जिला स्तरीय बंधक श्रमिक सतर्कता समिति की बैठक का आयोजन
श्रीगंगानगर,। जिला कलक्टर ज्ञानाराम की अध्यक्षता में बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट में जिला स्तरीय बंधक श्रमिक सतर्कता समिति की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि एसडीएम की अध्यक्षता में जो तहसील स्तर पर सतर्कता समिति बनी हुई है उसकी हर महीने बैठक हो। साथ ही अगर कहीं भी बंधक श्रमिक पाया जाए तो इसकी जानकारी प्रशासन को मिलते ही तुरंत कार्रवाई की जाए। बैठक में श्रम कल्याण अधिकारी श्री पीपी शर्मा ने बताया कि जिले में 2005 में गुडली में बंधुआ मजदूर का मामला सामने आया था उसके बाद कोई मामला नहीं आया। अब बंधुआ मजदूर पाए जाने पर उसके पुनर्वास की राशि भी बढ़ाकर 1 लाख कर दी गई है लेकिन ये तब स्वीकृत होती है जब चालान के बाद आरोपी को सजा मिल जाए। साथ ही बताया कि जिले में बंधुआ मजदूर को कोई प्रकरण बकाया नहीं है।
बैठक में जिला कलक्टर ज्ञानाराम के अलावा एसपी राहुल कोटोकी, जिला परिषद सीईओ विश्राम मीणा, श्रम कल्याण अधिकारी पीपी शर्मा, समेत समिति के सदस्य साधा सिंह, और करनैल सिंह मौजूद थे।
श्रीगंगानगर,। जिला कलक्टर ज्ञानाराम की अध्यक्षता में बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट में जिला स्तरीय बंधक श्रमिक सतर्कता समिति की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें जिला कलक्टर ने निर्देश दिए कि एसडीएम की अध्यक्षता में जो तहसील स्तर पर सतर्कता समिति बनी हुई है उसकी हर महीने बैठक हो। साथ ही अगर कहीं भी बंधक श्रमिक पाया जाए तो इसकी जानकारी प्रशासन को मिलते ही तुरंत कार्रवाई की जाए। बैठक में श्रम कल्याण अधिकारी श्री पीपी शर्मा ने बताया कि जिले में 2005 में गुडली में बंधुआ मजदूर का मामला सामने आया था उसके बाद कोई मामला नहीं आया। अब बंधुआ मजदूर पाए जाने पर उसके पुनर्वास की राशि भी बढ़ाकर 1 लाख कर दी गई है लेकिन ये तब स्वीकृत होती है जब चालान के बाद आरोपी को सजा मिल जाए। साथ ही बताया कि जिले में बंधुआ मजदूर को कोई प्रकरण बकाया नहीं है।
बैठक में जिला कलक्टर ज्ञानाराम के अलावा एसपी राहुल कोटोकी, जिला परिषद सीईओ विश्राम मीणा, श्रम कल्याण अधिकारी पीपी शर्मा, समेत समिति के सदस्य साधा सिंह, और करनैल सिंह मौजूद थे।
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