Advertisement

Advertisement

आतंकी मुठभेड़ में मारे गए सेफुल्लाह के पिता ने डेड बॉडी लेने से किया इनकार, पढ़े पूरी खबर

National/राष्ट्रीय । आज अगर देश-दुनिया की मीडिया में छाया हुआ हैं तो एक चुनाव नतीजे तो दूसरा लखनऊ में हुए आतंकी इनकाउन्टर । लखनऊ में किसी सेफुल्लाह के नाम के आतंकी के छुपे होने और उसके साथ चली मुठभेड़ से पूरी दुनिया अचानक शन रह गई थी उसको लेकर लोकसभा में केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इसी मामले का जिक्र करते हुए सेफुल्लाह के पिता की प्रसंशा करते हुए कहा की सैफुल्लाह के पिता के बयान की सराहना करता हूँ । राजनाथ ने सदन के सदस्यों को सैफुल्लाह के पिता के बयान की जानकारी दी ।

राजनाथ सिंह ने कहा की उसके पिता ने साफ़ कहा की "अगर वो देश के खिलाफ था तो हमे शव नहीं चाहिए" जो की अपने आप में बहुत बड़ी बात हैं ।

मंत्री ने बात यही नहीं रोकी वहीं कहा की सैफुल्लाह के पिता के बयान में कहा की उसके पिता मोहम्मद सरताज ने कहा की "उनका बेटा जब देश का ही नहीं हुआ तो उनका क्या होगा" । सैफुल्लाह के पिता ने कहा कि उसने उनके लिए कुछ नहीं किया था । वह अपने बेटे का मुंह तक नहीं देखना चाहते" ।

सैफुल्लाह के पिता का बयान पढ़ते हुए राजनाथ ने सदन में कहा कि हमें मोहम्मद सरताज पर नाज है और सदन को भी इसकी सराहना करनी चाहिए । इस पर लोकसभा में सदस्यों ने ताली बजाकर हामी भरी ।  राजनाथ सिंह ने कहा कि मोहम्मद सरताज ने औलाद को खोया है और ऐसे में सरकरार उनके साथ खड़ी है ।

कानपुर के जाजमऊ इलाक़े के मनोहर नगर में रहने वाले सैफ़ुल्ला के पिता सरताज अहमद ने कहा था, "पुलिस वाले हमारे पास आए थे और कहा कि हम शव दफ़नाने के लिए ले लें लेकिन हमने इनकार कर दिया" ।

सरताज कहते हैं, "अगर वो देश के ख़िलाफ़ है तो हमारा उससे कोई संबंध नहीं है." कानपुर के घनी आबादी वाले जाजमऊ इलाक़े में रहने वाले सरताज अहमद के तीन बेटे और एक बेटी हैं. वो ख़ुद उन्नाव में चमड़े का काम करते हैं ।

इसी तरह आज उसके पिता का ये ब्यान सभी मीडिया की सुर्खिया बना हुआ हैं तो वहीं देश भर में सेफुल्लाह के पिता को सात्वना मिल रही हैं आज हर किसी के जुबान पर इन्ही बातो की चर्चा देखी जा सकती हैं ।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Advertisement

Advertisement