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शिक्षा विभाग की जिले में परफोर्मेंस से जिला कलक्टर हुए नाराज


बिजली, पानी, चिकित्सा इत्यादि की रिव्यू बैठक में कलक्टर ने जाहिर की नाराजगी
श्रीगंगानगर ।  बिजली, पानी, शिक्षा, चिकित्सा इत्यादि को लेकर बुधवार को जिला कलक्ट्रेट में हुई बैठक में शिक्षा विभाग की परफोर्मेंस को लेकर जिला कलक्टर ज्ञानाराम ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि शिक्षा विभाग में गुणवत्ता का स्तर बहुत खराब है। जिला कलक्टर ने बताया कि घड़साना के 13 एमडी में गांव में स्कूल के निरीक्षण के दौरान चौथी क्लास के बच्चे को पढ़ना तक नहीं आया। 13 जी छोटी में हुई रात्रि चौपाल से पहले स्कूल के निरीक्षण में निरीक्षण को लेकर जिला कलक्टर ने कहा कि वहां 10 तक 44 बच्चों में 9 टीचर लगा रखे हैं। साथ ही कहा कि 13 जी छोटी में लड़कों और लड़कियों के लिए बाथरूम तो अलग अलग बना दिए लेकिन वहां बाथरूम की हालत इतनी खराब है कि इसकी कोई कल्पना तक नहीं कर सकता। परफोर्मेंस में पिछली बार 33 जिलों में  30 वें स्थान पर आने पर जिला कलक्टर ने कहा कि आप अब कौनसे स्थान पर आना चाहते हो। जिला कलक्टर ने स्पष्ट कहा कि वे शिक्षा विभाग की प्रोगेस से संतुष्ट नहीं है। साथ ही कहा कि शिक्षा विभाग में अब बहाने नहीं चलेंगे। पहले टीचर की कमी बता दी जाती थी अब वो पूरे हो गए हैं तो दूसरे बहाने बनाए जा रहे हैं। ये सब नहीं चलेगा।
                              बैठक में चिकित्सा विभाग की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि जिले में 4 गाड़ियां 104 की और 2 गाड़ी 108 की खराब पड़ी है इनको लेकर सीएमएचओ को निर्देश दिए कि ये छह गाड़ियां रोड़ पर चलनी चाहिए इसको लेकर चाहे आप विभाग के सचिव को लिखो। जिले में कुल 26 गाड़ियां 104 और 108 की हैं ये सभी गाड़ियां रोड़ पर होनी चाहिए। साथ ही पीएमओ को निर्देश दिए कि अस्पताल के जितने उपकरण खराब पड़े हैं उन्हें जल्द ठीक करवाएं। अगर बजट नहीं है तो विभाग के एमडी से बात करें। पशुपालन विभाग और नगर परिषद की समीक्षा करते हुए कलक्टर ने कहा कि आवारा कुत्तों की नसबंदी की जाए। वहीं नगर परिषद को पाबंद किया कि आप नसबंदी के बाद कुत्तों के रखने की शहर में जगह की व्यवस्था क्यों नहीं कर रहे । आयुर्वेद विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा योजना को प्लानिंग बनाकर शत प्रतिशत लागू किया जाए।
                              पीएचईडी की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि नहरबंदी के दौरान अनूपगढ़ और घड़साना में पानी की व्यवस्था को देख लें। सिंचाई विभाग की समीक्षा में कहा कि एक तो रात्रि चौपाल में आपके विभाग का कोई अधिकारी वहां नजर नहीं आता जबकि आपके विभाग के शिकायतें रात्रि चौपाल में खूब आती हैं इस स्थिति को सुधारा जाए। संपर्क पोर्टल की समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि  90 फीसदी से कम जिन अधिकारियों ने वैरिफिकेशन किया है उनके बारे में बताया जाए। संपर्क पोर्टल को लेकर श्रीमती रीना छींपा ने बताया कि संपर्क पोर्टल पर 30 दिन से पुराने 525 केस हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकरियो को निर्देशित किया कि बच्चे समय पर आंगनबाड़ी केन्द्र पर आना सुनिश्चित करें।
                            कृकृषि विभाग की समीक्षा में कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले में पिछले दिनों हुई ओलावृष्टि से 15 चक प्रभावित हुए हैं। 5 चकों में 20 फीसदी तक खराबा हुआ है। बिजली विभाग की समीक्षा में अधिकारी ने बताया कि जिले में अब 6 ही स्कूल ऐसी रह गई हैं जहां बिजली का कनेक्शन नहीं हो पाया है। बैठक में जिला कलक्टर ज्ञानाराम के अलावा एसीईओ  रचना भाटिया, महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक  ऋषिबाला श्रीमाली, समाज कल्याण विभाग के उपनिदेशक  बीपी चंदेल, डीएसओ  सुनील वर्मा, रीना छिंपा समेत विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद थे

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