तब सरकारी अस्पताल क्यों नहीं: जिला कलक्टर
- जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य योजनाओं पर हुई चर्चा
हनुमानगढ़। भामशाह स्वास्थ्य बीमा योजना (बीएसबीवाई) के तहत सरकारी चिकित्सा संस्थानों में लोगों के उपचार में दिनोंदिन आ रही गिरावट की रिपोर्ट देखकर जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने समस्त बीसीएमओ को लताड़ लगाई। उन्होंने कहा कि बीएसबीवाई में नोहर ब्लाॅक को छोड़कर किसी भी ब्लाॅक कार्य में सन्तोषजनक कार्य नहीं हो रहा है। सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में अगर अब लापरवाही हुई, तो कोताही बरतने पर संबंधित अधिकारी पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। जिला कलक्ट्रेट परिसर के सभागार में जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित की अध्यक्षता में आज शुक्रवार को जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई, जिसमें सीएमएचओ डॉ. अरुण कुमार, आरसीएचओ डॉ. विक्रम सिंह, एसीएमएचओ डॉ. योगेन्द्र तनेजा, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. रविशंकर शर्मा, एपियोडेमियोलॉजिस्ट डॉ. सुरेश चैधरी, समस्त बीसीएमओ, सीएचसी व पीएचसी चिकित्सा अधिकारी, डीपीएम रचना चैधरी, एनयूएचएम डीपीएम जितेन्द्र सिंह राठौड़, डीएनओ सुदेश जांगिड़, डीएसी संदीप बिश्नोई, विजय कौशिक, पीसीपीएनडीटी महमूद खान, आईईसी-सीओ मनीष शर्मा, समस्त बीपीएम सहित सीएमएचओ स्टाफ उपस्थित था।
जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि निजी व सरकारी चिकित्सा संस्थानों में बीएसबीवाई योजना के तहत जरूरतमंदों को मुफत उपचार दिया जा रहा है। निजी अस्पताल को अपने संस्थान की व्यवस्थाएं सुधारने के साथ-साथ स्टाॅफ की तनख्वाह व अन्य अनेक प्रकार के स्थाई खर्चे वहन करने होते हैं। इतने खर्चे होने के बाद भी निजी अस्पतालों में बीएसबीवाई योजना में सुधार दिखाई दे रहा है। इसके विपरीत सरकारी अस्पतालों में स्टाॅफ का खर्चा व अन्य खर्चे सरकार वहन करती है, उसके बावजूद यहां जरूरतमंदों का इलाज नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि क्या कारण है जब निजी अस्पताल भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत लोगों का निःशुल्क उपचार कर बीमा कम्पनी से आय कर रहे हैं, तब सरकारी अस्पताल यह कार्य क्यों नहीं कर रहे। निजी अस्पताल बीएसबीवाई से कमाई कर अस्पताल का विस्तार कर रहे हैं। क्या हमारे बीसीएमओ ऐसा कोई काम नहीं कर सकते? क्या उन्हें अपने सरकारी अस्पताल का विस्तार नहीं करवाना। उन्होंने बताया कि नोहर ब्लाॅक ने बीएसबीवाई योजना के तहत राज्य स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाई है। बीएसबीवाई से हुई आय से उन्होंने सीएचसी के लिए एक जैनरेटर खरीदा है। इसके अलावा उनकी सीएचसी पर दो स्वास्थ्य मार्गदर्शक कार्य कर रहे हैं, जो सीएचसी में उपचार करवाने के लिए आने वाले लोगों को बीएसबीवाई योजना के तहत इलाज करवाने के लिए प्रेरित करते हैं। उन्होंने कहा कि जिले में टिब्बी, भादरा व संगरिया सीएचसी में बीएसबीवाई योजना के तहत उदासीनता बरती जा रही है। उन्होंने बीसीएमओ व सीएचसी इंचार्ज से कहा कि अपने चिकित्सा संस्थान के बाहर पैकेज लिस्ट लगाई जाए ताकि लोगों को पता चल सके कि इस चिकित्सा संस्थान पर किन-किन बीमारियों का इलाज बीएसबीवाई योजना के तहत निःशुल्क किया जा रहा है ताकि वह इसकी जानकारी अपने परिचितों को दे सके। उन्होंने कहा कि एसीएमएचओ रोजाना बीएसबीवाई की मोनिटरिंग करेंगे और इसमें किसी प्रकार की लापरवाही ना बरती जाए। उन्होंने कहा कि जिन बेटियों तक अभी तक मुख्यमंत्री राजश्री योजना योजना का लाभ नहीं मिल पाया है, जल्द से जल्द गैप को दूर कर उनका भुगतान किया जाए।
सीएमएचओ डॉ. अरुण कुमार ने समस्त बीसीएमओ को निर्देशित किया कि शुभलक्ष्मी योजना के तहत 28 फरवरी तक भुगतान करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जननी सुरक्षा योजना, शुभलक्ष्मी योजना व मुख्यमंत्री राजश्री योजना योजना में भुगतान व फार्म की आॅनलाइन एण्ट्री करने की कार्यवाही में तेजी लाई जाए। इन कार्यों में कई ब्लाॅकों द्वारा लापरवाही बरती जा रही है। अगर इसी तरह से एण्ट्री आॅनलाइन करने में कोताही बरती गई, तो आर्थिक पेनल्टी लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी बीसीएमओ अपने-अपने ब्लॉक का फॉलोअप करें व लापरवाही बरतने वाले कार्मिक के खिलाफ कार्यवाही की जाए। उन्होंने समस्त बीसीएमओ को निर्देशित किया कि वे स्वास्थ्य योजनाओं में पिछड़ रहे चिकित्सा संस्थानों की नियमित बैठक लें। निरीक्षण के दौरान अगर उन्हें कार्य में कमियां मिली, तो सख्त कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि पीसीटीएस व ईसीटीएस साॅफटवेयर में एण्ट्री करवाई जाए ताकि निदेशालय को सही समय पर रिर्पोटिंग भेजी जा सके। उन्होंने क्षमता के अनुरूप कार्य ना करने वाली सीएचसी व पीएचसी के मेडिकल आॅफिसर्स से व्यक्तिगत कारण पूछे। उन्होंने कहा कि समस्त ब्लाॅक नियमित पानी के नमूनों, स्वाइन फलू की रिपोर्ट व अन्य रिपोर्ट भेजें।
एसीएमएचओ डॉ. योगेन्द्र तनेजा ने कहा कि परिवार कल्याण के संबंध में जागरूता लाने व पुरुष नसबंदी को स्वीकार करने के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि इस परिवार कल्याण में हनुमानगढ़ जिला किसी भी हालत में पिछडना नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य योजनाओं में किसी भी प्रकार की परेशानी हो, तो उनसे व्यक्तिगत सम्पर्क कर सकता है। आरसीएचओ डॉ. विक्रम सिंह कहा कि सीबीआई-आरआई में किसी भी प्रकार की लापरवाही ना बरती जाए। समस्त मेडिकल आॅफिसर्स अपने चिकित्सा संस्थान की एएनएम व आशा से रिपोर्टिंग कार्य करवाएं। इसके तहत आॅनलाइन सर्वे व हैड काउण्ट सर्वे किया करवाया जाए। डीएनओ सुदेश जांगिड़ व ने समस्त योजनाओं के बारे संबंधित ब्लॉक की प्रगति के बारे में जानकारी दी। बैठक में राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम व बायो मेडिकल वेस्ट पर कार्यशाला का भी आयोजन किया गया।
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