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राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद की बैठक में जिला कलेक्टर के दिए निर्देश


 स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार महिलाओं को राजीविका से मिले प्रशिक्षण

राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद की बैठक में जिला कलेक्टर के दिए निर्देश
श्रीगंगानगर, । राजस्थान ग्रामीण आजीविका विकास परिषद (राजीविका) की बैठक बुधवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला कलक्टर श्रीमती रुक्मणि रियार सियाग की अध्यक्षता में हुई। बैठक में जिला कलक्टर ने राजीविका अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार प्रशिक्षण दिया जाए।
बैठक में जिला कलक्टर ने राजीविका अधिकारियों को निर्देश दिए कि स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं द्वारा तैयार किए जा रहे उत्पादों को मार्केट से भी लिंक किया जाए ताकि इन महिलाओं द्वारा निर्मित उत्पाद बाजार तक पहुंच सकें। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण की इच्छुक महिलाओं को कृषि विज्ञान केंद्र, आरएसएलडीसी, पीएनबी आरसेटी सहित अन्य ट्रेनिंग संस्थाओं के माध्यम से उपयोगी प्रशिक्षण दिलवाने के साथ-साथ स्वरोजगार के लिए बैंकों के माध्यम से ऋण भी उपलब्ध करवाया जाए। नए क्षेत्रों में प्रशिक्षण उपलब्ध करवाने के निर्देश देते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि इच्छुक महिला-पुरुषों को समान रूप से स्वरोजगार के लिए अवसर मिलेए इसके लिए समुचित प्रक्रिया अपनाई जाए।
स्वयं सहायता समूह द्वारा स्थानीय मांग के अनुरूप उत्पाद बनाये जाने की आवश्यकता जताते हुए उन्होंने कहा कि समूह की महिलाओं को इनकी पैकेजिंग के लिए उपयोगी प्रशिक्षण भी दिया जाए। रूरल मार्ट का जिक्र करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त करने के पश्चात स्वयं सहायता समूह द्वारा स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार उत्पाद बनाए जाएं। बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से मुलाकात करते हुए उनके द्वारा बनाए गए उत्पादों का भी अवलोकन किया।
जिला परिषद के सीईओ श्री मुहम्मद जुनैद ने बताया कि परियोजना के अंतर्गत 1342 समूहों द्वारा कागज के लिफाफे, फाइल कवर, गत्ता पेैड, सिलाई, वैरायटी बैग मेकिंग, डेयरी एवं वर्मी कंपोस्ट मेकिंग, पापड़, अचार, मसाला पाउडर, अगरबत्ती निर्माण, आर्टिफिशियल ज्वेलरी मेकिंग, जूट उत्पाद, खिलौने सहित अन्य में पंजाब नेशनल बैंक के आरसेटी द्वारा प्रशिक्षण दिलवाया जा रहा है। जिले में फार्म लाइवलीहुड के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह से जुड़े 13152 परिवार पशुपालन और नॉन फार्म के अंतर्गत 460 परिवार कार्य कर रहे हैं।

इस अवसर पर राजीवका जिला परियोजना प्रबंधक डॉ. दीपाली शर्मा, सुश्री निशा शर्मा (महात्मा गांधी नेशनल फैलो) जिला प्रबंधक श्री चंद्रशेखर, एलडीएम श्री सतीश जैन, आरएसएलडीसी की जिला समन्वयक श्रीमती सेतु परमार, श्री जसवंत बराड़, कृषि विज्ञान केंद्र पदमपुर प्रभारी श्री भूपेंद्र सिंह शेखावत सहित अन्य मौजूद रहे।

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