Advertisement

Advertisement

सभी जिला कलक्टर मैनेजर के रूप में प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान की करें मॉनिटरिंग- मुख्य सचिव


आदर्श पीएचसी की ओपीडी में हुई 69.52 फीसदी की बढ़ोतरी

प्रधानमंत्री  सुरक्षित मातृत्व अभियान से शिशु मृत्यु दर में आई कमी

प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में जिले में 15 हजार 297 गर्भवती महिलाओं का किया चेकअप

आदर्श पीएचसी और प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान को लेकर मुख्य सचिव ने ली वीसी

श्रीगंगानगर,। जिले में प्रथम फेज में खोली गई 9 आदर्श पीएचसी की ओपीडी में 69.52 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वहीं प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान से राज्य में शिशु मृत्यु दर कुछ कम हुई है।  आदर्श पीएचसी और प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान को लेकर मुख्य सचिव  ओपी मीणा द्वारा बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा सभी जिला कलक्टर्स के साथ ली गई रिव्यू बैठक में ये बात सामने आई। मुख्य सचिव ओ पी मीणा द्वारा जयपुर से ली गई वीसी में जिला कलक्टर  ज्ञानाराम, सीएमएचओ डॉ नरेश बंसल, आरसीएचओ डॉ.वीपी आसीजा, पीआरओ सुरेश बिश्नोई और डीपीएम  विपुल गोयल माजूद थे। सीएमएचओ डॉ. नरेश बंसल ने बताया कि पिछले साल 15 अगस्त को प्रथम फेज में जिले में कुल 9 पीएचसी को आदर्श पीएचसी घोषित किया गया था। वहीं राज्य भर में कुल 295 पीएचसी को आदर्श पीएचसी बनाया गया। राज्य स्तर पर आदर्श पीएचसी की ओपीडी में जहां 30 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई वहीं श्रीगंगानगर जिले की 9 पीएचसी के ओपीडी आंकड़े में 69.52 फीसदी की बढ़ोतरी पाई गई। यानि जिले की 9 आदर्श पीएचसी में लोग इलाज कराने के लिए बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं।
                              चिकित्सा विभाग की प्रमुख शासन सचिव  वीनू गुप्ता ने बताया कि राज्यभर में जिन पीएचसी को आदर्श पीएचसी बनाया गया उनमें इनके बंद पाए जाने का आंकड़ा भी पहले के मुकाबले 79 फीसदी कम हो गया है। गौरतलब है कि आदर्श पीएचसी के दूसरे चरण को दो भागों में बांटते हुए सेकंड-ए और सेकंड-बी क दिया गया है। सेकंड ए में जिले में 9 और सेकंड बी के अंतर्गत भी 9 पीएचसी को शामिल किया गयाहै। यानि दूसरे फेज में जिले के प्रत्येक ब्लॉक से 2-2 पीएचसी का चयन किया गया है।
                             प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान को लेकर मुख्य सचिव ने सभी जिला कलक्टर्स को कहा कि इस अभियान के अंतर्गत सभी जिला कलक्टर मैनेजर के रूप में अपनी भूमिका निभाते हुए इस अभियान की मॉनिटरिंग करें। सभी जिला कलक्टर्स को निर्देश दिया कि इस अभियान से प्राइवेट डॉक्टर्स को भी बड़ी संख्या में जोड़ा जाए। इसको लेकर प्राइवेट डॉक्टर्स के साथ एक बैठक भी कर लें। जिले में महिने  में एक बार इस अभियान की जिला कलक्टर समीक्षा जिला स्तरीय बैठक में जरूर कर लें। मीणा ने कहा कि इस अभियान के तहत गर्भवती महिला का चौकअप नियमित हो । ताकि कॉम्पलीकेटेड केसेज को सही जगह भिजवाया जा सके। साथ ही प्रत्येक ब्लॉक में कितनी गर्भवती महिलाएं है इसकी जानकारी भी होनी चाहिए। तभी हम गर्भवती महिलाओं को इस अभियान से जोड़ पाएंगे।  ताकि शिशु मृत्यु दर और मातृ मृत्यु दर में और कमी आए। चिकित्सा विभाग का प्रमुख शासन सचिव वीनू गुप्ता ने बताया कि 9 जून 2016 को शुरू हुए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के बाद शिशु मृत्यु दर में कुछ कमी आई है।
                               सीएमएचओ डॉ.नरेश बंसल ने बताया कि जिले में 9 जून 2016 को शुरू हुए इस अभियान के अंतर्गत अब तक कुल 15 हजार 297 महिलाओं का चौकअप किया जा चुका है, इसके अलावा 11 हजार 918 महिलाओं का एचआईवी टेस्ट किया जा चुका है। 10 प्राइवेट डॉक्टर्स ने भी अब तक 792 गर्भवती महिलाओं की जांच कर चुके हैं।
                            जयपुर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्य सचिव के अलावा चिकित्सा विभाग की प्रमुख शासन सचिव वीनू गुप्ता के अलावा एनएचएम के एमडी  नवीन जैन,  चिकित्सा विभाग के निदेशक डॉ. वीके माथुर समेत कई अधिकारी शामिल थे। 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Advertisement

Advertisement