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Anupgarh- मिठाई विक्रेता खुली मिठाई की ट्रे पर उत्पाद निर्माण एवं एक्सपायरी की तिथि करे अंकित : सीएमएचओ

 

खाद्य व्यापारियों हेतु फूड सेफ्टी जागरूकता प्रशिक्षण एवं लाइसेंस रजिस्ट्रेशन शिविर का हुआ आयोजन

अनूपगढ,। आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं ड्रग कंट्रोल, राजस्थान व डॉ नीरज अरोड़ा सीएमएचओ अनूपगढ़ के निर्देशानुसार त्योहारी सीजन में खाद्य व्यापारियों को फूड सेफ्टी संबंधी जागरूकता एवं जानकारी देने एवं लाइसेंस बनाने हेतु गुरूवार को पंचायत भवन में शिविर आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में जिसमें सीएमएचओ डॉ नीरज जी अरोड़ा की अध्यक्षता में खाद्य सुरक्षा अधिकारी हेतराम खुडिया व हंसराज गोदारा ने शिविर में उपस्थित किराणा, मिठाई, होटल, डेयरी, रेस्टोरेंट, हलवाई, कैटरिंग व्यापारियों, फास्ट फूड, चाट, पकोड़ी, फल, सब्जी विक्रेताओं को फोस्टेक जागरूकता प्रशिक्षण दिया गया। बैठक में सीएमएचओ डॉ अरोड़ा ने कहा कि विक्रेता से ग्राहक खाद्य पदार्थ खरीदता है इसलिए ग्राहकों के स्वास्थ्य की जिम्मेदारी विक्रेताओं की भी होती है। इसलिए ग्राहक को गुणवत्तापूर्ण सामग्री खरीदने के लिए प्रेरित करे। व्यापारी ज्यादा मुनाफे के लिए घटिया उत्पाद नही बेचे। अगर कोई खाद्य वस्तु लागत मूल्य से सस्ती मिल रही है तो वह घटिया किस्म की होगी। उन्होंने मिठाई विक्रेताओं को कहा कि खुली मिठाई की ट्रे पर उत्पाद निर्माण एवं एक्सपायरी की तिथि अंकित करे। किराणा व्यापारियों को रंग मिश्रित मिर्ची , मसाले एवं तेल खुला नही बेचने, दुकान में खाद्य लाइसेंस प्राइम लोकेशन पर डिस्प्ले करने, घटिया खाद्य तेल व घी नही बेचने की बात कही। साथ ही सभी खाद्य विक्रेताओं को लाइसेंस बनाने की निर्देश दिए तथा लाइसेंस नही होने पर कानूनी कार्रवाई के तहत जुर्माने एवं सजा के प्रावधानों की जानकारी दी। नमकीन कचोरी,समोसे आदि में प्रयुक्त तेल तीन बार से ज्यादा काम में नहीं लिया जा सकता है, पैकेज्ड फूड आइटम के लेबल पर बैच नंबर निर्माण, तिथि एक्सपायरी तिथि लाइसेंस नम्बर ,शाकाहारी लोगो इत्यादि जानकारियां देना अनिवार्य है, कीड़े एवं चूहों आदि को रोकने के लिए पेस्ट कंट्रोल सर्टिफिकेट लेने, निर्माण इकाईयों को खाद्य पदार्थों एवं पानी की जांच साल में दो बार करवाने हेतु पाबंद किया गया! शिविर में 112 फूड रजिस्ट्रेशन/लाइसेंस आवेदन प्राप्त हुए! शिविर में खाद्य व्यपारियों तारा चंद फूलिया,मोनू सेतिया, सरपंच रविन्द्र बाघला, शंकर ज्याणी का विशेष योगदान रहा!

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