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सर्वागीण विकास के लिये साक्षरता, स्वास्थ्य और रोजगार की अहम भूमिका

भारतीय डाक विभाग साधुवाद का पात्रा

उन्होंने श्री जीएल बिहाणी को डाक पत्रा में विशेष कवर पर यादों के रूप में बसायाः- डॉ.बोहरा
श्रीगंगानगर। प्रधानमंत्री के विशेष सलाहाकार राजदूत डॉ. दीपक बोहरा ने भारतीय डाक विभाग की ओर से बिहाणी शिक्षा न्यास के संस्थापक सेठ गिरधारी लाल बिहाणी पर आज विशेष डाक लिफाफा (स्पेशन कवर) जारी किया।




 गुरूवार को एसडी कॉलेज प्रांगण में आयोजित समारोह को संबांधित करते हुए कहा कि किसी भी देश के सर्वांगीण विकास के लिये तीन चीजों साक्षरता, स्वास्थ्य और रोजगार की अहम भूमिका होती है। दूनिया में शिक्षित नागरिकों को ही सर्वोत्म नागरिक नही माना जाता। देश व समाज की उन्नति के लिये शिक्षा की भूमिका को 1950 में सेठ जीएल बिहाणी की सोच के कारण स्कूल की स्थापना की गई। इस पुण्य कार्य के लिये उन्हें नमन करता हूॅ। 




उन्होंने कहा कि 1951 में जहां युग पुरूष गिरधारी लाल बिहाणी ने शिक्षा की अलख जगाने के लिये विधालय की स्थापना की, वही स्वास्थ्य सेवाओं के लिये अस्पताल शुरू करने के विषय पर भी बिहाणी परिवार प्रयासरत है। श्री बोहरा ने कहा कि 1950 में देश में साक्षरता का प्रतिशत महज 7 प्रतिशत ही था, जो आज बढ़कर 70 प्रतिशत हो गया है। 1922 तक हमारा देश शत-प्रतिशत साक्षर हो जायेगा। उन्होंने कहा कि सेठ गिरधारी लाल बिहाणी अपने धन को व्यापार या अन्य व्यवसायिक कार्यों में लगा सकते थे, लेकिन उन्होंने कम पढे़ लिखे होते हुए भी दूरदर्शिता का परिचय दिया और शिक्षा के मंदिर रूपी विधालय की स्थापना की। शिक्षा, स्वास्थ्य की कमी के कारण देश को होने वाले नुकसान का हमें प्रत्यक्ष रूप से पता नही चलता, मगर यह नुकसान हमारे वंश को पीछे धकेल देता है।




श्री बोहरा ने बिहाणी ट्रस्ट और परिवार के सदस्यों की सराहना करते हुए कहा कि उनका पूर्नजन्म हो तो वे चाहेगें कि उन्हें राजनायिक बनने के साथ उनका बिहाणी परिवार में जन्म हो। किसी भी देश की सम्पनता उस देश में उपलब्ध संसाधनों, प्राकृतिक भंडारों से नही आंकी जा सकती। यदि उस देश के लोग साक्षर या शिक्षित नही है, तो उसका विकास सुव्यस्थित ढ़ग से नही हो सकता। 




डॉ. दीपक बोहरा ने कार्यक्रम में उपस्थित विधार्थियों से कहा कि आज देश का वर्तमान और भविष्य आप ही है। श्री बोहरा ने कहा कि वे 13 देशों में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके है और 100 से अधिक देशों का भ्रमण कर चुके है। जिन देशों में शिक्षा का स्तर अच्छा है, वे ही विकास के पथ पर अग्रसर हो रहे है। उन्होंने सिंगापूर का उदाहरण देते हुए बताया कि उनके पास अपना उत्पादन नही है मगर तकनीकी व शिक्षा का स्तर उच्च होने के कारण दुनिया के बेहतरीन देशों में सुमार है। उन्होंने भारतीय डाक विभाग को साधुवाद दिया कि उन्होंने श्री जीएल बिहाणी को डाक पत्रा में विशेष कवर पर यादों के रूप में बसाया। 
श्री बोहरा ने कहा कि आज दुनिया के 10 देशों के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुख्य अतिथि के तौर पर हमारे गंणतंत्रा दिवस समारोह में शामिल होने के लिये भारत पहुंच चुके है और प्रधानमंत्रा श्री नरेन्द्र मोदी के साथ भोजन किया है। वह सिर्फ इसलिये नही कि वे सिर्फ मनोरंजन के लिये आये है, आज दुनिया के देश शिक्षित और विकास के पथ पर अग्रसर होते हुए भारत की ताकत पहचान चुके है। उन्होंने बताया कि 1950 में भारत में महज 500 कॉलेज थे, जिनकी संख्या बढ़कर आज 40 हजार से ज्यादा हो गई है। इस अवसर पर बिहाणी ट्रस्ट के अध्यक्ष श्री जयदीप बिहाणी सहित शहर के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। 

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