Advertisement

Advertisement

सीएमएचओ और पीएमओ से जिला कलक्टर ने मांगा स्पष्टीकरण

बिजली, पानी और मौसमी बिमारियों से संबंधित बैठक में मांगा स्पष्टीकरण

संपर्क पोर्टल पर सिंचाई विभाग की शिकायतें ज्यादा होने पर जताई नाराजगी

रात्रि चौपाल में भी सिंचाई विभाग के अधिकारियों के नदारद रहने पर जताई नाराजगी

श्रीगंगानगर । बिजली, पानी, मौसमी बिमारी इत्यादि को लेकर प्रत्येक बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में जिला कलक्टर  ज्ञानाराम ने पिछली मीटिंग में दिए निर्देशानुसार रिपोर्ट लेकर नहीं आने पर सीएमएचओ और पीएमओ से स्पष्टीकरण मांगा है। जिला कलक्टर ने कहा कि पिछली बैठक में पीएमओ को निर्देश दिए गए थे कि वो अगली बैठक में ये रिपोर्ट लेकर आएंगी कि अस्पताल में कितनी मशीनें खराब है और कितना काम कर रही हैं। साथ ही डायलिसिस मशीन और कम आवाज की एमआरआई मशीन खरीदने को लेकर पूरी जानकारी लेकर आने के निर्देश दिए गए थे। लेकिन बैठक में पीएमओ के प्रतिनिधि आए डॉक्टर को इन सभी की जानकारी नहीं होने पर जिला कलक्टर ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि हम आपको फेसिलेटेड करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन आपकी स्थिति बहुत खराब है। इसी प्रकार जिले में 104 और 108 एंबुलेंस की स्थिति  और खराब उपकरणों की स्थिति के बारे में सीएमएचओ के प्रतिनिधि के रूप में आए एसीएमएचओ के जवाब से जिला कलक्टर संतुष्ट नहीं हुए और जिला कलक्टर ने पीएमओ और सीएमएचओ से स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश एडीएम प्रशासन को दिए। साथ ही संबंधित अधिकारियों से कहा कि अगली बैठक में सीएमएचओ और पीएमओ पूरी जानकारी लेकर खुद उपस्थित होवें।

                      इसी तरह संपर्क पोर्टल पर 30 दिन से ज्यादा के करीब 120 केसेज सिंचाई विभाग के लंबित होने पर जिला कलक्टर ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि 60 दिन से ऊपर करीब 97 केसेज सिंचाई विभाग के लंबित है इन्हें जल्द निस्तारित किया जाए। सबसे ज्यादा शिकायतें मिलने को लेकर जिला कलक्टर ने प्रभारी सचिव को इसके बारे में चिट्ठी लिखने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि रात्रि चौपाल में सभी विभाग के अधिकारी उपस्थित होते हैं लेकिन सिंचाई विभाग का अधिकारी वहां से नदारद रहता है जबकि सबसे ज्यादा शिकायतें ही सिंचाई विभाग से आती हैं।  जिला कलक्टर ने पिछले तीन महीने में ली गई रात्रि चौपाल में उपस्थित रहे सिंचाई विभाग के अधिकारियों से जानकारी लेने के भी निर्देश दिए। साथ ही कहा कि बुधवार को बैठक में अधीक्षण अभियंता को आने के निर्देश जारी किए। जिला कलक्टर ने संपर्क पोर्टल पर 30 दिन से ऊपर के मामले जल्द निस्तारित करने के निर्देश सभी विभाग के अधिकारियों को दिए।

                                मुख्यमंत्रा आपकी बेटी योजना को लेकर जिला कलक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से कहा कि इस योजना के तहत 6 बेटियों का चयन किया गया है जिसमें से एक बेटी को अब तक जो बेनिफिट मिलना था वो नहीं दिया गया है। इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए जिला कलक्टर ने सात दिन में इस योजना के तहत बेनिफिट जारी करने के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि शिक्षा विभाग की 17 बिंदुओं पर एक रिपोर्ट श्री नरेशपाल गंगवार ने बनवाई जिसमें श्रीगंगानगर जिले का 30 वीं रैकिंग दी गई है। जिला कलक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों पर नाराजगी जताते हुए कहा कि आप नीचे के 5 जिलो में आ रहे हो। आखिर इस जिले को कहां ले जाना चाहते हो। इस पर जिला कलक्टर ने एडीएम को निर्देश दिया कि सभी एसडीएम को ये चिट्ठी लिखी जाए कि अपने दौरै के समय वो उत्कृष्ट विद्यालयों का भी निरीक्षण कर रिपोर्ट दे। साथ ही शारदे बालिका छात्रावास में दंगल फिल्म की निशुल्क स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए।

                                   कृकृषि विभाग और रसद विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस बार समर्थन मुल्य पर खरीद को लेकर बेस्ट व्यवस्था जिले में करवाओ। ताकि मंडियों में किसानों को कोई दिक्कत ना आए। नगर परिषद के अधिकारियों को तीसरे एसटीपी का कार्य जल्द शुरू करने के निर्देश देते हुए अगली बैठक में इसकी प्रोग्रेस रिपोर्ट लाने के निर्देश दिए। पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस बात की पुख्ता व्यवस्था हो कि टीकाकरण में कोई 2 रूपए से ज्यादा की वसूली ना करे। भामाशाह पशु स्वास्थ्य योजना की प्रोग्रेस सुधारने के निर्देश दिए। पीएचईडी के अधिकारियों ने बताया कि पिछले सप्ताह कुल 6 सेंपल फेल हुए । जिला कलक्टर ने कहा कि डिग्गी की सफाई की तारीख अब भी अंकित नहीं की जा रही। बिजली विभाग और पीएचईडी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बिजली की व्यवस्था इस तरह करो कि लोगों को पानी की सप्लाई दिन में हो, लोगों को रात में पानी नहीं भरना पड़े।

                            बैठक में जिला कलक्टर ज्ञानाराम के अलावा एसपी  राहुल कोटोकी, एडीएम प्रशासन करतार सिंह पूनियां, सीईओ जिला परिषद विश्राम मीणा, समेत बिजली, पानी, चिकित्सा इत्यादि विभाग के आलाधिकारी मौजूद थे


Advertisement

Advertisement