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बढ़ते नशे की प्रवृति पर काबू पाना आज समय की सबसे बड़ी जरूरत: श्री लड्ढा

 बढ़ते नशे की प्रवृति पर काबू पाना आज समय की सबसे बड़ी जरूरत: श्री लड्ढा


मंशा अभियान अंतर्गत नशामुक्ति जनजागृति कार्यशाला आयोजित
श्रीगंगानगर, 25 मार्च। संभाग स्तरीय मंशा नशामुक्ति अभियान के दूसरे चरण के अंतर्गत जिला कलक्टर श्रीमती रुक्मणि रियार सिहाग व जिला पुलिस अधीक्षक श्री आनंद शर्मा के निर्देशानुसार शुक्रवार को नशामुक्ति जनजागृति कार्यशाला श्रीगंगानगर उपखंड के गांव दौलतपुरा में पुलिस थाना मटीलीराठान की ओर से राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित हुई। नशामुक्ति अभियान जिला प्रशासन, जिला पुलिस प्रशासन द्वारा चिकित्सा विभाग व शिक्षा विभाग के सहयोग से चलाया जा रहा है, जिसके भविष्य में सुखद परिणाम सामने आएंगे। सभी लोग इस अभियान के सहयोगी बने।
  मुख्य वक्त्ता के रूप में राजकीय नशामुक्ति परामर्श एवं उपचार केंद्र के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ0 रविकांत गोयल ने कहा कि गावों में तंबाकू का सेवन भी बड़े रूप में होने की जानकारी ग्रामीणों से लगातार मिल रही है। उन्होने बताया कि सिगरेट के धुएं में करीबन 43 तत्व ऐसे पाए जाते रहे है, जिनसे फेफड़े, गले, मुंह या अन्न नली का कैंसर पैदा होने की संभावना रहती है। भारत में तम्बाकू हर घंटे 90 लोगो को मारता है। तम्बाकू के सेवन से श्वसन तंत्र संबंधित रोग, दिल का दौरा, डायबिटीज, लैंगिक अक्षमता जैसे रोग होने की भी प्रबल संभावना रहती है। विद्यालयों व महाविद्यालयों में अध्ययनरत विद्यार्थी भी तम्बाकू का सेवन करते पाए जाते है। शिक्षको को इस विषय में विद्यार्थियों को नशे के दुस्परिणामो से अवगत करवाकर उन्हे नशे के दल-दल में फंसने से बचाना चाहिए। डॉ0 गोयल ने नशेडियो के लक्षण, नशीले पदार्थाे के दुष्परिणाम, नशीले पदार्थाे से बचने के उपाय से अवगत करवाते हुए नशामुक्त जीवन जीने का आह्वान किया। कार्यक्रम के अंत में डॉ0 रविकांत गोयल ने नशा छोड़ने के इच्छुक लोगो की जांच की व उन्हें उचित परामर्श दिया।
शिक्षा विभाग के प्रतिनिधि समाजसेवी श्री मुनीश कुमार लड्ढा ने  कहा कि  नल में बहते जल जैसी तीव्र गति से नौजवानों में बढ़ती नशे की प्रवृति पर काबू पाना आज समय की सबसे बड़ी जरूरत है। नशे की प्रवृति को जड़ से समाप्त करने के लिए नशामुक्ति अभियान मंशा, आम आदमी को जनअभियान बनाना पड़ेगा। उन्होने कहा कि नौजवान नशा ऑफर करने वाले को पहली बार में ही ना कहने का जज्बा रखे। नशा बेचने वाले शातिर गिरोहों पर लगाम लगाने के लिए आम आदमी के सूचना तंत्र के सहयोग की नितांत आवश्यकता है। श्री लड्ढा ने ग्रामीणों, विद्यार्थियों, शिक्षको, पुलिस के बीट कांस्टेबल जवानों से भी आहवान किया कि वे अपना सूचना तंत्र मजबूत कर अवैध रूप से नशा बेचने वालो के विरुद्ध प्रभावी  कार्यवाही करवाकर समाज को बचाने में अपना सहयोग दे। श्री लड्ढा ने विद्यार्थियों, अभिभावकों व कार्यशाला में पधारे ग्रामीणों को नशामुक्त जीवन जीने का संकल्प भी दिलवाया।                                                                      
 कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कार्यवाहक  प्रधानाचार्य अनिता शर्मा ने कहा कि नशा बेचने वाले खुद नशा नहीं करते, क्योंकि वे नशे के नुकसान जानते है। अवैध रूप से नशा बेचने वालो का विरोध समाज को करना चाहिए। द्वितीय थानाधिकारी मटीली राठान श्री प्रीतम चंद ने कहा कि एनडीपीएस एक्ट में नशा बेचने वालो के लिए 20 वर्ष की कड़ी सजा का प्रावधान है। प्रशासन कानून की कड़ाई से नशा बेचने वालो पर कार्यवाही करेगा, परंतु समाज के जो लोग गुमराह होकर नशा कर रहे है, उनको समाज की मुख्य धारा में लाना हम सब का दायित्व है। ग्रामीण गांव को नशामुक्त बनाने को अपने जीवन का लक्ष्य बनाए। गांव में जहां कही  भी अवैध नशा बनाने या बेचने का कार्य करता कोई भी व्यक्ति या गिरोह देखे तो उसकी सूचना शिक्षको, बीट कांस्टेबल, थानाधिकारी तक पहुंचाकर नशे पर काबू पाने में प्रशासन का सहयोग करे।
 कार्यक्रम में राजेश मोहन जसूजा, आरती चौधरी, सुभाष चंद्र, गोविंद शर्मा, सुनीता बंसल, सुशील कुमार, विष्णु कुमार, राय सिंह भाटिया, बलविंद्र कोर, कमला, अलका दीक्षित, कौशल्या रानी, ममता, शालू, आदिल खान, विशाल कांटिया, जसवंत सिंह, विकास कुमार सहित अनेकों ग्रामीण अभिभावक उपस्थित थे। मंच संचालन शिक्षाविद योगेंद्र शर्मा ने किया

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