प्रधानमंत्री
सुरक्षित मातृत्व अभियान: जिला स्तरीय पुरस्कार समारोह आयोजित
हनुमानगढ़ चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन
के तहत हर माह की 9 तारीख को
मनाए जाने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान पर बेहतरीन कार्य करने वाले
सरकारी चिकित्सा संस्थानों एवं प्राइवेट डॉक्टर्स को आज जंक्शन स्थित होटल सम्राट
में आयोजित जिला स्तरीय पुरस्कार समारोह में सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में
एडीएम प्रकाश चौधरी, एसडीएम
सुरेन्द्र राजपुरोहित, सीएमएचओ
डॉ. अरूण कुमार, आरसीएचओ
डॉ. विक्रमसिंह, एसीएमएचओ
डॉ. योगेन्द्र तनेजा, डा.
दीपकमित्र सैनी, पीआरओ
सुरेश बिश्नोई, डीपीएम
रचना चौधरी, एनयूएचएम
कंसलटेंट जितेन्द्रसिंह राठौड़, समस्त बीसीएमओ, निजी व सरकारी चिकित्सक एवं सीएमएचओ
स्टॉफ उपस्थित थे।
सीएमएचओ
डॉ. अरूण कुमार ने उपस्थिति को अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 9 जून 2016 से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य
विभाग द्वारा शुरू किए गए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) के तहत हर माह की 9 तारीख को गर्भवती महिलाओं की
स्वास्थ्य जांच की जा रही है। इस अभियान में सरकारी चिकित्सकों के साथ-साथ निजी
चिकित्सकों का भी पूर्ण सहयोग लिया जा रहा है। निजी चिकित्सकों के जुड़ाव से हर माह
की 9 तारीख को
गर्भवती महिलाएं अपनी एएनसी जांच करवाने के लिए जा रही है और इनकी संख्या
दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। कार्यक्रम में सबसे अधिक गर्भवतियों महिलाओं को बेहतर
स्वास्थ्य सेवाएं देने पर तीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) को सम्मानित
किया गया। इनमें प्रथम स्थान पर सीएचसी नोहर, द्वितीय स्थान पर सीएचसी रावतसर तथा
तृतीय स्थान पर सीएचसी पीलीबंगा को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। एमजीएम
सरकारी अस्पताल, सीएचसी
संगरिया, सीएचसी
टिब्बी, सीएचसी
धोलीपाल, सीएचसी
गोलूवाला तथा सीएचसी भादरा को भी सराहनीय कार्य के लिए प्रशस्त्रि पत्र देकर
सम्मानित किया गया। अभियान के साथ आमजन को जोड़ने के लिए इसमें निजी चिकित्सकों को
जोड़ा गया।
अभियान के साथ 14 निजी
चिकित्सक जुड़ चुके हैं, जो
गर्भवती महिलाओं की एएनसी जांच कर रहे हैं। निजी चिकित्सकों में अधिकतम गर्भवतियों
को सेवाएं देने पर डॉ. ममता गुप्ता, डॉ. रेणू सेतिया, डॉ. शिखा जोतवानी और डॉ.
निरूपमा शर्मा को सम्मानित किया गया। इनके अलावा डॉ. चितरंजन भाटी, डॉ. मीनाक्षी ऐरन, डॉ. प्रियमवदा गर्ग, डॉ. हनुमानप्रसाद नेहरा, डॉ. सविता सोनी, डॉ. करूणा गुप्ता, डॉ. नम्रता, डॉ. प्रेरणा राठौड़, डॉ. नंदा छाबड़ा व डॉ. रीता
अरोड़ा को भी अभियान में सराहनीय सहयोग देने पर प्रशस्त्रि पत्र देकर सम्मानित किया
गया।
आरसीएचओ
डॉ. विक्रम सिंह ने बताया कि अभियान की शुरूआत के बाद अब तक कुल 26000 गर्भवती महिलाओं की स्वास्थ्य
जांच कर उन्हें उपचार दिया जा चुका है। डीपीएम रचना चौधरी ने बताया कि गर्भवती
महिलाओं की स्वास्थ्य जांच में 1707 हाई रिस्क प्रेग्नेंसी वाली महिलाएं को स्वास्थ्य उपचार दिया
गया। कार्यक्रम में उपस्थित इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष डॉ. बीडी
गुप्ता ने कहा कि सरकार के इस अभियान के साथ जिले के सभी निजी चिकित्सक अपनी
सेवाएं दें ताकि उपचार के अभाव में किसी को किसी तरह की परेशानी का सामना ना करना
पड़े। चिकित्सक वर्ग को माह में एक दिन अपनी सेवाएं पीएमएसएमए के लिए देनी चाहिए।
कार्यक्रम में उपस्थित डॉक्टर्स ने अभियान की प्रशंसा की तथा अभियान को और अधिक
प्रभावी बनाने के लिए अपने-अपने सुझाव दिए।
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