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व्यक्तिगत श्रेणी में परिवार कल्याण कार्यक्रम से जुड़े स्वास्थ्य कार्मिकों को प्रशस्ति पत्र देकर किया गया सम्मानित

 स्वास्थ कार्मिक, जनप्रतिनिधिगण और प्रशासनिक संबलन के बेहतरीन समन्वय से हम अगले वर्ष भी परिवार कल्याण कार्यक्रम में रह सकते हैं अव्व्ल- जिला कलक्टर  


परिवार कल्याण कार्यक्रम के जिला स्तरीय पुरस्कार वितरण कार्यक्रम में बोले जिला कलक्टर श्री नथमल डिडेल
श्श्आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सहायिका, आशा और एएनएम इन चार की जोड़ी मजबूत होगी तो हर योजना में होंगे सफलश्श्
जिले के सातों ब्लॉक से एक-एक ग्राम पंचायत को 1-1 लाख के पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर किया गया पुरस्कृत
30 से ज्यादा नसबंदी करने वाली एएनएम श्रीमती विनोद को भी किया गया पुरस्कृत
व्यक्तिगत श्रेणी में परिवार कल्याण कार्यक्रम से जुड़े स्वास्थ्य कार्मिकों को प्रशस्ति पत्र  देकर किया गया सम्मानित

हनुमानगढ़, 30  जुलाई। परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत जिला स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर श्री नथमल डिडेल के मुख्य आतिथ्य में आयोजित किया गया। जिला कलक्टर ने समारोह को संबोधित करते हुए पुरस्कार जीतने वालों को बधाई देते हुए कहा कि स्वास्थ्य कार्मिक, जनप्रतिनिधिगण और प्रशासनिक संबलन तीनों के बेहतरीन समन्वय पर जिले को हम अगले वित्तीय वर्ष में भी टॉप पर ला सकेंगे। उन्होने कहा कि जिले में वर्क कल्चर बहुत अच्छी है। हम हर योजना में टॉप पर रह सकते हैं।  जिला कलक्टर ने कहा कि  ग्राम स्तर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सहायिका, आशा और एएनएम इन चार की जोड़ी को हम जितना मजबूत करेंगे, इनमें आपसी समन्वय जितना अच्छा रहेगा, उसके बाद चाहे इम्युनाइजेशन, कोविड टीकाकरण या परिवार कल्याण कार्यक्रम हो, हर कार्यक्रम में हमें सफलता जरूर मिलेगी।  
                                    जिला कलक्टर ने दिव्यांग महिला एएनएम श्रीमती विनोद द्वारा दिव्यांग होने के बावजूद 27 पुरूष नसबंदी करवाने को लेकर कहा कि उनके कार्य के प्रति डेडीकेशन को मैं सलाम करता हूं। उन्होने एएनएम, आशा इत्यादि मानदेय कर्मियों का भी, उनको मिलने वाले छोटे छोटे इंसेंटिव के जरिए संबलन प्रदान करने की बात कही। जिला कलक्टर ने डॉ मनोज अरोड़ा के  कार्य के प्रति दृढ निश्चता को लेकर प्रशंसा की।  जिला कलक्टर ने कहा कि  चिकित्सा विभाग की हर स्कीम की प्रोग्रेज को हम पोर्टल पर देख सकते हैं। लिहाजा सभी इसे देखें ताकि पता चल सके कि हम कहां पिछडे रहे हैं ताकि हम भविष्य की प्लानिंग कर सकें।
                              बैठक में जिला कलक्टर ने सभी स्वास्थ्य कर्मियों से आग्रह किया कि वे जहां भी कार्य कर रहे हैं वहां अगर पौधरोपण की जगह हो तो पौधरोपण करें और जहां भी वे बैठते हैं वार्ड में कार्य करते हैं वहां वो पूरी साफ सफाई रखें ताकि ये लगे कि हम निजी चिकित्सालयों से कहीं भी कम नहीं हैं। निजी सेक्टर चमक दमक दे सकता है, सुविधाएं दे सकता है लेकिन जो अनुभव आप सब लोगों का है वो प्राइवेट सेक्टर में नहीं है। राजकीय संस्थान में वही आता है जो पैसा नहीं दे सकता। उसे अगर हम बेहतरीन सुविधा देंगे तो प्राइवेट अस्पताल की तरफ नहीं जाएगा उसका पैसा खर्च नहीं होगा।जिला कलक्टर ने मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना का ज्यादा से ज्यादा प्रचार प्रसार करने और इसका लाभ देने की बात कही। साथ ही अंत में कहा कि जिला प्रशासन की ओर से आश्वस्त करना चाहता हूं कि ड्यूटी के प्रति डेडिकेशन रखिए, प्रशासन आपके साथ है।  
