अब फ्लिपकार्ट के साथ इस कम्पनी ने सोचा रिटेल मार्केट का प्लान


बिज़नेस। वॉलमार्ट की फ्लिपकार्ट के साथ निवेश की जो बातचीत चल रही है, उसमें देश में रिटेल स्टोर्स चेन खोलने का भी प्रस्ताव है। अगर ऐसा होता है तो इससे दोनों कंपनियों का पुराना सपना पूरा होगा। वॉलमार्ट देश के सबसे बड़े ऑनलाइन बाजार में 30 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी खरीदने के लिए बात कर रही है। इससे वालमार्ट को अमेजॉन के खिलाफ एक और मोर्चा खोलने में मदद मिलेगी। हालांकि, फ्लिपकार्ट के नए इन्वेस्टर सॉफ्टबैंक के एतराज की वजह से अमेजॉन को फ्लिपकार्ट में 20 फीसदी हिस्सेदारी मिलने की ही संभावना है। सॉफ्टबैंक के पास फ्लिपकार्ट के 20.8 फीसदी शेयर हैं। 

अगर वॉलमार्ट की फ्लिपकार्ट के साथ बातचीत सफल रहती है तो फ्लिपकार्ट पर ग्रॉसरी और कन्ज्यूमर गुड्स की खरीदारी वॉलमार्ट के होलसेल स्टोर्स के जरिए हैंडल की जाएगी। इससे ऑनलाइन रिटेलर के प्रॉडक्ट्स की उपलब्धता और डिलिवरी की रफ्तार बढ़ेगी। वहीं, रिटेल स्टोर्स के साथ पार्टनरशिप से फ्लिपकार्ट के कस्टमर्स ऑनलाइन ऑर्डर देकर स्टोर्स से सामान पिकअप कर पाएंगे।

एक इन्वेस्टमेंट बैंकर ने बताया, फ्लिपकार्ट भारत में लंबे समय से ऑफलाइन स्टोर्स खोलने की कोशिश कर रही है और वह इसके लिए सही पार्टनर की तलाश में है। मल्टिब्रैंड रिटेल में एफडीआई संबंधी बंदिश की वजह से वॉलमार्ट खुद भारत में रिटेल स्टोर नहीं खोल सकती। हालांकि, उसे होलसेल स्टोर्स चलाने की इजाजत है। वहीं, फ्लिपकार्ट सिर्फ पूंजी की बदौलत भारत में अमेजॉन को नहीं हरा सकती। इसी हफ्ते खबर आई थी कि फ्लिपकार्ट रिटेल चेन विशाल मेगा मार्ट को खरीदने की दौड़ में शामिल है। 

हालांकि इस खबर पर फ्लिपकार्ट, वॉलमार्ट और सॉफ्टबैंक सभी ने टिप्पणी करने से मना कर दिया। रिटेल इंडस्ट्री के जानकारों का कहना है कि फ्लिपकार्ट और वॉलमार्ट के बीच पार्टनरशिप से फ्लिपकार्ट को ऑनलाइन रिटेल बिजनेस बढ़ाने में मदद मिलेगी, जबकि वॉलमार्ट को इससे ग्रॉसरी, कन्ज्यूमर गुड्स बिजनेस का विस्तार करने में आसानी होगी। वॉलमार्ट की भारत में 21 बेस्ट प्राइस यूनिट्स के जरिए मौजूदगी है। 




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