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बाल संरक्षण को लेकर प्रभावी कार्यवाही की जा रही हैः जिला कलक्टर

 बच्चों के बेहतर एवं उज्ज्वल भविष्य के लिये ज्वाईंट एक्शन प्लान के अनुरूप हो कार्यः आयोग

बाल संरक्षण को लेकर प्रभावी कार्यवाही की जा रही हैः जिला कलक्टर
नशे को रोकने के लिये 1074 शिक्षण संस्थाओं में जागरूकता शिविर लगायेः पुलिस अधीक्षक
श्रीगंगानगर,। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने कहा कि बच्चों के बेहतर एवं उज्ज्वल भविष्य के लिये सभी जिलों में ज्वाईंट एक्शन प्लान के अनुरूप काम करना होगा।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने मंगलवार को वीसी के माध्यम से राजस्थान के सभी कलक्टर्स, पुलिस अधीक्षक एवं अन्य अधिकारियों से वीसी के माध्यम से ज्वाईंट एक्शन प्लान की समीक्षा करते समय यह बात कहीं। उन्होंने कहा कि बच्चों के अधिकार, सुरक्षा तथा संरक्षण पर जोर देना होगा। जिलों में बाल कल्याण अधिकारियों को आवश्यक प्रशिक्षण देने तथा एक माह में एक्शन टेकन रिपोर्ट आयोग को भेजने के निर्देश दिये। बच्चों में भिक्षावृति को रोकने तथा करवाने वालों के विरूद्ध कार्यवाही तथा थानों में चाईल्ड हेल्प लाईन पर जोर दिया गया।
जिला कलक्टर श्री जाकिर हुसैन ने कहा कि ज्वाईंट एक्शन प्लान को लेकर बैठक आयोजित की गई है तथा बाल कल्याण समिति की भी नियमित बैठकें आयोजित कर अधिकारियों को बाल संरक्षण को लेकर समय-समय पर आवश्यक निर्देश दिये जाते है। कोटपा के तहत भी प्रभावी कार्यवाही कर 1.50 लाख रूपये का जुर्माना वसूल किया गया। जिले में नशे की प्रवृति को रोकने के लिये भारत नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत जिले में शिविर लगाकर नशे को रोकने व आमजन को नशे की बुराईयां बताकर जागरूक किया जा रहा है।
जिला कलक्टर ने बताया कि उड़नदस्तों द्वारा कोटपा के तहत लगभग 200 कार्यवाही कर 32 लाख रूपये जुर्माना वसूला गया। शिक्षा विभाग द्वारा लगभग 298 विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम चलाये गये, वहीं पर 67 स्थानों पर डिस्पले बोर्ड लगाकर आईईसी के तहत आमजन को जागरूक किया गया। मानव तस्करी विरोधी दल द्वारा निरन्तर कार्यवाही की जा रही है। मेडिकेटेड दवाएं को रोकने को लेकर निरन्तर प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि शिक्षण संस्थाओं के आसपास मदिरा की दुकानें न हो, धु्रमपान व तम्बाकू इत्यादि की बिक्री न हो इसको लेकर सख्त हिदायत दी गई है।
पुलिस अधीक्षक श्री राजन दुष्यंत ने कहा कि गंगानगर जिला पंजाब राज्य से जुड़ा होने के कारण यहां के लोग प्रभावित हो रहे है। छोटे बच्चों से कार्य करवाने को लेकर 21 प्रकरण दर्ज किये गये तथा 24 बच्चों को बालश्रम से मुक्त करवाया गया तथा बाल श्रम करवाने वालों को गिरफ्तार भी किया गया है। उन्होंने बताया कि ईंट भट्टों पर बाल श्रम के ज्यादा प्रकरण मिले है। मानव तस्करी विरोधी यूनिट द्वारा 38 मिसिंग बच्चों को उनके परिजनों तक भिजवाने का कार्य किया गया। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग नशे की ओर प्रभावित हो रहा है, जिसे रोकने के लिये नशा मुक्ति शिविर लगाये जा रहे है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि अब तक 1074 विद्यालयों में शिविर लगाकर नशे के दुष्परिणामों को बताया है तथा जिन लोगों ने नशा छोड़ा है, वे लोग भी शिविर में अपने अनुभव बताते है कि नशा छोड़ने के बाद उनके जीवन में किस प्रकार बदलाव आया है। श्री राजन दुष्यंत ने बताया कि जिले में तीन प्रकार के कार्यों को एक साथ अंजाम दिया जा रहा है। आॅपरेशन प्रहर के तहत नशा बेचने वाले, सप्लायर इत्यादि पर कार्यवाही की जा रही है तथा नशा बनाने वाली दिल्ली की फैक्ट्री में भी कार्यवाही की गई। प्रत्येक थाना क्षेत्र में थानाधिकारी द्वारा शिक्षकों, आशा, एएनएम तथा जागरूक नागरिकों के साथ जागरूकता के शिविर आयोजित किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि नशे से प्रभावित लोगों की सूची तैयार की गई है।
वीसी में अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन श्री भवानी सिंह पंवार, जिला आबकारी अधिकारी श्रीमती प्रतिष्ठा पिलानिया, सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता श्री विक्रम सिंह, सहायक निदेशक औषधि श्री डी.एस.उप्पल, बाल कल्याण अधिकारी तथा बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे। (

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