                            कार्यक्रम को संबोेधित करते हुए सीईओ जिला परिषद श्री अशोक असीजा नेे कहा कि कोरोना काल में जिले की पूरी मेडिकल टीम  ने शानदार कार्य किया। चिकित्सा विभाग के विभिन्न कार्यक्रमों में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज की टीम भी अपना महत्वपूर्ण योगदान कर सकती है। चिकित्सा विभाग को विभिन्न कार्यक्रमों में जहां भी सहयोग की आवश्यकता होगी, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग की टीम का पूर्ण सहयोग मिलेगा।
                          पीएमओ डॉ दीपकमित्र सैनी ने कहा कि पीपीटी में दर्शाया गया कि जिले की प्रजनन दर 1.8 है जबकि राजस्थान की 2.6 है इससे परिलिक्षित होता है कि हमारा जिला, हमारी सीएचसी, हमारी पीएचसी, हमारे सब सेंटर, हमारी आशा और एएनएम लोगों को मोटिवेट कितने सालों से कर रही है। हमारी स्वास्थ्य संस्थाएं, जनप्रतिनिधि और प्रशासनिक अमला सब मिलकर कितना अच्छा कार्य कर रहे हैं। सहयोग की येे भावना बनाए रखें और आगे भी एक दूसरे का सहयोग करते रहें ताकि हमारा जिला आगे भी पुरस्कृत होता रहे।
                        इससे पहले एसीएमएचओ और परिवार कल्याण कार्यक्रम के जिले के नोडल अधिकारी डॉ पवन छिंपा ने परिवार कल्याण कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि जिले को विभिन्न श्रेणी में मिले पुरस्कार केवल नसबंदी के लिए ही नहीं मिले हैं इसमें संस्थागत प्रसव, बालिका संबल, टीकाकरण, रिकॉर्ड का संधारण, अंतरा इंजेक्शन समेत विभिन्न बिंदुओं को शामिल किया जाता है। भारत में परिवार कल्याण कार्यक्रम की 1952 में सुनियोजित तरीके से शुरूआत की गई थी। हनुमानगढ़ जिला वर्ष 2000 से 2021 तक चार बार प्रथम पुरस्कार हासिल कर चुका है। सीएमएचओ डॉ नवनीत शर्मा ने आखिर में कार्यक्रम में आने पर सभी का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि आगे भी हम इसी लगन और मेहनत से कार्य करते रहेंगे।  कार्यक्रम में मंच संचालन श्री भीष्म कौशिक ने किया।        
                       जिला स्तरीय कार्यक्रम में जिले के प्रत्येक ब्लॉक से एक-एक ग्राम पंचायत का चयन करते हुए 1-1 लाख रूपए का पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। जिले की प्रत्येक ब्लॉक से जिन एक-एक ग्राम पंचायत का चयन किया गया उनमें भादरा की जसाण, नोहर की मेघाणा, रावतसर की मोदुनगर, टिब्बी की मसीतावाली, संगरिया की फतेहरपुर, हनुमानगढ़ की जंडावाली और पीलीबंगा की डबलीवास कुतुब शामिल रही। वहीं व्यक्तिगत पुरस्कारों मेें 30 से ज्यादा नसबंदी करवाने वाली एक मात्र  एएनएम श्रीमती विनोद को 3100 रूपए का पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इसी प्रकार जिले की सर्वश्रेष्ठ सीएचसी के रूप में रामगढ़ सीएचसी और सर्वश्रेष्ठ पीएचसी में टिडियासर पीएचसी को 50-50 हजार का पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। वहीं परिवार कल्याण कार्यक्रम को लेकर व्यक्तिगत पुरस्कारों में जिन्हें प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया उनमें बीसीएमओ पीलीबंगा डॉ मनोज अरोड़ा, बीसीएमओ हनुमानगढ़ डॉ ज्योति धींगड़ा, स्टोर इंचार्ज श्री बलतेेज सिंह बराड़, वार्ड बोय श्री नरेेश कुमार, एनजीओ एफआरएचएस के प्रोग्राम मैनेजर श्री निखिल कुमार शामिल रहे।  
