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जिला कलक्टर ने शहर का किया दौरा एक सफाई निरीक्षक निलम्बित- श्रीगंगानगर



गुणवत्ता व निर्धारित अवधि में विकास कार्य पूर्ण होः- जिला कलक्टर
श्रीगंगानगर।(सतवीर सिह मेहरा) जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने सोमवार को श्रीगंगानगर शहर का आकस्मिक निरीक्षण किया। उन्होंने निरीक्षण के दौरान एसटीपी शुगरमिल, सुखाड़िया सर्किल से मीरा चौक, मीरा चौक से चहल चौक, मिक्चर प्लांट, सूरतगढ़ बाईपास एसटीपी का अवलोकन किया तथा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि निर्माण व विकास कार्यों का एक्शन प्लान बनना चाहिए, उसी के अनुरूप विकास कार्य समय पर पूर्ण किये जाये।
सीसी रोड़ का निर्माण समय पर व गुणवत्ता से हो
जिला कलक्टर ने 21 करोड़ रूपये की लागत से शहर में बन रही सीसी सड़क सुखाड़िया सर्किल से मीरा चौक, मीरा चौक से चहल चौक तक प्रगतिरत कार्य का अवलोकन किया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि आमजन के विकास के लिये जो राशि प्राप्त होती है, उसका सदुपयोग होना चाहिए तथा सड़क की गुणवत्ता में कोई कमी नही रहनी चाहिए। निर्माण कार्यों की पहली आवश्यकता गुणवत्ता है। इसके अलावा प्रारम्भ किया गया प्रोजेक्ट निर्धारित अवधि से पूर्व पूर्ण होना चाहिए, तभी उसकी सार्थकता है। सड़क निर्माण के साथ-साथ सीवरेज की पाईपें इत्यादि का कार्य भी समय पर पूर्ण किया जाये। उन्होंने आरयूआईडीपी के अधिकारियों को भी 7 दिन का, 15 दिन तथा 21 दिन का एक्शन प्लान बनाकर कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि एक्शन प्लान के बिना कार्यों में तेजी नही लाई जा सकती।
अप्रोच रोड़ को मोटरेबल किया जाये
जिला कलक्टर ने सूरतगढ़ बाईपास के पास संचालित एसटीपी के निरीक्षण से पूर्व बाईपास से एसटीपी को जोड़ने वाली लिंक रोड़ को तत्काल ठीक करने के निर्देश दिये। इस सड़क को लेकर ग्रामीणों ने भी जिला कलक्टर से निवेदन किया था।

खुले में सैफ्टी टैंक का मलबा न डाला जाये

जिला कलक्टर ने एसटीपी में कार्यरत अधिकारियों व न्यास के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सैफ्टी टैंक का मलबा कही पर भी खुले स्थान पर न डाला जाये। एसटीपी के अंदर भी खुले में न डालकर पाईप के माध्यम से एसटीपी सिस्टम  में जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि एसटीपी पर कार्मिक तैनात किये जाये जो इनकी प्रविष्टियां करेगा। अधिक निगरानी के लिये सीसी टीवी कैमरे लगाने के निर्देश दिये।

स्काडा सिस्टम 45 दिन में तैयार रहे

जिला कलक्टर ने एसटीपी का निरीक्षण करते हुए विभिन्न चैम्बर को देखते-देखते कम्प्यूटर रूम  पहुंचे, जहां पर स्काडा सिस्टम लगा हुआ है, लेकिन वर्तमान में संचालित नही है। जिला कलक्टर ने उपस्थित कार्मिकों से स्काडा सिस्टम कब प्रारम्भ होगा, तो दबी आवाज में 30 दिन का समय मांगा गया। जिला कलक्टर ने कहा कि 45 दिन के बाद स्काडा सिस्टम दुरस्त मिलना चाहिए तथा 45 दिन के बाद कोई माफी नही होगी।
अधिक भुगतान करना भी खतरनाक
जिला कलक्टर ने एसटीपी निरीक्षण के दौरान अधिकारियों से पूछा तो बताया कि सूरतगढ़ बाईपास एसटीपी का लगभग भुगतान हो चुका है तथा इसी प्रकार शुगरमिल एसटीपी का भी 90 प्रतिशत भुगतान किया जा चुका है। जिला कलक्टर ने कहा कि कार्यकारी ऐजेंसी को अधिक भुगतान करना भी नुकसानदायक होता है। निर्माण कार्य के सभी चरण शत-प्रतिशत कार्य प्रारम्भ करने के बाद ही भुगतान किया जाना चाहिए। जिला कलक्टर ने कहा कि एसटीपी की सभी व्यवस्थाएं ठीक होनी चाहिए। अन्यथा इसके लिये संबंधित अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराया जायेगा।
सड़क निर्माण के नमूने नियमित ले
जिला कलक्टर ने शहर में निर्माणाधीन सीसी रोड़ के मिक्चर प्लांट का निरीक्षण किया। उन्होंने आरएसआरडीसी के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सड़क की गुणवत्ता से कोई समझौता नही होना चाहिए तथा सड़क के लिये तैयार मिक्चर के नमूने समय-समय पर लिये जाये तथा उनकी जांच करवाई जाये।
सफाई निरीक्षक निलम्बित
जिला कलक्टर ने शहर के दौरे के दौरान सफाई व्यवस्था तथा कचरे के उठाव को भी देखा। उन्होंने वार्ड नम्बर 33 में सफाई व्यवस्था संतोषजनक नही पाये जाने पर संबंधित सफाई निरीक्षक के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देश दिये। आयुक्त नगरपरिषद ने वार्ड नम्बर 33 के कार्यवाहक सफाई निरीक्षक राजकुमार को निलम्बित कर दिया है।
निरीक्षण के दौरान नगर विकास न्यास के सचिव  कैलाशचंद शर्मा, आरएसआरडीसी के अधीक्षण अभियंता सुमन बिनोचा, आरयूआईडीपी के अधीक्षण अभियंता  दलीप गौड, अधिशाषी अभियंता न्यास  संदीप नागपाल, सहायक अभियंता  मंगत सेतिया सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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