Advertisement

Advertisement

पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री का दावा आजादी के बाद पहली बार गांव में सीधा पैसा मिलना शुरू

श्रीगंगानगर । पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री एवं सांसद निहालचंद ने कहा कि देश में आजादी के बाद से 70 वर्ष में पहली बार माननीय नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने ग्रामीण विकास के लिये सीधे ही ग्राम पंचायतों के खातों में प्रतिवर्ष 50-50 लाख रूपये भिजवाये जा रहे है। ग्रामीण विकास का यह ऐतिहासिक निर्णय है। 

निहालचंद शनिवार को गांव साधुवाली में राष्ट्रीय उच्च मार्ग 62 पर लक्कड मंडी टी प्वांईंट से साधुवाली तक 6 किलोमीटर लम्बे हाईवे के नवीनीकरण कार्य की शुरूआत करने के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस हाईवे के निर्माण पर 8 करोड़ 11 लाख रूपये की राशि स्वीकृत हुई है। इसी प्रकार सुखाड़िया सर्किल से नेतेवाला तक हाईवे का निर्माण की शुरूआत की। इस सडक के निर्माण पर 5 करोड़ 82 लाख रूपये की राशि व्यय की जायेगी। साधुवाली गांव में गत तीन वर्षों में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से 6 करोड़ रूपये की राशि से निर्माण व विकास कार्य करवाये गये है। 

गरीब घरों में चूल्हा जलाने का कार्य किया

निहालचंद ने कहा कि गरीब परिवारों में चूल्हा जलाने का कार्य देश के प्रधानमंत्रा श्री नरेन्द्र मोदी ने किया है। उज्ज्वला योजना में साढे़ 6 करोड़ से अधिक गरीब परिवारों को निशुल्क गैस कनेक्शन दिये गये है। उन्होंने बताया कि आजादी के बाद से गरीब परिवारों को गैस नसीब नही होती थी। गरीब माताएं धुए में खाना पकाती थी, जिन्हें अब धुएं से मुक्ति मिली है। 

गरीबों का भला करने वाली पहली सरकार

पूर्व केन्द्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि देश में पहली बार ऐसी सरकार बनी है, जो गांव, गरीब तथा किसान का भला सोचती है। ग्रामीण क्षेत्र का विकास तथा गरीबों का विकास होने से ही राष्ट्र का विकास होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री बीमा योजना का जिक्र करते हुए कहा कि एक वर्ष में 11 रूपये की राशि से 2 लाख रूपये का बीमा किया जाता है। सरकार ने जीवन ज्योति बीमा योजना तथा अटल पेंशन योजना की शुरूआत की है। 

गरीबों के पक्के मकान बनने का कार्य शुरू

निहालचंद ने कहा कि देश के प्रत्येक गरीब नागरिक का आवास पक्का हों, इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरूआत की। इस योजना में स्वीकृतियां जारी होकर गांव-गांव में पक्के मकान बनाने की पहली किश्त फरवरी माह में जारी हो चुकी है तथा पक्के मकान बनाने का कार्य प्रारम्भ हो चुका है। इस योजना में पक्के आवास बनाने के लिये सरकार की ओर से डेढ़ लाख रूपये की राशि दी जाती है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में कोई भी गरीब बिना पक्के मकान व शौचालय के बिना नही रहेगा। अप्रेल 2017 में आगामी वर्ष की पक्के मकान की स्वीकृतियां ओर जारी की जायेगी। 

अब अंधेरे में नही जीना पड़ेगा

निहालचंद ने कहा कि सरकार ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय विधुत योजना प्रारम्भ की हैं। इस योजना से देश का कोई भी गांव या ढ़ाणी बिना बिजली के नही रहेगी। उन्होंने कहा कि बड़े दुख के साथ कहना पड़ता है कि आजादी के 70 साल बाद भी बहुत से परिवार अंधेरे में अपना जीवन यापन कर रहे है। वर्तमान सरकार ने ऐसे परिवारों की सुध ली है, जिससे हर घर में उजाला होगा। 

भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा

वहीं निहालचंद ने कहा कि गत तीन वर्ष पूर्व केन्द्र की सरकार बनी थी। माननीय नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने भ्रष्टाचार को जड़ से खत्म करने का प्रण लिया था। सरकार भ्रष्टाचार खत्म करने में काफी हद तक सफल रही है तथा आगे भी प्रयास जारी रहेंगे। उन्होंने कहा कि एक दिन ऐसा आयेंगा कि देश में भ्रष्टाचार जड़ से खत्म हो जायेगा। 

18 वर्ष की बेटियों को 55-55 हजार रूपये

राजस्थान सरकार ने एक महत्वपूर्ण श्रमिक पंजीयन योजना प्रारम्भ की है, जिसमें 50 दिन मजदूरी करने वाले व्यक्ति का श्रमिक कार्ड बनता है तथा उनकी 18 वर्ष आयु पूर्ण कर चुकी दो पुत्रियों तक 55-55 हजार रूपये की राशि दी जाती है। किसी प्रकार की दुर्घटना होने पर परिवार को पांच लाख रूपये की राशि तथा आवास निर्माण के लिये भी लाभ दिया जाता है। 

गरीबों के कल्याण के लिये भामाशाह योजना

राजस्थान सरकार द्वारा भामाशाह योजना प्रारम्भ की गयी है, इसमें महिलाओं को घर की मुखिया माना गया है। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना में तीन लाख रूपये की राशि तक गरीब व्यक्ति निजी चिकित्सालयों में भी उपचार करवा सकता है। इस योजना से प्रदेश के लाखों परिवारों को मद्द मिली है। 

इस अवसर पर बलदेव सिंह बराड़, महेश बुडानिया ने अपने विचार रखें। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के दौरान पूरा देश माननीय प्रधानमंत्री के साथ खड़ा रहा, जो इस देश की सबसे बड़ी ताकत है। आने वाले समय में नोटबंदी के बहुत अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे। 

इस अवसर पर सरपंच नंदलाल रैगर, रमेश राजपाल,  सुशील श्योरान, जगजीत सिंह, सतपाल कासनिया,  हाकम सिंह, काशीराम दादरवाल, सत्वीन्द्र बिश्नोई, सत्यपाल जांदू, उपसरपंच सरला देवी, ओमीनायक, लालचंद तथा मणीराम सहित गणमान्य नागरिक तथा भारी संख्या में ग्रामीण महिलाएं उपस्थित थी

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Advertisement

Advertisement