स्किल राजस्थान का उद्देश्य युवाओं को दक्ष बनाना

दक्ष युवाआें का अधिकतम प्लेसमेंट होः जिला कलक्टर

श्रीगंगानगर। जिला कलक्टर श्री ज्ञानाराम ने कहा कि स्किल राजस्थान कार्यक्रम के तहत अधिकतम युवाओं को स्वरोजगार के लिये उन्हें दक्ष बनाना है। जो युवा जिस तरह का प्रशिक्षण चाहता है, उसे वैसा ही प्रशिक्षण दिया जाकर उन्हें ट्रेंड बनाना है। 




जिला कलक्टर सोमवार को कलेक्ट्रेट सभाहॉल में स्किल राजस्थान कार्यक्रम के तहत आरएसएलडीसी द्वारा आयोजित बैठक में आवश्यक निर्देश दे रहे थे। उन्होंने कहा कि जिन युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाता है, उन्हें प्लेसमेंट अधिक से अधिक करवाया जाये। श्रीगंगानगर जिले में आरएसएलडीसी द्वारा 40938 युवाओं को विभिन्न 11 केन्द्रों के माध्यम से प्रशिक्षण दिया गया। वर्तमान में 481 युवा प्रशिक्षणरत है। प्रशिक्षण ले चुके युवाओं में से 2027 को विभिन्न क्षेत्र में रोजगार उपलब्ध हुआ है। जिला कलक्टर ने बताया कि प्रशिक्षण के बाद प्लेसमेंट का पूर्व में 50 प्रतिशत था, लेकिन अब आगे से इसका प्रतिशत बढ़ाकर 70 कर दिया गया है। 




जिला कलक्टर ने निर्देश दिये कि जिले में स्वीकृत 12 सभी सेन्टर वर्किंग में होने चाहिए, जिससे अधिकतम युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा सकें। जिला कलक्टर ने बताया कि रमसा के तहत प्रशिक्षण प्राप्त युवाओं को बीएडीपी के तहत भ्रमण की सुविधा का प्रावधान है। 





बैठक में आरएसएलडीसी की जिला समन्वयक श्री शिखा मुंजाल, क्षेत्रीय रोजगार अधिकारी श्री दयानंद यादव, श्रम उपायुक्त श्री भैरूदान, स्वयं सहायता समूह के समन्वयक श्री चन्द्रशेखर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व प्रशिक्षण केन्द्र संचालनकर्ता उपस्थित थे।

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