                       जिले की प्रत्येक ब्लॉक से जिन एक-एक ग्राम पंचायत का चयन किया गया उनमें भादरा की जसाण के लिए सरपंच, 2 एएनएम और संबंधित एमओआईसी को, नोहर की मेघाणा के लिए सरपंच, एक एएनएम और संबंधित एमओआईसी, टिब्बी की मसीतावाली के लिए सरपंच, 2 एएनएम और संबंधित एमओआईसी, संगरिया की फतेहपुर के लिए सरपंच, एक एएनएम और संबंधित एमओआईसी, हनुमानगढ़ की जंडावाली के लिए सरपंच, 3 एएनएम और 1 संबंधित एमओआईसी, पीलीबंगा की डबलीवास कुतुब के लिए सरपंच, एक एएनएम और संबंधित एमओआईसी को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।        
 कार्यक्रम में ये रहे मौजूद-
                       कार्यक्रम में जिला कलक्टर श्री नथमल डिडेल, जिला परिषद् के सीईओ श्री अशोक असीजा, भादरा प्रधान श्री अनिल औलख, सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा, पीएमओ डॉ. दीपकमित्र सैनी, पीआरओ श्री सुरेश बिश्नोई, एसीएमएचओ डॉ. पवन कुमार, आरसीएचओ डॉ. विक्रमसिंह, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. मुकेश कुमार डिग्रवाल, हनुमानगढ़ बीसीएमओ डॉ. ज्योति धींगड़ा सहित चिकित्सा विभाग के डॉक्टर्स, परिवार कल्याण यूनिट, एनएचएम यूनिट व स्वास्थ्यकर्मी उपस्थित थे।              
                        गौरतलब है कि इससे पहले 11 जुलाई विश्व जनसंख्या दिवस पर हुए राज्य स्तरीय समारोह में हनुमानगढ़ जिले ने तीन श्रेणी में प्रथम पुरस्कार हासिल कर पुरस्कारों की हैट्रिक लगाई थी।  परिवार कल्याण कार्यक्रम के नॉन-एमपीवी 19 जिलों की श्रेणी में प्रथम पुरस्कार हनुमानगढ़ जिले को मिला। यह पुरस्कार वर्चुवल रूप से जिला कलक्टर श्री नथमल डिडेल, सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा एवं एसीएमएचओ डॉ. पवन कुमार द्वारा ग्रहण किया गया था। जिले को पुरस्कार स्वरूप 11 लाख रूपए और प्रशस्त्रि पत्र  मिला। इसी प्रकार नॉन-एमपीवी श्रेणी के जिलों की पंचायत समितियों में भादरा जिला हनुमानगढ़ को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ। इन्हें 5 लाख रुपए की राशि व प्रशस्ति पत्र देकर पुरस्कृत किया गया। यह पुरस्कार पंचायत समिति प्रधान अनिल औलख एवं बीसीएमओ डॉ. मनजीत ढाका द्वारा ग्रहण किया गया।नॉन एमपीवी जिलों में अस्पताल श्रेणी में हनुमानगढ़ के एमजीएम जिला अस्पताल को प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पीएमओ डॉ. दीपकमित्र सैनी को प्रशस्त्रि पत्र एवं एक लाख रुपए का पुरस्कार दिया गया था।इसके अलावा परिवार कल्याण के क्षेत्र में उत्कृष्ट सेवाएं प्रदान करने के लिए नॉन-एमपीवी जिलों में हनुमानगढ़ के एसीएमएचओ डॉ. पवन कुमार को 10 हजार रुपये की राशि के व्यक्तिगत पुरस्कार प्रदान किया गया था।

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