अंतर्राष्ट्रीय खबर । अभी हाल ही में उतरी कोरिया और अमेरिका के सम्बन्ध कुछ ठीक नहीं नज़र आ रहे हैं क्यूँ की मीडिया में आ रही खबरों की माने तो अमेरिकी राष्ट्रपति के ट्विट ने उतरी कोरिया को अपमानित किया हैं तथा एक विरोध का सा अनुभव भी प्रदान किया हैं ।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार प्योंगयांग में एसोसिएट प्रेस को दिए गए साक्षात्कार में उत्तर कोरिया के उप विदेश मंत्री हान सोंग रियॉल ने कहा कि अमेरिका के पूर्वानुमानित हमले के मद्देनजर प्योगयांग चुप नहीं बैठ सकता ।
हान ने कहा, ‘अगर अमेरिका दुस्साहस भरे सैन्य दांवपेच दिखाता है तो डेमोक्रेटिक पीपल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) इसका जवाब संभावित हमले से देगा । उन्होंने उत्तर कोरिया के अधिकारिक नाम डीपीआरके का इस्तेमाल करते हुए यह कहा ।
वहीं उनका ब्यान ने यहाँ तक ही नहीं विराम लिया बल्कि उन्होंने कहा, ‘हमारे हाथों में परमाणु हथियार की शक्तिशाली काट है और निश्चित रूप से हम अमेरिका के संभावित हमले पर चुप नहीं बैठेंगे ।
वहीं जी मीडिया की वेबसाइट की खबर की माने तो कोरियाई प्रायद्वीप में संकट गहरा गया है क्योंकि अमेरिका ने प्रायद्वीप की ओर अपना विमान वाहक पोत रवाना कर दिया है और दक्षिण कोरिया के साथ अभी तक का सबसे बड़ा संयुक्त सैन्य अभ्यास कर रहा है ।
इसी बीच प्योंगयांग ने हाल ही में बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया है और कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि यह देश कभी भी दूसरा परमाणु परीक्षण कर सकता है ।
हान ने कहा कि इस क्षेत्र में तनाव बढ़ाने के लिए उत्तर कोरिया ट्रंप और अमेरिका को दोषी ठहराता है ।उन्होंने इसके लिए अमेरिका-दक्षिण कोरिया के युद्ध अभ्यास, विमान वाहक की तैनाती के साथ-साथ ट्रंप के ट्वीट का भी हवाला दिया ।
इस ट्वीट में ट्रंप ने कहा था कि उत्तर कोरिया अपने लिए परेशानी खड़ी कर रहा है ।उन्होंने कहा कि ट्रंप हमेशा अपने आक्रामक शब्दों से उकसाते रहते हैं इसलिए उत्तर कोरिया नहीं बल्कि संकट अमेरिका और ट्रंप पैदा कर रहे हैं ।
वहीं इस तरह के बयानों से दोनों देशो के आपसी सम्बन्धो में भी खटास आने की बड़ी सम्भावना हैं वहीं अगर आपसी खींचातान जारी रही तो किसी अनहोनी से भी बचा नहीं जा सकता हैं ।
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