हनुमानगढ़। गर्भावस्था और प्रसव के दौरान जोखिम को कम करने के लिए हर महीने की 9 तारीख को सभी चिकित्सकीय संस्थानों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान चलाया जा रहा है। आज आयोजित शिविरों में बड़ी संख्या में लाभार्थी महिलाओं की प्रसव जांच कर उन्हें उपचार दिया गया। अभियान का शुभारंभ विगत 9 जून 2016 से किया गया था। इसके अंतर्गत सभी चिकित्सा केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था एवं प्रसव संबंधी समस्त जानकारी प्रदान की जा रही है। साथ ही प्रशिक्षित चिकित्सकों द्वारा जांच एवं उपचार किया जा रहा है। आज इस अभियान में निजी चिकित्सकों द्वारा कैम्पों में स्वैच्छिक नि:शुल्क सेवाएं प्रदान की गई, जिनके जुड़ाव से गांव व कस्बों की ग्रामीण महिलाओं हर बार प्राइवेट डॉक्टरों से चैकअप करवाने आ रही हैं।
गर्भवती महिलाओं को मिली नि:शुल्क सुविधाएं
आज अभियान में पहुंची महिलाओं को आवश्यक चिकित्सकीय सुविधाएं नि:शुल्क प्रदान की गई। गर्भवती महिलाओं की एचबी, एचआईवी, सिफलिस, बीपी, तापमान की जांच, ह्रदय स्पंदन की जांच सहित जटिलता की जांच की जा रही है। साथ ही उन्हें आईएफए, कैल्शियम और अन्य आवश्यक दवाइयां प्रदान की गई। यदि अभियान दिवस 9 तारीख को अवकाश रहता है, तो अगले कार्यदिवस पर अभियान चलाया जा रहा है। अभियान शीतकाल (1 अक्टूबर से 31 मार्च) में प्रात: 9 से दोपहर 3 बजे तक और ग्रीष्मकाल (1 अप्रैल से 30 सितम्बर) में प्रात: 8 से दोपहर 2 बजे तक आयोजित किया जा रहा है।
जोखिम का पता समय पर
अभियान के दौरान गर्भावस्था और प्रसव के दौरान जोखिम के कारणों का समय पर पता लग पा रहा है तथा इससे विभिन्न कारणों से होने वाली असमय मृत्यु के खतरे पर को काफी हद तक कम करने में मदद मिल रही है। अभियान के दौरान अस्पताल आने वाली गर्भवती महिलाओं को चिन्हित कर उनका उपचार किया जा रहा है और किसी भी प्रकार की जटिलता पाए जाने पर 104 जननी एक्सप्रेस वाहन के जरिए नि:शुल्क उच्च चिकित्सा संस्थान पर रैफर किया जा रहा है।
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