परियोजनाओं, सार्वजनिक डिग्गियों, निजी डिग्गियों में पेयजल का भण्डारण किया जाये। डिग्गियों में स्टोर किये गये पानी का दुरूपयोग न हो, इस बात का विशेष ध्यान रखा जाये। आमजन की आवश्यकता को देखते हुए जलापूर्ति की जाये। पेयजल विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री बलराम शर्मा ने बताया कि जिले के सभी उपखण्डों में ब्लीचिंग पाउडर उपलब्ध है। अधिकारी अपनी देखरेख में डिग्गियों में ब्लीचिंग डलवाये। उन्होंने बताया कि ब्लीचिंग पाउडर घोलकर थोड़ी देर रखने के पश्चात ऊपर के पानी को डिग्गी में विभिन्न स्थानों पर घोल डालना चाहिए। पूरा घोल एक स्थान पर नहीं डालना चाहिए। उन्होंने बताया कि अनूपगढ़ शाखा, सूरतगढ़ ब्रांच तथा पूगल शाखा में 18 अप्रैल के बाद अलग-अलग तिथियों में पेयजल के लिये पानी छोड़ा जायेगा। इस दौरान सभी आपसी समन्वय के साथ पर्याप्त भण्डारण करना सुनिश्चित करें। जिला कलक्टर ने कहा कि नहरबंदी के दौरान टयूबवैल तथा हैण्ड पम्प इत्यादि चालू हालत में रखे जायें, जिससे आवश्यक पड़ने पर काम में लिया जा सके।
फसलों के अवशेष न जलाएंः डीएम श्री वर्मा
जिला कलक्टर ने बैठक में राजस्व से संबंधित विभिन्न राजस्व प्रकरणों के निस्तारण, नामांतरण, सीमा ज्ञान, आम रास्ता, भूमि रूपांतरण, हड्डारोहड़ी, वसूली, राजकीय भूमि पर अतिक्रमण, पीएम किसान निधि, सम्पर्क पोर्टल सहित विभिन्न बिन्दुओं की उपखण्ड वार समीक्षा की तथा अधिकारियों को निर्देश दिये। जिला कलक्टर ने मंगलवार को आए तेज अंधड़ से कहीं नुकसान हुआ हो, की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सभी राजस्व अधिकारी किसानों को इस बात की जानकारी दे कि गेहूं के अवशेष न जलाएं। इन अवशेषों को मिट्टी में मिलाकर भूमि को उपजाऊ बनाएं। एनजीटी के अनुसार पर्यावरण की रक्षा के लिये फसल के अवशेष जलाना पर्यावरण के लिये घातक है।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन श्री भवानी सिंह पंवार, एसडीएम श्री उम्मेद सिंह रतनू, पेयजल विभाग के अधीक्षण अभियंता श्री बलराम शर्मा, डीएसओ श्री राकेश सोनी, पदमपुर एसडीएम श्री सुभाष कुमार, घड़साना एसडीएम श्री संदीप कुमार, रायसिंहनगर एसडीएम श्रीमती अर्पिता सोनी, जल संसाधन के अधीक्षण अभियंता श्री धीरज चावला सहित जिले के एसडीएम, तहसीलदार उपस्थित थे।
0 टिप्पणियाँ
इस खबर को लेकर अपनी क्या प्रतिक्रिया हैं खुल कर लिखे ताकि पाठको को कुछ संदेश जाए । कृपया अपने शब्दों की गरिमा भी बनाये रखे ।
कमेंट करे