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बेटियों को बढ़ाने के लिये उनके जन्म से लेकर विभिन्न प्रकार के नवाचार किये जायेंः श्री जाकिर हुसैन

 जिला कलक्टर ने ली टास्क फोर्स की बैठक


बेटियों को बढ़ाने के लिये उनके जन्म से लेकर विभिन्न प्रकार के नवाचार किये जायेंः श्री जाकिर हुसैन
श्रीगंगानगर, । जिला कलक्टर श्री जाकिर हुसैन की अध्यक्षता में शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभाहाॅल में महिला समाधान समिति, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना व जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित हुई।
जिला कलक्टर ने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप बेटियों को बढ़ाने के लिये उनके जन्म से लेकर विभिन्न प्रकार के नवाचार किये जायें। बेटी के जन्म पर थाली बजाने, एक-दुसरे को बधाई देने के साथ-साथ बेटियों के जन्म पर वृक्षारोपण किया जाकर समाज में एक सकारात्मक माहौल तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा है कि पिछले कई वर्षों से समाज में बेटी के जन्म को लेकर बदलाव नजर आने लगा है तथा गांव-गांव, ढ़ाणी-ढ़ाणी तक बेटी के जन्म पर खुशियां मनाई जाती है, जो समाज के लिये एक अच्छा संकेत है।
जिला कलक्टर ने कहा कि महिलाओं के कार्य स्थल पर होने वाली हिंसा से बचाव, रोकथाम व शिकायतों का निवारण करना चाहिए। कार्य स्थल पर महिलाओं को समानता, कार्य करने की स्वतंत्रा परिस्थितियां प्रदान करना है। उन्हें सुरक्षा की भावना के साथ आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है। शिकायत निवारण तंत्र के रूप में वर्तमान में संचालित विभिन्न केन्द्र सखी वन स्टाॅप केन्द्र, महिला सुरक्षा एवं सलाह केन्द्र, गरिमा हेल्पलाईन तथा राजस्थान सम्पर्क 181 आदि के कार्यों की माॅनिटरिंग की गई तथा विभिन्न प्रकरणों में हुई कार्यवाही की जानकारी ली गई। जिला कलक्टर ने निर्देशित किया कि जिस क्षेत्रा में लिंगानुपात बिगड़ा हो वहां ग्रास रूट लेवल पर काम करके लोगों को जागरूक किया जाये।
बैठक में जानकारी दी गई कि 11 अक्टूबर से जिला चिकित्सालय परिसर में वन स्टाॅप सेन्टर संचालित है, जिसमें कार्मिक तथा सुरक्षा गार्ड सेवारत है। केन्द्र का संचालन 24 घंटे निरन्तर किया जा रहा है तथा सीसीटीवी कैमरा व आश्रय हेतु सुविधाएं उपलब्ध है। पुलिस विभाग द्वारा दो महिला सिपाही, चिकित्सा विभाग द्वारा एक महिला डाॅक्टर तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा दो अधिवक्ता सेवारत हैं। कार्यालयों में कार्यरत महिलाओं को यौन शोषण से बचाने तथा उनके मानसिक व शारीरिक उत्पीड़न को रोकने के लिये सुप्रीम कोर्ट द्वारा विशाखा गाईडलाइन बनाई गई हैं।
जिला कलक्टर ने बताया कि संगठित, औपचारिक व अनौपचारिक आदि सभी क्षेत्रों में कार्यरत महिलाओं की कार्य स्थल पर भागीदारी सुनिश्चित करने व गरिमापूर्ण माहौल में कार्य करने के लिये यह आवश्यक है कि महिलाओं को कार्य करने की अनुकूल व स्वतंत्रा परिस्थितियां व सुरक्षात्मक वातावरण मिल सके व कार्य स्थल पर किसी भी महिला के साथ किसी प्रकार का भावनात्मक, शारीरिक, लैंगिक एवं आर्थिक शोषण नहीं हो। इसके लिये राज्य स्तर पर एक प्रभावी शिकायत निवारण तंत्रा की आवश्यकता महसूस की गयी है, जहां पर महिलाएं भयमुक्त होकर कार्य स्थल पर कार्य संबंधी अपनी समस्याओं एवं कार्य दशाओं के संबंध में अपनी शिकायत दर्ज करा निदान प्राप्त कर सकें एवं उसका समुचित निदान व समाधान किया जा सके।
बैठक में महिला बाल विकास विभाग के उपनिदेशक श्री तेज प्रकाश अग्निहोत्राी, सहायक निदेशक महिला अधिकारिता श्री विजय कुमार,  अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, जिला स्तरीय महिला समाधान समिति की सदस्य श्रीमती प्रभा शर्मा सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों व समिति के सदस्यों ने भाग लिया।

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